इस उम्र तक बच्चों के आधार कार्ड को दो बार अपडेट कराना जरूरी, नहीं तो इसका नहीं होगा कोई फायदा

ज्यादातर लोग ट्रांसफर या अन्य कारणों से अपने आधार कार्ड को अपडेट कराते रहते हैं लेकिन बहुत कम लोग अपने बच्चों का आधार अपडेट करते हैं। ऐसे में जरूरत पड़ने पर हम आधार का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं, इसलिए आधार को अपडेट कराना जरूरी है। 
 
अक्सर लोग किसी न किसी वजह से अपने आधार कार्ड को अपडेट कराते रहते हैं, लेकिन अपने बच्चों के आधार कार्ड पर ध्यान नहीं देते। क्योंकि बच्चे के आधार कार्ड  की कहीं भी जरूरत नहीं पड़ती इसलिए बनने के बाद से वैसे ही रखा रहता है। ऐसे में अगर आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है तो बिना अपडेट किए आधार कार्ड का कोई फायदा नहीं होगा। READ ALSO:-UP :गाड़ी मालिक ने नाबालिग को थमाया स्टीयरिंग तो लगेगा भारी जुर्माना और जाना पड़ सकता है जेल भी!

 

एनसीआर के सबसे बड़े भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के आधार केंद्र के प्रभारी का कहना है कि बच्चों के वयस्क होने से पहले उनके आधार कार्ड को दो बार अपडेट करना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने पर आधार उपयोगी नहीं रहेगा। पहली बार पांच साल की उम्र में और दूसरी बार 15 साल की उम्र में बायोमेट्रिक्स अपडेट कराना अनिवार्य है। लोगों को आधार सेवा केंद्र पर जाकर तय समय के अंदर आधार अपडेट कराना चाहिए। 

 

यदि किसी ने इस अवधि के दौरान आधार कार्ड में किसी भी प्रकार का संशोधन कराया है तो उस समय ई-केवाईसी (e-KYC) अवश्य हुआ होगा। वयस्कों के आधार कार्ड में पता, मोबाइल नंबर या अन्य कोई बदलाव होने पर KYC की जाती है, लेकिन आमतौर पर बच्चों के आधार कार्ड में किसी भी तरह की कोई जरूरत नहीं होती है। इस वजह से उनका आधार अपडेट नहीं हो पाता है। 

 

आधार कार्ड को इस तरह अपडेट किया जा सकता है
देशभर के बड़े शहरों में UIDAI आधार सेवा केंद्र खुले हैं। यहां जाकर बच्चों का आधार अपडेट किया जा सकता है। अगर किसी का आधार कार्ड किसी दूसरे राज्य का है और वह फिलहाल दिल्ली में रह रहा है, लेकिन वह चाहता है कि उसका पता आधार में पुराना पता ही रहे तो वह अपने पिता के पुराने पते का प्रमाण जमा करके इसे अपडेट करा सकता है। बैंकों और डाकघरों में बच्चों का आधार अपडेट नहीं होता है, इसलिए UIDAI के आधार सेवा केंद्र जाना होगा।