AC, फ्रिज, वाशिंग मशीन चलाओ या WiFi, अंबानी की फ्री बिजली देने की तैयारी; देखें क्या है रिलायंस जियो का सोलर पैनल प्रोजेक्ट?
इंटरनेट के बाद रिलायंस जियो मुफ्त बिजली देने की तैयारी में है। इसके लिए सोलर एनर्जी प्लांट लगाने की योजना है। आइए जानते हैं मुकेश अंबानी क्या करने की योजना बना रहे हैं?
Updated: Jul 27, 2024, 13:43 IST
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सोलर पैनल की दुनिया में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। दुनिया के मशहूर कारोबारी ने मुफ्त बिजली देने की दिशा में कदम बढ़ाकर नई क्रांति लाने की योजना बनाई है। मोबाइल और इंटरनेट के जरिए टेलीकॉम सेक्टर में क्रांति लाने के बाद रिलायंस कंपनी जियो अब सोलर एनर्जी के क्षेत्र में उतरने जा रही है। Read also:-उत्तर प्रदेश के इस शहर के हाईवे पर लगा कटे-फटे नोटों का ढेर, रुपये कतर-कतर कर फेंके गए-देखें वीडियो
कंपनी जल्द ही जियो सोलर पैनल लॉन्च करेगी, जो एक तरफ पर्यावरण के लिए फायदेमंद होगा, वहीं लोगों को मुफ्त बिजली भी मुहैया कराएगी, जिससे उनकी जेब पर कम बोझ पड़ेगा। सूत्रों के मुताबिक रिलायंस जियो के सोलर पैनल की कीमत आधी होगी और पैनल करीब 50 साल की गारंटी के साथ मिलेगा। यह गारंटी मौजूदा सोलर पैनल से बहुत अधिक है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस जियो के सोलर पैनल का मकसद पर्यावरण की रक्षा करना और लोगों को मुफ्त बिजली मुहैया कराना है। भारत को सोलर एनर्जी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। इसके लिए गुजरात के जामनगर में 20 गीगावाट बिजली क्षमता वाला सोलर एनर्जी उत्पादन प्लांट लगाने की योजना है। परियोजना कई चरणों में स्थापित की जाएगी और प्रत्येक चरण में उत्पादन में 5 गीगावाट की वृद्धि होगी। फैक्ट्री लगने से न केवल लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि भारत की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि होगी। अगस्त 2024 तक फैक्ट्री से उत्पादन कार्य शुरू हो जाएगा। नॉर्वे की मशहूर रुस सोलर कंपनी की तकनीक से उत्पादन किया जाएगा, जिसे 5800 करोड़ रुपये में खरीदा गया है।
गुजरात में विशाल सोलर पैनल निर्माण इकाई
रिलायंस इंडस्ट्रीज गुजरात के जामनगर में 20 गीगावाट की सोलर फोटोवोल्टिक गीगा फैक्ट्री स्थापित कर रही है। यह परियोजना कई चरणों में पूरी होगी, जिसमें प्रत्येक चरण में 5 गीगावाट की क्षमता जोड़ी जाएगी। यह विशाल निर्माण इकाई न केवल नए रोजगार के अवसर पैदा करेगी बल्कि भारत की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में भी उल्लेखनीय वृद्धि करेगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज गुजरात के जामनगर में 20 गीगावाट की सोलर फोटोवोल्टिक गीगा फैक्ट्री स्थापित कर रही है। यह परियोजना कई चरणों में पूरी होगी, जिसमें प्रत्येक चरण में 5 गीगावाट की क्षमता जोड़ी जाएगी। यह विशाल निर्माण इकाई न केवल नए रोजगार के अवसर पैदा करेगी बल्कि भारत की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में भी उल्लेखनीय वृद्धि करेगी।
कंपनी का दावा है कि अगस्त 2024 तक इस फैक्ट्री से सोलर पैनल का उत्पादन शुरू हो जाएगा। यह फैक्ट्री नॉर्वे की मशहूर रास सोलर कंपनी की तकनीक पर आधारित होगी, जिसे रिलायंस ने हाल ही में 5800 करोड़ रुपये में खरीदा है। रास सोलर अपनी उच्च गुणवत्ता और विश्व स्तरीय हाइड्रोजन तकनीक के लिए जानी जाती है। इस अधिग्रहण के बाद से ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि भारत में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कुछ बड़ा होने वाला है।
