काम का खबर : अब टोल प्लाजा पर नहीं होगी फास्टैग की जरूरत, सरकार करने जा रही है इसमें बड़ा बदलाव

GPS तकनीक: वाहनों के समय पर न पहुंचने के कारण टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम से हर साल देश को 1 लाख 45 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होता है। 
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नई टोल प्लेट: अगर आप टोल प्लाजा पर रुककर टोल जमा करते हैं तो अब आपको टोल प्लाजा पर रुककर टोल चुकाने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि भारत सरकार वाहनों और लोगों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर एक नई टोल संग्रह प्रणाली शुरू करने की योजना बना रही है। टोल व्यवस्था लागू करने की योजना बनाई जा रही है।Read Also:-क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर 5 करोड़ की ठगी, 3 मिनट में कर्ज देने के लिए किया पूर्व कप्तान की फोटो का इस्तेमाल

 

एएनपीआर (ANPR) वाहन की लाइसेंस प्लेट को पढ़ेगा और बाद में वाहन मालिक के बैंक खाते से टोल चुकाने के लिए शुल्क लिया जाएगा। सिस्टम द्वारा प्रवेश और निकास बिंदुओं पर एएनपीआर कैमरे पासिंग वाहनों की लाइसेंस प्लेट की तस्वीरें क्लिक करने के लिए स्थापित किए जाएंगे। ट्रैफिक को आसान बनाने के लिए टोल पर मौजूदा FASTag को बदलने के लिए ANPR कैमरे एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं।

 

ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और आईआईएम (IIM) कलकत्ता की एक रिपोर्ट के मुताबिक टोल प्लाजा पर वाहनों के खड़े होने से करीब 1 लाख करोड़ रुपये और टोल प्लाजा पर जाम की वजह से हर साल करीब 45 हजार रुपये का तेल बर्बाद होता है। करोड़ों रुपये का नुकसान होता है, यानी कुल मिलाकर टोल नाकों की वजह से देश को 1 लाख 45 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होता है। ऐसे में आपकी जेब और देश के आर्थिक नुकसान को बचाने के लिए जल्द ही जीपीएस सिस्टम शुरू होने वाला है।

 

बता दें कि इस नई तकनीक के जरिए वाहनों की नंबर प्लेट को स्कैन किया जाएगा। साथ ही टोल प्लाजा पार करते ही आपके बैंक खाते से टोल की राशि कट जाएगी। इस सिस्टम की जानकारी केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले साल संसदीय सत्र के दौरान दी थी. इससे टोल वसूली में होने वाली हेराफेरी पर भी रोक लगेगी। जीपीएस के जरिए आपके बैंक खाते से ठीक उतनी ही रकम कटेगी, जितनी दूरी आप तय करेंगे।

 

नंबर प्लेट में होगा बड़ा बदलाव
अब आपके वाहनों में लगी नंबर प्लेट सामान्य नहीं होगी बल्कि उसमें जीपीएस सिस्टम होगा। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने नए वाहनों में जीपीएस नंबर प्लेट लगाने का आदेश दिया है। वहीं पुराने वाहनों में पुरानी नंबर प्लेट को हटाकर नई नंबर प्लेट लगानी होगी। इसमें नंबर प्लेट पर जीपीएस सिस्टम लगा होगा। इसके साथ ही एक सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जाएगा, जिससे टोल प्लाजा पर पहुंचते ही टोल अपने आप कट जाएगा।

 

इससे टोल प्लाजा पर लंबी लाइन से निजात मिलेगी। साथ ही आपको अपनी दूरी के हिसाब से टोल चुकाना होगा। साथ ही टोल में होने वाली हेराफेरी को भी रोका जा सकता है।

 

जीपीएस के जरिए टैक्स तय होगा
अब जीपीएस के जरिए आपके टोल की राशि तय होगी। आपको बता दें कि अब हर 60 किलोमीटर पर हाईवे पर एक टोल प्लाजा है, यानी कम से कम आपको 60 किलोमीटर तक टोल टैक्स देना होगा। भले ही आप कम ड्राइव करते हैं, लेकिन आपको पूरी राशि चुकानी होगी, लेकिन जीपीएस सिस्टम लागू होने के बाद अगर आप 30 किमी की दूरी तय करने के बाद हाईवे से उतरते हैं, तो आपको 30 किमी के लिए टैक्स देना होगा। इससे आप ज्यादा टैक्स देने से आसानी से बच सकेंगे।
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