तालिबान ने TOLO न्यूज के पत्रकार को पीटा, हत्या की अफवाह उड़ी, रिपोर्टर ने किया खंडन

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान (Taliban) के लड़ाकाओं द्वारा पत्रकार जियार याद (Ziar Yad) को पीटा गया और उनके साथ बदसलूकी की।

 

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान (Taliban) के लड़ाकाओं द्वारा पत्रकार जियार याद (Ziar Yad) को पीटा गया और उनके साथ बदसलूकी की। खुद Tolo News के पत्रकार जियार याद ने ट्वीट कर जानकारी दी कि तालिबानी लड़ाकाओं ने रिपोर्टिंग के दौरान उन्हें बंदूक से बुरी तरह पीटा है। इससे पहले तालिबान द्वारा उनकी हत्या की खबर वायरल हाे रही थी, जिसका जियार ने खंडन कर दिया। Read Also : तालिबान की दहशत: अफगानिस्तान में एक बोतल पानी 3 हजार रुपये और एक प्लेट चावल 7.5 हजार का बिक रहा

की हत्या की खबर झूठी निकली। खुद Tolo News के पत्रकार जियार याद ने इसका खंडन किया है। हालांकि उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि तालिबानी लड़ाकाओं ने रिपोर्टिंग के दौरान उन्हें पीटा और उनके साथ बदसलूकी की है। 

तालिबान ने कैमरा और मोबाइल किया जब्त

जियार याद (Ziar Yad) ने ट्वीट कर कहा, 'रिपोर्टिंग के दौरान काबुल के न्यू सिटी में तालिबान ने मुझे पीटा। इस दौरान कैमरा, तकनीकी उपकरण और मेरा निजी मोबाइल फोन भी हाईजैक कर लिया गया है। कुछ लोगों ने मेरी मौत की खबर फैला दी, जो झूठी है। तालिबान एक बख्तरबंद लैंड क्रूजर से बाहर निकला और मुझे बंदूक की नोक से मारा। Read ALso : फिर बढ़ा खतरा : 46 हजार से ज्यादा संक्रमित, 605 मौत, केंद्र सरकार ने जारी की देशभर के लिए नई गाइडलाइन

पत्रकारों का दुश्मन बना तालिबान

अफगानिस्तान में पिछली सरकार के गिरने के बाद काफी खराब हालात हैं और कई पत्रकारों को पीटा गया है। इसके साथ ही पत्रकारों के परिवारों को भी परेशान किया जा रहा है। परवन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के उप प्रमुख परविज अमीनजादेह ने कहा, 'अफगानिस्तान और काबुल पर नियंत्रण करने के बाद से पत्रकारों के साथ तालिबान का व्यवहार पत्रकारों के लिए चिंता का विषय रहा है।' पत्रकार हिज्बुल्लाह रूहानी ने कहा कि यह अफगान पत्रकारों के लिए बहुत चिंता का विषय है और हम इस्लामिक यूएई से इन मुद्दों का समाधान करने का आग्रह करते हैं।

भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की हत्या

इससे पहले तालिबान के लड़ाकों ने डॉयचे वेले के एक पत्रकार के एक परिजन की हत्या कर दी थी, जबकि एक अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इसके अलावा पत्रकार की तलाश में तालिबान घर-घर जाकर तलाशी ले रहे थे। पिछले महीने भारत के एक जानेमाने फोटो-पत्रकार पुलित्जर पुरस्कार जीत चुके दानिश सिद्दीकी की कंधार में हत्या कर दी गई थी।

काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले का खतरा
काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। इस बीच अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले का बड़ा खतरा बताते हुए अपने नागरिकों से कहा है कि फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर नहीं जाएं और जो लोग एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं वहां से तुरंत हट जाएं। काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि जो अमेरिकी काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर मौजूद हैं, वे फौरन वहां से हट जाएं और अगले निर्देश का इंतजार करें।

काबुल से निकाले गए 100 लोगों के ISIS से संबंध हो सकते हैं
अमेरिका और भारत समेत दुनिया के कई देश अपने-अपने नागरिकों को अफगानिस्तान के निकाल रहे हैं। इस बीच अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि काबुल से एयरलिफ्ट किए गए 100 अफगानियों के संबंध ISIS जैसे आतंकी संगठनों से हो सकते हैं और ये लोग इंटेलिजेंस एजेंसी की निगरानी लिस्ट में शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के ऑटोमेटेड बायोमीट्रिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम से इन लोगों की पहचान हुई है।