5G सर्विस: सबसे पहले इन 13 शहरों में शुरू होगी 5G सर्विस, यहां चेक करें अपने शहर का नाम
कंपनियों ने नीलामी में हिस्सा लेने के लिए 21,800 करोड़ रुपये की ईएमडी (EMD) जमा की है। इसमें जियो और अडानी इंटरप्राइजेज के अलावा भारती एयरटेल ने 5500 करोड़ रुपये और वोडाफोन-आइडिया ने 2200 करोड़ रुपये जमा किए हैं।
Updated: Jul 26, 2022, 19:40 IST
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यह प्रक्रिया भारत सरकार द्वारा 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी मिलने के बाद शुरू हुई है। स्पेक्ट्रम नीलामी के इस दौर में मौजूदा टेलीकॉम कंपनियों रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा गौतम अडानी की कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज भी 5जी के लिए बोली लगाने जा रही है। दूरसंचार विभाग को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से 70,000 करोड़ रुपये से 1,00,000 करोड़ रुपये के बीच कमाई की उम्मीद है। सरकार का दावा है कि इस समय देश में जिस स्पीड से इंटरनेट उपलब्ध है, 5G की स्पीड उससे 10 गुना ज्यादा होगी। आइए जानते हैं नीलामी और 5जी सर्विस से जुड़ी कुछ खास बातें।Read Also:-उत्तर प्रदेश : योगी सरकार का बड़ा फैसला, सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए स्कूल ड्रेस, किताब, कॉपी, पेंसिल सब 'फ्री', सीधे आपके खाते में आएगा पैसा
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी प्रक्रिया मंगलवार को 4.3 लाख करोड़ रुपये के 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए बोली के साथ शुरू हुई। रिलायंस जियो ने नीलामी के लिए 14,000 करोड़ रुपये विभाग के पास जमा कराए हैं जबकि अडानी इंटरप्राइजेज ने 100 करोड़ रुपये जमा किए हैं। नीलामी में देश की चार टेलीकॉम कंपनियां हिस्सा ले रही हैं।
किस कंपनी ने किया कितना पैसा जमा
कंपनियों ने नीलामी में हिस्सा लेने के लिए 21,800 करोड़ रुपये की ईएमडी जमा की है। इसमें जियो और अडानी इंटरप्राइजेज के अलावा भारती एयरटेल ने 5500 करोड़ रुपये और वोडाफोन-आइडिया ने 2200 करोड़ रुपये जमा किए हैं। यहां EMD का मतलब अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट है जिसे अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट भी कहा जा सकता है। सरकार ने नीलामी की शर्तों में ढील दी है, जिसके तहत दूरसंचार कंपनियों को स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क नहीं देना होगा। साथ ही कंपनियों को अग्रिम भुगतान नहीं करना होगा।
कंपनियों ने नीलामी में हिस्सा लेने के लिए 21,800 करोड़ रुपये की ईएमडी जमा की है। इसमें जियो और अडानी इंटरप्राइजेज के अलावा भारती एयरटेल ने 5500 करोड़ रुपये और वोडाफोन-आइडिया ने 2200 करोड़ रुपये जमा किए हैं। यहां EMD का मतलब अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट है जिसे अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट भी कहा जा सकता है। सरकार ने नीलामी की शर्तों में ढील दी है, जिसके तहत दूरसंचार कंपनियों को स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क नहीं देना होगा। साथ ही कंपनियों को अग्रिम भुगतान नहीं करना होगा।
कब से शुरू होगी 5जी सेवा
एक अनुमान के मुताबिक देश में 5जी सेवा का रोलआउट अक्टूबर में शुरू हो सकता है। हालांकि पहले यह सितंबर के महीने में बताया गया था। भले ही यह सर्विस अक्टूबर में शुरू हो जाए लेकिन हर कोई इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। बाद में इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। आइए हम यह भी मान लें कि 5G सेवा एक ही समय में देश के हर कोने में काम नहीं करेगी, लेकिन इसमें कुछ साल लग सकते हैं। जैसा कि हमने 4G के साथ भी देखा। अभी पूरे देश में 4G भी मौजूद नहीं है।
एक अनुमान के मुताबिक देश में 5जी सेवा का रोलआउट अक्टूबर में शुरू हो सकता है। हालांकि पहले यह सितंबर के महीने में बताया गया था। भले ही यह सर्विस अक्टूबर में शुरू हो जाए लेकिन हर कोई इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। बाद में इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। आइए हम यह भी मान लें कि 5G सेवा एक ही समय में देश के हर कोने में काम नहीं करेगी, लेकिन इसमें कुछ साल लग सकते हैं। जैसा कि हमने 4G के साथ भी देखा। अभी पूरे देश में 4G भी मौजूद नहीं है।
सबसे पहले इन शहरों में शुरू होगी सेवा
दूरसंचार विभाग के मुताबिक देश के 13 बड़े शहरों में सबसे पहले 5जी सेवा शुरू की जाएगी। ये शहर हैं अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, जामनगर, हैदराबाद, पुणे, लखनऊ, मुंबई और कोलकाता। अभी यह साफ नहीं है कि कौन सी टेलीकॉम कंपनी अपनी 5जी सेवा किस शहर में शुरू करेगी। यह तो समय के साथ ही पता चलेगा।
दूरसंचार विभाग के मुताबिक देश के 13 बड़े शहरों में सबसे पहले 5जी सेवा शुरू की जाएगी। ये शहर हैं अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, जामनगर, हैदराबाद, पुणे, लखनऊ, मुंबई और कोलकाता। अभी यह साफ नहीं है कि कौन सी टेलीकॉम कंपनी अपनी 5जी सेवा किस शहर में शुरू करेगी। यह तो समय के साथ ही पता चलेगा।