शीत लहर ने बढ़ाई गलन क्या रक्त जम जाएगा? कड़ाके की सर्दी के साथ अगले 1 हफ्ते तक घने कोहरे की चादर में लिपटा रहेगा उत्तर भारत
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में सोमवार को घना से बहुत घना कोहरा छाया रहा।
Dec 26, 2022, 17:08 IST
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दी का सितम जारी है। शीतलहर ने गलन बढ़ा दी है। साथ ही कोहरे की वजह से कुछ मीटर तक देखना भी मुश्किल हो रहा है। इस बीच, भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में अगले पांच दिनों तक कोहरे की चेतावनी जारी की है।Read Also:-CORONA: भारत में फिर पाबंदी का दौर शुरू, इस राज्य में मास्क हुआ अनिवार्य, नए साल के लिए भी गाइड लाइन जारी
दिल्ली के कुछ हिस्सों में सोमवार को शीत लहर चली और घने कोहरे के कारण शहर के कुछ इलाकों में दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ। 10 ट्रेनें डेढ़ से साढ़े चार घंटे की देरी से चल रही हैं। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में सोमवार को घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा। पंजाब के बठिंडा और राजस्थान के बीकानेर में दृश्यता शून्य रही, जबकि अंबाला, हिसार, अमृतसर, पटियाला, गंगानगर, चूरू और बरेली में दृश्यता घटकर 50 मीटर और उससे भी नीचे रही।
शीत लहर के चलते पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम है। उत्तरी राजस्थान में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस तक भी है। ये आने वाले 24 घंटों में जारी रहेगा: डॉ. नरेश कुमार, IMD वैज्ञानिक, दिल्ली pic.twitter.com/nLzxN2i1Yo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 26, 2022
शीत लहर की स्थिति धीरे-धीरे तीव्रता में कम होने और उसके बाद इन राज्यों में फैलने की संभावना है। हालांकि, अगले दो दिनों के दौरान क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बनी रह सकती है। अगले 2 दिनों के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ के विभिन्न हिस्सों में शीत लहर की स्थिति रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच होने पर 'बहुत घना कोहरा', 51 मीटर से 200 मीटर के बीच 'घना कोहरा', 201 मीटर से 500 मीटर के बीच 'मध्यम कोहरा' और 501 से 1,000 मीटर के बीच 'मध्यम कोहरा' रहने पर 'हल्का कोहरा' माना जाता है।
शीत लहर की घोषणा तब की जाती है जब न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम और सामान्य से 4.5 डिग्री कम होने पर भी शीत लहर की घोषणा की जाती है।
न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर लहर को भीषण ठंड या भीषण शीतलहर घोषित किया जाता है।