UP : हाथरस कांड का दर्द, 100 से ज्यादा लोगो की मौत...खचाखच भीड़ से भरा पंडाल, सत्संग के बाद लोगों को रौंदते हुए निकली बेकाबू सैंकड़ो लोगों भीड़;
फुलेराई गांव उत्तर प्रदेश के हाथरस में है। यहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। एक अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Jul 2, 2024, 19:42 IST
उत्तर प्रदेश का हाथरस शहर। यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर फुलेराई गांव है। इस गांव में शुभ के साथ अशुभ भी हुआ। यहां मातमी सन्नाटा पसरा है। भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 100 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। प्रशासन की कई टीमें गांव में मौजूद हैं। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।READ ALSO:-UP : हाथरस में दर्दनाक हादसा, भोले बाबा के सत्संग में भगदड़, मची चीख-पुकार...80 से ज्यादा श्रद्धालुओं की हुई मौत,150 घायल
मंगलवार को सुबह 8 बजे से भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग में शामिल होने के लिए अलग-अलग राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आए थे। दोपहर करीब 2 बजे जैसे ही सत्संग खत्म हुआ, श्रद्धालुओं की भीड़ पंडाल से बाहर निकलने के लिए बेकाबू हो गई। लोग एक-दूसरे को धक्का देने लगे। कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। फिर पंडाल में भगदड़ मच गई। लोग चीखने-चिल्लाने लगे। वे एक-दूसरे को रौंदते रहे।
लोग एक-दूसरे को रौंदते रहे ग्रामीणों के मुताबिक स्थानीय प्रशासन को सत्संग की जानकारी थी। पंडाल के पास कुछ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। लेकिन जब भीड़ बेकाबू हो गई तो पुलिस बेबस नजर आई। आयोजक लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते रहे, लेकिन कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था। कुछ लोगों को तो यहां तक लगा कि कोई हादसा हो गया है। कोई कुछ समझ नहीं पा रहा था, लोग बस पंडाल छोड़कर भागते रहे।
सत्संग में हजारों की संख्या में श्रद्धालु आए थे
एक श्रद्धालु ने बताया कि सुबह से ही सत्संग चल रहा था। दोपहर में काफी गर्मी और उमस थी। लोग बस इंतजार कर रहे थे कि सत्संग जल्दी खत्म हो और घर जाएं। शायद यही वजह रही कि सत्संग खत्म होने के बाद श्रद्धालु पंडाल से बाहर निकलने के लिए बेकाबू हो गए। हजारों की भीड़ में बुजुर्ग और बच्चे भी थे।
एक श्रद्धालु ने बताया कि सुबह से ही सत्संग चल रहा था। दोपहर में काफी गर्मी और उमस थी। लोग बस इंतजार कर रहे थे कि सत्संग जल्दी खत्म हो और घर जाएं। शायद यही वजह रही कि सत्संग खत्म होने के बाद श्रद्धालु पंडाल से बाहर निकलने के लिए बेकाबू हो गए। हजारों की भीड़ में बुजुर्ग और बच्चे भी थे।
एक अधिकारी ने बताया कि गंभीर रूप से घायलों को एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा जिन लोगों को मामूली चोटें आयी हैं, उनका स्थानीय सामुदायिक केंद्र में उपचार किया जा रहा है। रतिभानपुर में हर मंगलवार को भोले बाबा का सत्संग होता है।