रैपिड रेल: इंतजार की घड़ियाँ खत्म, जल्द शुरू होने जा रही है रैपिड रेल, जानिए कहां से और कब से चलेगी रैपिड ट्रेन

निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा 10 अप्रैल से पहले कर दी जाएगी। लेकिन उससे पहले रैपिड ट्रेन शुरू करने की बात चल रही है, क्योंकि आचार संहिता लागू होने के बाद न तो किसी नई चीज का उद्घाटन हो सकता है और न ही कोई नई योजना लागू हो सकती है।
 
दिल्ली से मेरठ रैपिड रेल: जल्द ही भारत के लोग देश की पहली रैपिड ट्रेन का लुत्फ उठा सकेंगे। दिल्ली से मेरठ जाने वाले लोगों के लिए यह ट्रेन काफी अच्छी साबित होने वाली है। रैपिड ट्रेन का काम लगभग पूरा हो चुका है। अब इसके संचालन की घोषणा की जानी बाकी है। माना जा रहा है कि जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी। उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव से पहले पहला चरण शुरू करने की तैयारी चल रही है।Read Also:-सूरत सत्र अदालत ने मानहानि मामले में राहुल को जमानत दी, सजा खत्म करने की अपील पर सुनवाई 13 अप्रैल को

 

निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा 10 अप्रैल से पहले कर दी जाएगी। लेकिन उससे पहले रैपिड ट्रेन शुरू करने की बात चल रही है, क्योंकि आचार संहिता लागू होने के बाद न तो किसी नई चीज का उद्घाटन हो सकता है और न ही कोई नई योजना लागू हो सकती है। इसलिए यात्रियों के लिए यह एक अच्छी खबर है। यह देश की पहली रैपिड रेल है। इस ट्रेन का उद्घाटन करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गाजियाबाद आने की चर्चा जोरों पर है।

 

ट्रैक तैयार है 
ट्रेन चलने से पहले यहां ट्रैक की अच्छी तरह से जांच की गई है। इसमें सुरक्षा में कोई कमी न हो, इसके लिए लगातार ट्रायल किए जा रहे हैं। एनसीआरटीसी (NCRTC) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि यात्रियों के लिए रैपिड ट्रेन का संचालन कब से शुरू होगा, ये उच्चाधिकारी जल्द ही फैसला करेंगे, लेकिन ट्रेन चलाने के लिए ट्रैक को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। साहिबाबाद से दुहाई के बीच ट्रेन के परिचालन के लिए ट्रैक की मरम्मत की गई है। आरआरटीएस (RRTS) कॉरिडोर का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर का प्रायोरिटी सेक्शन शुरू किया जाएगा। उसके बाद मेरठ तक का यह सफर 2025 तक पूरा होगा।

 

आरामदायक सीटें आपकी यात्रा को आसान बना देंगी
आरआरटीएस (RRTS) ट्रेन के डिब्बे की सीटें काफी आरामदायक हैं। दो सीटें आमने-सामने हैं। इन सीटों पर सफर करना बेहद आसान होगा। खड़े यात्रियों के यात्रा करने का भी प्रावधान है। स्वचालित प्लग, दरवाजों के अलावा, रैपिड रेल में चुनिंदा दरवाजों को जरूरत के आधार पर खोलने के लिए पुश बटन होंगे। हर स्टेशन पर सभी दरवाजे खोलने की जरूरत नहीं होगी। ट्रेन में एक डिब्बा महिलाओं के लिए आरक्षित है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्लेटफॉर्म पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाए गए हैं। इस पीएचडी से ट्रेनों के दरवाजे जोड़े जाएंगे।