UP : बेजुबान की बफादारी, फंदे पर झूलते मालिक को बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन नहीं बचा पाया, आंखों में आंसू लिए दुनिया से चला गया एलेक्स 

झांसी शहर के पॉश पंचवटी कॉलोनी में यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में दो बार फेल हुए डीआरएम (DRM) कार्यालय में बजट अनुभाग अधिकारी के इकलौते बेटे ने रविवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दौरान उनका पालतू कुत्ता उन्हें बचाने की कोशिश करता रहा। लेकिन, उसे बचा नहीं पाया।
 
झांसी में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। वह अपने पालतू कुत्ते के साथ घर में अकेला था। तभी पालतू कुत्ते ने उसे फंदे से निकालने की काफी कोशिश की। सूचना पर चौकी इंचार्ज घर में दाखिल हुए तो कुत्ते ने उन्हें काट लिया और 4 घंटे तक किसी को घर में नहीं घुसने दिया। नगर निगम की टीम बुलाई गई। जाल बिछाकर कुत्ते को पकड़ा गया। इसके बाद कुत्ते की भी मौत हो गई। परिजन आरोप लगा रहे हैं कि कुत्ते की मौत एनेस्थीसिया का ओवरडोज देने से हुई है।READ ALSO:-Meerut : UP से लेकर उत्तराखंड तक फैला फर्जी मैरिज ब्यूरो का नेटवर्क, रोजाना 7 से 8 लोगों को ठगने का टारगेट; बहनों और पत्नी के साथ चला रहा था नेटवर्क

 

छात्र के माता-पिता भोपाल गए थे
कोतवाली थाना क्षेत्र के पंचवटी स्थित नालंदा ओम गार्डन निवासी कुमार संभव अग्निहोत्री (23) सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था। चाचा अभिषेक मिश्रा ने बताया कि संभव के पिता आनंद अग्निहोत्री रेलवे में वरिष्ठ अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। आनंद की पत्नी पिछले कुछ समय से एक गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं। वह पत्नी के इलाज के लिए भोपाल गए थे। बेटा संभव और उसका पालतू कुत्ता एलेक्स घर पर थे।

 

कुत्ते ने घर में किसी को घुसने नहीं दिया
रविवार की रात पिता ने बेटे को कई बार फोन किया। लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। परेशान होकर पिता ने पड़ोसियों को बुलाकर बेटे का हालचाल पूछने को कहा। पड़ोसी जब उनके घर पहुंचे तो पालतू कुत्ता गैलरी में बैठा था। लोगों ने संभव को आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया। किसी अनहोनी की आशंका से पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी।

 

घटना की सूचना पर उन्नावगेट चौकी प्रभारी शिवम सिंह मौके पर पहुंचे। जैसे ही वह गेट के अंदर दाखिल हुए, पालतू कुत्ते ने उस पर हमला कर दिया और काट लिया। संभव के मामा के मुताबिक एलेक्स ने करीब 4 घंटे तक किसी को घर में घुसने नहीं दिया।

 

पुलिस ने नगर निगम की टीम बुलाई
कुत्ते के हमले के बाद नगर निगम की टीम को बुलाया गया। टीम ने जाल बिछाकर कुत्ते को पकड़ लिया। फिर बेहोश कर अपने साथ ले गए। बाद में पालतू एलेक्स की भी मौत हो गई। मामा का कहना है कि कुत्ते को बेहोश करने की दवा का ओवरडोज दिया गया था। इससे उनकी मौत हो गई है।

 

कुत्ते को काबू कर पुलिस अंदर गई तो छात्र फंदे से लटका मिला। बेटे की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। देर रात युवक के माता-पिता झांसी पहुंचे। हालांकि अभी तक सुसाइड के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है।

 

मालिक और वफादार एलेक्स की मौत की चर्चा
मामा अभिषेक ने बताया कि भतीजे संभव ने करीब 5 साल पहले जर्मन शेफर्ड नस्ल का कुत्ता पाला था। जो उन्हें एक अधिकारी ने तोहफे के तौर पर दिया था। जिसका नाम एलेक्स था। संभव अपने पालतू एलेक्स से बहुत प्यार करता था। इसलिए संभव न तो शादियों में गया और न ही कहीं और। क्योंकि वह एलेक्स को अकेला नहीं छोड़ना चाहता था। एलेक्स अपने कमरे में रहता था। यही कारण है कि उनके भांजे के द्वारा फांसी लगाने के बाद एलेक्स ने घंटों उसके शव को नीचे उतारने का प्रयास किया। लेकिन वह इसे उतार नहीं सका। संभव के कपड़े और पैर पर कुत्ते के खरोंच के निशान थे।