अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक बने मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू, नाम हुआ इतिहास में दर्ज; जाने कौन हैं यें

मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू अमेरिकी सेना की 82वीं एयरबोर्न डिविजन के कमांडर हैं। सोमवार को C-17 ग्लोबमास्टर विमान में सवार होकर अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट से निकले। 

 
अफगानिस्तान में बीते दो दशक से चला आ रहा अमेरिका का सबसे लंबा सैन्य अभियान सोमवार रात को खत्म हाे गया। अमेरिकी रक्षा विभाग ने ट्वीट कर बताया कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की पूरी तरह वापसी हो गई है। रात 12 बजने से पहले काबुल एयरपोर्ट से आखिरी अमेरिकी विमानों ने उड़ान भर ली और इसी के साथ अफगानिस्तान में बीस साल पहले शुरू हुआ अमेरिका का युद्ध भी समाप्त हो गया।  Read Also : 20 साल बाद अफगान में US का सैन्य अभियान खत्म, आखिरी विमान ने भरी उड़ान

 

रक्षा विभाग ने अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू की तस्वीर भी शेयर की। मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू अमेरिकी सेना की 82वीं एयरबोर्न डिविजन के कमांडर हैं। सोमवार को C-17 ग्लोबमास्टर विमान में सवार होकर अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट से निकले। इसी विमान में रॉस विल्सन भी सवार थे, जो अफगानिस्तान में अमेरिका के राजदूत रहे हैं।

 

अमेरिका ने सैनिकों की वापसी के साथ ही अपने वादे को पूरा किया है, जिसके तहत उसने 31 अगस्त तक अपने सभी सैनिकों की वापसी की बात कही थी। अमेरिकी सैन्य टुकड़ी का अफगानिस्तान से निकल जाने के बाद ताबिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि आज देश पूरी तरह से आजाद हो गया है।

 

बीते दिनों ब्रिटेन समेत नाटो के कई देशों ने अमेरिका से सैनिकों को कुछ और दिन रोकने की गुजारिश की थी, लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इससे इनकार कर दिया था। अफगानिस्तान में दो दशक तक चले संघर्ष में अमेरिका को लाखों डॉलर का खर्च उठाना पड़ा है। इसके अलावा उसके 2,400 सैनिकों की जान भी इसमें गई है। 

 

कौन हैं मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू?
52 वर्षीय मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू (Major General Chris Donahue) के पास मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में प्रमुख सैनिकों से पहले दक्षिण कोरिया और पनामा में सेवा करने का तीन दशकों का अनुभव है। 2 स्टार जनरल  को अफगानिस्तान, इराक, सीरिया, लीबिया और पूर्वी यूरोप में संचालन के समर्थन में 17 बार तैनात किया गया है। उन्होंने अपने करियर का एक बड़ा हिस्सा विशेष बलों के साथ बिताया है। उन्होंने वेस्ट प्वाइंट, न्यूयॉर्क में यूनाइटेड स्टेट्स मिलिट्री अकादमी से स्नातक हैं और 1992 में इन्फैंट्री ब्रांच में दूसरे लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया। उनका पहला असाइनमेंट दक्षिण कोरिया में द्वितीय इन्फैंट्री डिवीजन सेना के साथ राइफल प्लाटून लीडर के रूप में था।