जियो सोलर पैनल की अनूठी खूबियां
जियो सोलर पैनल की सबसे बड़ी खूबी उनकी उच्च दक्षता और लंबी लाइफ है। रिलायंस का दावा है कि उनके सोलर पैनल की दक्षता 26% तक होगी, जो कि बाजार में इस समय उपलब्ध 20-23% दक्षता वाले पैनल से कहीं अधिक है। इसका मतलब है कि ये पैनल सूर्य की ऊर्जा को बिजली में बदलने में अधिक कुशल होंगे।
जियो सोलर पैनल की सबसे बड़ी खूबी उनकी उच्च दक्षता और लंबी लाइफ है। रिलायंस का दावा है कि उनके सोलर पैनल की दक्षता 26% तक होगी, जो कि बाजार में इस समय उपलब्ध 20-23% दक्षता वाले पैनल से कहीं अधिक है। इसका मतलब है कि ये पैनल सूर्य की ऊर्जा को बिजली में बदलने में अधिक कुशल होंगे।
इसके अलावा, जियो सोलर पैनल की वारंटी 50 साल की होगी, जो कि अब तक की सबसे लंबी वारंटी है। इससे न केवल ग्राहकों को दीर्घकालिक आश्वासन मिलेगा, बल्कि यह पैनल की गुणवत्ता और स्थायित्व का भी प्रमाण है। रिलायंस का दावा है कि उनके सोलर पैनल में इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक वर्तमान में प्रचलित तकनीकों से कहीं अधिक उन्नत होगी।
जियो सोलर पैनल का प्रभाव और भविष्य
जियो सोलर पैनल के आने से भारतीय सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत होने की उम्मीद है। इससे न केवल आम घरों तक सौर ऊर्जा की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में भी मदद मिलेगी। कम कीमत और लंबी वारंटी के कारण ये पैनल आम लोगों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन सकते हैं।
जियो सोलर पैनल के आने से भारतीय सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत होने की उम्मीद है। इससे न केवल आम घरों तक सौर ऊर्जा की पहुंच बढ़ेगी, बल्कि भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में भी मदद मिलेगी। कम कीमत और लंबी वारंटी के कारण ये पैनल आम लोगों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन सकते हैं।
रिलायंस की आक्रामक मार्केटिंग रणनीति को देखते हुए यह माना जा सकता है कि जियो सोलर पैनल के लिए भी एक मजबूत प्रचार अभियान चलाया जाएगा। इससे न केवल लोगों में सौर ऊर्जा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी बल्कि इसकी मांग भी बढ़ेगी।
निष्कर्षतः यह कहा जा सकता है कि जियो सोलर पैनल भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत कर सकते हैं। कम कीमत, उच्च दक्षता और लंबी वारंटी के साथ ये पैनल न केवल व्यक्तिगत उपभोक्ताओं के लिए बल्कि वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भी एक आकर्षक विकल्प हो सकते हैं। रिलायंस की इस पहल से स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में भारत की यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ने की संभावना है।
रिलायंस जियो सोलर पैनल की खासियतें
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिलायंस जियो के सोलर पैनल की खासियत इसकी लंबी लाइफ है। यह करीब 50 साल तक काम करता रहेगा। इनकी कार्य क्षमता करीब 26 फीसदी होगी, जबकि अभी तक बाजार में उपलब्ध सोलर पैनल 20 से 23 फीसदी उत्पादन ही कर पाते हैं। ये पैनल सूरज की किरणों को अवशोषित कर ज्यादा बिजली पैदा करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिलायंस जियो के सोलर पैनल की खासियत इसकी लंबी लाइफ है। यह करीब 50 साल तक काम करता रहेगा। इनकी कार्य क्षमता करीब 26 फीसदी होगी, जबकि अभी तक बाजार में उपलब्ध सोलर पैनल 20 से 23 फीसदी उत्पादन ही कर पाते हैं। ये पैनल सूरज की किरणों को अवशोषित कर ज्यादा बिजली पैदा करेंगे।