पीएम की चेतावनी: पड़ोसी देश के विरोध में नारेबाजी की या वहां के लीडर का पुतला जलाया तो कड़ी कार्रवाई करेंगे

अपने देश की जनता को यह चेतावनी नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा (Sher Bahadur Deuba) ने दी है। उन्होंने कहा है कि कि यदि उन्होंने पड़ोसी देश के खिलाफ कोई विरोध प्रदर्शन किया या पुतला जलाया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 
नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा (Sher Bahadur Deuba) ने अपने देश की जनता को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने भारत (India) के खिलाफ कोई विरोध प्रदर्शन किया या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का पुतला जलाया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वो अपने पड़ोसी देशों के साथ करीबी और मजबूत रिश्ते चाहते हैं ऐसे में किसी भी मतभेद या विवाद होने पर डिप्लोमैटिक लेवल पर बातचीत कर इसे सुलाझाया जाएगा, लेकिन किसी तरह का प्रदर्शन या नारेबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। Read ALso : पाकिस्तान: क्वेटा में आत्मघाती हमला, 3 की मौत, 20 घायल; अपने शरीर में बम बांध बाइक सवार ने किया ब्लास्ट

 

काठमांडू में जलाया प्रधानमंत्री मोदी का पुतला

दरसअल नेपाल से भारत आ रहे एक युवक की डुबने से मौत के बाद काठमांडू में भारत विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। यह युवक नेपाल के धाराचूला क्षेत्र से एक युवक तार के सहारे नदी पार कर भारत में प्रवेश कर रहा था। तार टूट गया और युवक नदी में बह गया, लेकिन नेपाली संगठनों का आरोप है कि भारत की तरफ से तार काटा गया इसीलिए युवक नदी में डूब गया। इसको लेकर काठमांडू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी जलाया गया था और लोगों को भारत के विरुद्ध भड़काने की कोशिश की। 

 

भारत ने कहा, उसे जानकारी नहीं

इस वाकये के बाद नेपाल सरकार मुश्किल में फंस गई, क्योंकि भारत का विरोध कर रहे लोग उनके देश के नागरिक हैं, जबकि सरकार भारत से संबंध भी बिगाड़ना नहीं चाहती। इसीलिए प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने लोगों को कड़ी चेतावनी दी है कि यदि किसी भी पड़ोसी देश का विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की या वहां के प्रधानमंत्री का पुतला जलाया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उन्होंने किसी देश का या वहां के प्रधानमंत्री का नाम नहीं लिया, लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए इसे भारत के संदर्भ में ही लिया जा रहा है। हालांकि नेपाल की सरकार ने इस मामले को भारत के सामने उठाने की बात कही है, लेकिन इससे भारत के विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया था कि इस तरह की किसी घटना के बारे में उसे जानकारी नहीं है।