अफगानिस्तान सेंट्रल बैंक के गवर्नर ने कहा- देश में विदेशी मुद्रा का भंडार खत्म, अब महंगाई बढ़ेगी

पड़ोसी देश अफगानिस्तान में तख्तापलट होने से सब कुछ गड़बड़ा गया है। जानकारी के अनुसार सेंट्रल बैंक ऑफ अफगानिस्तान के गवर्नर ने कहा है कि देश में विदेशी मुद्रा भंडार खत्म हो गया है। जिससे अब महंगाई बढ़ेगी और इसका सीधा असर गरीबों पर पड़ेगा। 
 
अफगानिस्तान  में तालिबान के राज से सब कुछ गड़बड़ा गया है। अब अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने कहा है कि देश का करीब 9 अरब डॉलर का आरक्षित मुद्रा भंडार विदेशों में है। उन्होंने कहा कि देश में नकदी के तौर पर कोई विदेशी मुद्रा उपलब्ध नहीं है। अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक के प्रमुख अजमल अहमदी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। 

 

उन्होंने कहा कि देश की करीब 9 अरब डॉलर की राशि में से 7 अरब डॉलर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बांड, संपत्तियों और सोने में जमा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अफगानिस्तान के पास अमेरिकी मुद्रा का भंडार शून्य है। उन्होंने कहा कि तालिबान द्वारा देश पर कब्जे के बीच देश को नकदी का भंडार नहीं मिल पाया है।

 

उन्होंने लिखा है कि नकदी की अगली खेप नहीं आ पाई। गवर्नर ने कहा है कि अमेरिकी डालर की कमी से अफगानिस्तान की मुद्रा का मूल्य गिरेगा और महंगाई बढ़ेगी। इसका सीधा असर गरीब जनता पर पड़ेगा। read also : परिवार के साथ अबू धाबी में हैं अफगानिस्तान का भगोड़ा राष्ट्रपति अशरफ गनी, यूएई ने दी जानकारी।

 

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने तालिबान से अफगानिस्तान की पिछली सरकार के कर्मियों को क्षमादान देने, महिलाओं के लिए समावेशी रूख प्रदर्शित करने एवं लड़कियों को स्कूलों में बने रहने देने के संकल्प समेत अपने वादों को पूरा करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता रूपर्ट कोलविल्ले ने मंगलवार को कहा, ”तालिबान ने कई ऐसे बयान दिए हैं जो जमीनी स्तर पर आश्वस्तकारी हैं। लेकिन उनकी करनी उनकी कथनी से अधिक बयां करती हैं।”