कोविड एडवाइजरी: केंद्र सरकार ने राज्यों को किया अलर्ट, कोरोना के लिए रहें तैयार, सभागारों में करें मास्क अनिवार्य
डॉ. मंडाविया ने राज्यों को सलाह दी है कि वे कोविड-19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर लें। बैठक में उन्होंने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से कहा कि केंद्र और राज्यों को सहयोग की भावना से काम करने की जरूरत है, जैसा कि पिछली बार कोरोना के मामलों में तेजी के दौरान किया गया था।
Fri, 23 Dec 2022
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चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामलों में आई तेजी के बाद केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने लगातार तीसरे दिन राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। शुक्रवार को उन्होंने सभी राज्यों को सतर्क और सावधान रहने और कोरोना प्रबंधन के इंतजाम करने के निर्देश दिए। Read Also:-अब नहीं चलेगी ऑटो और टेक कंपनियों की मनमानी , इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल मोबाइल और टेलीकॉम कम्पनी को भी दिखानी होगी एक्सपायरी डेट.....
डॉ. मंडाविया ने राज्यों को सलाह दी है कि वे कोविड-19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर लें। बैठक में उन्होंने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से कहा कि केंद्र और राज्यों को सहयोग की भावना से काम करने की जरूरत है, जैसा कि पिछली बार कोरोना के मामलों में तेजी के दौरान किया गया था। बैठक में मंडाविया ने कोरोना से बचाव की तैयारियों पर चर्चा की। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को पत्र लिखकर विशेष निर्देश जारी किया है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आगामी त्योहारों और नए साल के जश्न को ध्यान में रखते हुए सलाह दी गई है।
इन बातों का ध्यान रखें
- राज्यों को 'टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट एंड वैक्सीनेशन' पर ध्यान केंद्रित करने, लोगों को मास्क पहनने, हाथों को साफ रखने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और कोविड-19 के अनुकूल व्यवहार का पालन करने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड प्रबंधन के लिए रणनीति बना ली गई है। उन्होंने राज्यों को सर्विलांस सिस्टम मजबूत करने की सलाह देते हुए कोविड टेस्ट बढ़ाने और अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
- आरटी-पीसीआर, एंटीजन टेस्ट बढ़ाएं
- केंद्र की एडवाइजरी में राज्यों से कहा गया है कि वे हर जिले में कोविड नियमों के मुताबिक आरटी-पीसीआर और एंटीजन टेस्ट बढ़ाएं।
- समय रहते नए वेरिएंट खोजें। अधिक से अधिक नए मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराएं।
- अस्पतालों में कोविड से निपटने के लिए संसाधन और स्टाफ तैयार रखें। अपनी तैयारियों को परखने के लिए पूर्वाभ्यास करें।
- बूस्टर डोज के लिए जागरूकता अभियान चलाएं।
- बाजारों में भीड़ न बढ़े इसकी व्यवस्था करें। हॉल में होने वाले कार्यक्रमों में मास्क अनिवार्य किया जाए। इसमें पेशेवर संगठनों की मदद ली जाए।
- विशेष रूप से अस्पताल में भर्ती सांस के रोगियों, श्वसन पथ के संक्रमण और इन्फ्लुएंजा के रोगियों पर नजर रखें। इन मरीजों की जानकारी रोजाना आईएचआईपी पोर्टल पर दें।