मस्जिद में नमाजियों पर टूटा पुलिस का कहर, पथराव के बाद दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

पुलिस ने कहा कि उसने यह सुनिश्चित करने के लिए मुस्लिम नेताओं के साथ पहले वार्ताएं की थीं कि हालात शांत रहें और नमाज हो सके
 
रमजान (Ramadan) का पवित्र महीना चल रहा है। मामला यरूशलम में स्थित पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद (Al-Aqsa Mosque Jerusalem) का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सुबह के समय इजरायली पुलिस और फिलिस्तनीनयों (Palestine) के बीच हुए संघर्ष में करीब 150 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक घायल बताए जा रहे हैं। 

 

पुलिस पर किया पथराव 

जानकारी के अनुसार सुबह की नमाज के समय इजरायली पुलिस (Israeli police) अल-अक्सा मस्जिद  (Al-Aqsa Mosque) में पहुंच गई। जिसे देखकर युवा भड़क गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया है। देखते ही देखते मामला बिगड़ गया। आरोप है कि पुलिस ने मुस्लिम युवाओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान 150 से अधिक लोग घायल हो गए। also read : Admission 2022 update : सांसद और डीएम कोटे से केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन कराने वालों को झटका, KVS ने लगाई रोक, 30 हजार एडमिशन होते हैं हर साल 

 

सैकड़ों हिरासत में लिए

वहीं, घटना के बाद इजरायली पुलिस (Israeli police) ने इस मामले में सैकड़ों लोगों को हिरासत में ले लिया है। हालांकि इस बीच पुलिस और मुस्लिम नेताओं के बीच वार्ता हुई। जिसके बाद फैसला किया गया कि मस्जिद को नमाज के लिए फिर से खोल दिया जाएगा। 
इजरायली पुलिस पर पथराव करते लोग। - फोटो- गूगल।
इजरायली पुलिस (Israeli police) पर आरोप है कि पथराव होने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। बताया गया कि मस्जिद के अंदर ही पुलिस ने नमाजियों पर आंसू गैस के गोले छोडे। वहीं, रबड़ की गोलियां भी चलाए जाने की भी बात कही जा रही है।   read : यूपी : CM Yogi ने तय किया मंत्रियों के कामकाज का शेड्यूल, अब 4 दिन लखनऊ और 3 दिन क्षेत्र में समस्या सुनेंगे मंत्री

 

पुलिस का आरोप सुबह ही पत्थर इक्ट्‌ठा किए गए

 इजरायली पुलिस  (Israeli police) ने बताया कि पथराव के कारण तीन अधिकारी घायल हो गए। इजरायली विदेश मंत्रालय ने कहा कि दर्जनों नकाबपोश लोग फिलिस्तीन (Palestine) और हमास (Hamas) के झंडे लेकर शुक्रवार को, तड़के से पहले मस्जिद परिसर की ओर गए थे और उन्होंने हिंसा की आशंका में पत्थर और अन्य सामान एकत्र किए।

 

‘हमने नमाज होने तक का इंतजार किया’


इजरायली विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने और पत्थरों को हटाने के लिए प्रवेश करना पड़ा, ताकि और हिंसा को रोका जा सके।’ पुलिस ने कहा कि उसने नमाज होने और भीड़ के तितर-बितर हो जाने तक इंतजार किया। उसने एक बयान में कहा कि भीड़ ने यहूदियों के एक निकटवर्ती पवित्र स्थल ‘वेस्टर्न वाल’ की ओर पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। फिलिस्तीनी अल-अक्सा में पुलिस की बड़ी संख्या में तैनाती को भड़कावे की कार्रवाई मानते हैं।

 

‘हिंसा करने में इजरायल की कोई रुचि नहीं’


इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री उमर बारलेव ने कहा कि इजरायल की पवित्र स्थल पर हिंसा करने में ‘कोई रुचि’ नहीं है, लेकिन पुलिस को उस पर पथराव करने और धातु की छड़ों से हमला करने वाले ‘हिंसक तत्वों’ के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि इजरायल प्रार्थना करने के यहूदियों और मुसलमानों की स्वतंत्रता के समान अधिकार के लिए प्रतिबद्ध है। यह मस्जिद मक्का और मदीना के बाद इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थल है। यह एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है जो यहूदियों के लिए सबसे पवित्र स्थल है। यहूदी इसे ‘टेंपल माउंट’ कहते हैं।