Yellow Alert Of Heatwave : 2 दिन आंधी-पानी का अनुमान, आगरा, मथुरा, कानपुर सबसे गर्म, वाराणसी में 8वीं तक के स्कूलों का समय बदला
उत्तर प्रदेश में लू का प्रकोप दिखने लगा है। पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। दिन के साथ रातें भी गर्म होने लगी हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आज इस सीजन की पहली लू (Heatwave) चलने का अनुमान है।
Apr 18, 2023, 12:53 IST
उत्तर प्रदेश में लू का प्रकोप दिखने लगा है। पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। दिन के साथ रातें भी गर्म होने लगी हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आज इस सीजन की पहली लू चलने का अनुमान है। मंगलवार सुबह से ही गर्मी का असर दिखना शुरू हो गया है। उधर, कानपुर में सोमवार को भीषण गर्मी से लोग परेशान रहे।Read Also:-क्या आप के पास भी आते हैं लॉटरी जीतने वाले मैसेज, तो पढ़िए सरकार का ये ट्वीट, फिर आप भी सब समझ जाएंगे....
18 और 19 अप्रैल को आंधी-तूफान की आशंका जताई गई है
सीएसए के मौसम विज्ञानी (CSA meteorologist) डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने कहा कि आईएमडी (IMD) ने 18 और 19 अप्रैल को आंधी-तूफान के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है। हालांकि इससे गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों ने लू के दौरान यानी सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक सीधी धूप से बचने की सलाह दी है।
सीएसए के मौसम विज्ञानी (CSA meteorologist) डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने कहा कि आईएमडी (IMD) ने 18 और 19 अप्रैल को आंधी-तूफान के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है। हालांकि इससे गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों ने लू के दौरान यानी सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक सीधी धूप से बचने की सलाह दी है।
हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है
आसमान साफ होने के कारण तेज धूप भी रही। इस दौरान तेज शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं (लू) चलीं। इसका असर पर्यावरण पर भी पड़ा। नमी का न्यूनतम प्रतिशत घटकर 16 और अधिकतम 51 रह जाता है। नमी कम होने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे लू लगने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में बाहर खुले में जाते समय पानी पीने की सलाह दी जाती है।
आसमान साफ होने के कारण तेज धूप भी रही। इस दौरान तेज शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं (लू) चलीं। इसका असर पर्यावरण पर भी पड़ा। नमी का न्यूनतम प्रतिशत घटकर 16 और अधिकतम 51 रह जाता है। नमी कम होने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे लू लगने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में बाहर खुले में जाते समय पानी पीने की सलाह दी जाती है।
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज सबसे गर्म रहा
अप्रैल के पहले 15 दिन राहत भरे रहे। पिछले तीन दिनों में 4.6 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। सोमवार को तापमान रिकॉर्ड 42 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3.6 डिग्री अधिक है। प्रयागराज में गर्मी का प्रकोप सबसे ज्यादा देखा गया। प्रयागराज का तापमान सोमवार को 44 डिग्री के साथ सबसे गर्म रहा। इसके बाद झांसी और मथुरा का तापमान 43 डिग्री के पार रहा। फिलहाल गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं।
अप्रैल के पहले 15 दिन राहत भरे रहे। पिछले तीन दिनों में 4.6 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। सोमवार को तापमान रिकॉर्ड 42 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3.6 डिग्री अधिक है। प्रयागराज में गर्मी का प्रकोप सबसे ज्यादा देखा गया। प्रयागराज का तापमान सोमवार को 44 डिग्री के साथ सबसे गर्म रहा। इसके बाद झांसी और मथुरा का तापमान 43 डिग्री के पार रहा। फिलहाल गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं।
बनारस में चली गर्म हवाएं, तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पहुंचा
वाराणसी में सोमवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। गर्म हवाएं 15 किमी. प्रति घंटा की दर से चला। डीएम वाराणसी ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है। कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों का समय अब सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक चलाने का आदेश दिया गया है। यह आदेश सभी सरकारी और निजी स्कूलों में लागू होगा।
वाराणसी में सोमवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। गर्म हवाएं 15 किमी. प्रति घंटा की दर से चला। डीएम वाराणसी ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है। कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों का समय अब सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक चलाने का आदेश दिया गया है। यह आदेश सभी सरकारी और निजी स्कूलों में लागू होगा।
मौसम विभाग ने आज लू का अलर्ट जारी किया है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि वाराणसी में बुधवार से बादल छाने के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है। वहीं, अगले 3 दिनों तक बादल छाए रहने के आसार हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान:-
City | Temperature |
Meerut | 40.2 |
Mthura | 43.0 |
Kanpur | 42.6 |
Lucknow | 41.5 |
Agra | 42.2 |
Varanasi | 44 |
Bareilly | 40.5 |
Prayagraj | 44.0 |
इन बातों का ध्यान रखें
- अपने सिर को ढक कर रखें, कपड़े, टोपी या छाते का उपयोग करें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि आप डिहाइड्रेशन से बच सकें।
- मवेशियों को सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक छाया में रखें।
- दोपहर में 11 बजे से 3 बजे के बीच घर से बाहर निकलने से बचें।
- हल्के रंग के ढीले और सूती कपड़े पहनें।
- समय-समय पर पौधों और फसलों की सिंचाई करते रहें।
- कमजोरी के संकेतों को पहचानें जैसे हीट स्ट्रोक, हीट रैश या हीट क्रैम्प्स, जैसे चक्कर आना, सिरदर्द, अधिक पसीना आना।