नहीं बाज आ रहा किम जोंग उन : North Korea ने अब किया रहस्यमयी हथियार का परीक्षण 

 उत्तर कोरिया (North Korea) का तानाशाह किम जोंग उन बीते कुछ दिनों में तीन बार मिसाइल लॉन्च करने के बाद एक बार फिर रहस्यमयी चीज को समुद्र में लॉन्च करने के साथ ही चर्चा में है।

 
उत्तर कोरिया पिछले कुछ समय से दो वजहों से सुर्खियों में रहा है। ये देश या तो भुखमरी और कोरोना के कारण जूझने के चलते चर्चा में है या फिर मिसाइल लॉन्च कर अमेरिका के निशाने पर बना हुआ है। उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन बीते कुछ दिनों में तीन बार मिसाइल लॉन्च करने के बाद एक बार फिर रहस्यमयी चीज को समुद्र में लॉन्च करने के साथ ही चर्चा में है।

 

क्रूज मिसाइल भी लॉन्च कर चुका है नॉर्थ कोरिया

गौरतलब है कि उत्तर कोरिया इससे पहले क्रूज मिसाइल को भी लॉन्च कर चुका है। सियोल के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा कि परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया ने पूर्वी तट से समुद्र में 'दो अज्ञात चीजों को दागा है। उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया एजेंसियां ​​इसकी विस्तृत जांच कर रही हैं। Read Also : Met Gala 2021: फैशन शो में किम कार्दशियन ने पहनी भूत जैसी ड्रेस, करीना ने पूछा ये क्या हो रहा है

 

मिसाइल की रेंज की नहीं दी जानकारी

हालांकि, इस मामले में उन्होंने ये नहीं बताया कि इन मिसाइल्स की रेंज कितनी थी। गौरतलब है कि ये मिसाइल लॉन्च तब सामने आया है जब चीन के विदेश मंत्री वान्ग यी दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री से मिलने सियोल पहुंचे हैं। योनहैप न्यूज एजेंसी के अनुसार, वांग ने उत्तर कोरिया की मिसाइल लॉन्च की खबर आने से पहले एक बयान दिया था।

 

इस बयान में उन्होंने उम्मीद जताई थी कि सभी देश कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति और स्थिरता के लिए मदद करेंगे। उन्होंने कहा था कि सिर्फ उत्तर कोरिया ही नहीं बल्कि कुछ और देश भी मिलिट्री गतिविधियों में लगे हुए हैं और इस क्षेत्र से जुड़े देशों को बातचीत पर ध्यान देना चाहिए। Read Also : मुस्लिम पुरुष का मूर्तिपूजक महिला के साथ निकाह न तो मान्य है और न ही शून्य है, नहीं मिलेगी पेंशन : हाईकोर्ट

 

इससे तीन दिन पहले ही उत्तर कोरिया ने उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी की नई मिसाइल का टेस्ट किया था। यह मिसाइल 1500 किमी की दूरी तक वार कर सकती है। इस रेंज में नॉर्थ कोरिया जापान के अधिकतर हिस्से पर निशाना लगा सकता है।कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने बताया की यह क्रूज मिसाइल दो साल से तैयार हो रही थी। अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि इस मिसाइल में न्यूक्लियर क्षमता वाला सिस्टम होने की आशंका है।

 

पेंटागन चिंता जाहिर कर चुका है

गौरतलब है कि अमेरिका का रक्षा विभाग पेंटागन इससे पहले भी नॉर्थ कोरिया के मिसाइल प्रोग्राम को लेकर चिंता जाहिर कर चुका है। पेंटागन के मुताबिक, इससे साफ होता है कि उत्तर कोरिया अपनी सैन्य क्षमताओं को तेजी से विकसित कर रहा है जो पड़ोसी देशों के साथ ही इंटरनेशनल कम्युनिटी के लिए भी खतरा हो सकता है।

 

बता दें कि इसी साल किम जोंग उन ने अमेरिकी प्रतिबंधों और दबाव के बीच अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को मजबूत बनाने का फैसला किया था। यही कारण है कि पिछले कुछ तीन दिनों में उत्तर कोरिया में बैक टू बैक मिसाइल टेस्टिंग चल रही है। उत्तर कोरिया ने इससे पहले क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है जो 1500 किलोमीटर दूर अपने टारगेट पर सटीक वार कर सकती है।