2024 तक बन जायेंगे 26 ग्रीन एक्सप्रेसवे, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा- दिल्ली से जयपुर का सफर 2 घंटे में और मुंबई का 12 घंटे में होगा पूरा
2024 के अंत से पहले देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बन जाएंगे। इन पर 125-130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा पूरी की जाएगी। यह बात सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में कही।
Updated: Aug 5, 2022, 19:12 IST
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2024 के अंत से पहले देश में 26 ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बन जाएंगे। इन पर 125-130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा पूरी की जाएगी। यह बात सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में कही। उन्होंने दावा किया कि 2024 के अंत से पहले देश का सड़क ढांचा अमेरिका से मुकाबला करेगा। Read Also:- राष्ट्रीय ध्वज : 15 अगस्त को तिरंगा फहराने से पहले जानिए सही तरीका, अगर नियम तोड़ा तो हो सकती है कड़ी सजा
गडकरी ने कहा- हमारे पास धन की कोई कमी नहीं
नितिन गडकरी ने कहा, ''वर्तमान में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत है. मैं सदन में यह ऑन-रिकॉर्ड कह रहा हूं कि मैं हर साल 5 लाख करोड़ रुपये की सड़क बना सकता हूं। हमारे पास पैसों की कमी नहीं है। संसद में किसी भी पार्टी के सांसद से पूछो, जिसने भी मुझसे सड़क बनाने के लिए पैसे मांगे, मैंने उसे पैसे दिए हैं। मैंने पार्टी के किसी सांसद को मना नहीं किया।
नितिन गडकरी ने कहा, ''वर्तमान में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत है. मैं सदन में यह ऑन-रिकॉर्ड कह रहा हूं कि मैं हर साल 5 लाख करोड़ रुपये की सड़क बना सकता हूं। हमारे पास पैसों की कमी नहीं है। संसद में किसी भी पार्टी के सांसद से पूछो, जिसने भी मुझसे सड़क बनाने के लिए पैसे मांगे, मैंने उसे पैसे दिए हैं। मैंने पार्टी के किसी सांसद को मना नहीं किया।
उन्होंने कहा, 'एनएचएआई को एएए रेटिंग मिली है। हाल ही में दो बैंकों के चेयरमैन मेरे पास आए और उन दोनों ने मुझे 25-25 हजार करोड़ रुपये का कर्ज देने का प्रस्ताव रखा। मुझे यह पैसा सिर्फ 6.45% की ब्याज दर पर मिला है। इसलिए एनएचएआई के पास सड़क बनाने के लिए पर्याप्त पैसा है।
सफर आधे से भी कम समय का हो जायेगा
रूट दूरी अभी लगने वाला समय एक्सप्रेसवे बनने के बाद का समय
दिल्ली से देहरादून 249 किमी 5.30 घंटे 2 घंटे
दिल्ली से हरिद्वार 213 किमी 4.30 घंटे 2 घंटे
दिल्ली से जयपुर 268 किमी 5.45 घंटे 2 घंटे
दिल्ली से चंडीगढ़ 256 किमी 5.45 घंटे 2 घंटे
दिल्ली से अमृतसर 459 किमी 8.30 घंटे 4 घंटे
दिल्ली से कटरा 646 किमी 12.40 घंटे 6 घंटे
दिल्ली से श्रीनगर 818 किमी 17.15 घंटे 8 घंटे
दिल्ली से मुंबई 1417 किमी 26.00 घंटे 12 घंटे
चेन्नई से बंगलुरु 346 किमी 2.10 घंटे 2 घंटे
लखनऊ से कानपुर 91 किमी 2.10 घंटे 35 मिनट
दिल्ली से हरिद्वार 213 किमी 4.30 घंटे 2 घंटे
दिल्ली से जयपुर 268 किमी 5.45 घंटे 2 घंटे
दिल्ली से चंडीगढ़ 256 किमी 5.45 घंटे 2 घंटे
दिल्ली से अमृतसर 459 किमी 8.30 घंटे 4 घंटे
दिल्ली से कटरा 646 किमी 12.40 घंटे 6 घंटे
दिल्ली से श्रीनगर 818 किमी 17.15 घंटे 8 घंटे
दिल्ली से मुंबई 1417 किमी 26.00 घंटे 12 घंटे
चेन्नई से बंगलुरु 346 किमी 2.10 घंटे 2 घंटे
लखनऊ से कानपुर 91 किमी 2.10 घंटे 35 मिनट
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की वित्तीय स्थिति के संबंध में राज्यसभा में केन्द्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी का उत्तर। #QuestionHour pic.twitter.com/eU5sbikGaz
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) August 3, 2022
वाहनों की नंबर प्लेट भी बदलेंगी
गडकरी ने कहा कि फिलहाल हमारे पास टोल वसूलने की व्यवस्था है, लेकिन हम दो विकल्पों पर काम कर रहे हैं। पहला है सैटेलाइट आधारित टोल सिस्टम जिसमें कार में जीपीएस लगा होगा और टोल अपने आप कट जाएगा।
दूसरा सिस्टम नंबर प्लेट बदलने का है। 2019 से ही हमने नई तरह की नंबर प्लेट बनाने की तकनीक पर काम करना शुरू कर दिया है। अब निर्माता के लिए यह नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य होगा। पुरानी नंबर प्लेट की जगह नई नंबर प्लेट लगाई जाएगी। नई नंबर प्लेट के साथ एक सॉफ्टवेयर अटैच किया जाएगा, जिससे टोल काटा जाएगा।
NHAI ने बनाए 50 हजार किमी लंबे हाईवे नेटवर्क
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भारत सरकार का एक स्वायत्त निकाय है। यह 1955 में स्थापित किया गया था। यह देश के 1,32,499 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों में से 50,000 किमी के नेटवर्क के प्रबंधन को देखता है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भारत सरकार का एक स्वायत्त निकाय है। यह 1955 में स्थापित किया गया था। यह देश के 1,32,499 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों में से 50,000 किमी के नेटवर्क के प्रबंधन को देखता है।
NHAI का काम अम्ब्रेला हाईवे स्कीम, भारतमाला योजना को फंड देना है। इसका उद्देश्य एनएच लिंकेज वाले जिलों की संख्या को 300 से बढ़ाकर 550 करना है। इसके अलावा सड़क के किनारे टॉयलेट, फूड प्लाजा और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था करना और वृक्षारोपण करना भी इस संगठन की जिम्मेदारी है।