Meerut : शनि मंदिर में पुजारी गुर्जरनाथ महाराज बनकर रह रहा था दूसरे समुदाय का गुल्लू खान,  ऐसे खुला राज, हिंदू संगठनों ने किया हंगामा,

शनि मंदिर में पुजारी के तौर पर दूसरे समुदाय का गुल्लू खान कई महीनों से रहा था।  जब उनका राज खुला तो सभी के होश उड़ गए। जानिए कैसे बने गुल्लू खान से गुर्जरनाथ महाराज। 
 
मेरठ में एक मुस्लिम युवक करीब 7 महीने से शनि मंदिर में पुजारी गुर्जरनाथ महाराज बनकर रह रहा था।  इसका खुलासा तब हुआ जब गांव के एक युवक को उस पर शक हुआ। जब यह बात युवक से हिंदू संगठन के पदाधिकारियों को पता चली तो वे मंदिर पहुंच गए और पुजारी को पकड़ लिया। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी।READ ALSO:-Meerut : बीमा के 48 लाख रूपये हड़पने के लिए दी दोस्त को खौफनाक मौत, 18 दिन पहले रोड एक्सीडेंट में हुई थी राशन डीलर की मौत, आरोपी हुआ गिरफ्तार

 

हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस पुजारी को थाने ले आई। पूछताछ में पुजारी ने अपना नाम गुल्लू खान निवासी हरियाणा बताया। पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी है। मामला सरधना के मटौर गांव स्थित ओम शनि मंदिर का है।

 

विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अमन सिंह और हिंदू संगठन से जुड़े पुरूषोत्तम ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि ओम शनि मंदिर का पुजारी एक मुस्लिम युवक है। उसका नाम गुल्लू खान (38) पुत्र इस्माइल है। वह गांव गद्दी बेसिक, जिला पानीपत, हरियाणा का रहने वाला है। वह अपना धर्म और नाम छिपाकर मंदिर में गुर्जरनाथ महाराज के नाम से रह रहा था। यह जानने के बाद हम मंदिर पहुंचे और पुजारी से पूछताछ की। उसका आधार कार्ड मांगने पर सच्चाई सामने आ गई।

 

खुद को हरियाणा के गोरखनाथ मंदिर का पुजारी बताया था
ग्रामीणों ने बताया कि पुजारी जनवरी 2023 को मंदिर आये था। तब उसने समिति के सदस्यों को बताया था कि वह हरियाणा के झज्जर के डिग्गलबेरी रोड स्थित बाबा गोरखनाथ मंदिर के पुजारी हैं। उसने कुछ दिन मंदिर में रुकने की बात कही थी। समिति के लोगों ने उस पर विश्वास किया और उसे मंदिर में रहने की अनुमति दे दी। लेकिन आसपास के लोगों को उस पर शक हो गया। पूछताछ करने पर सच्चाई सामने आ गई।

 

15 साल पहले मुस्लिम धर्म छोड़कर बन गया था हिंदू
थाने में पुलिस की पूछताछ में गुल्लू खान ने बताया कि वह मुस्लिम है। लेकिन 15 साल पहले हिंदू धर्म अपना लिया था। उसने बताया कि वह 8 भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर हैं। वह मूल रूप से मुजफ्फरनगर के ककरोली थाने के कम्हेड़ा गांव का रहने वाला है। लेकिन, 20 साल पहले वह हरियाणा में बस गये थे। गुल्लू  खान मेरठ के सरधना आने से पहले पानीपत में एक दूध डेयरी पर काम करता था। ओम शिव शनि मंदिर में पुजारी बनने से पहले, वह झज्जर में फार्म गार्ड के रूप में काम करता था। इसके बाद बाबा झज्जर के गोरखनाथ मंदिर में पुजारी के तौर पर भी रह चूका है। गुल्लू खान से पुलिस की पूछताछ अभी भी जारी है। 

 

खुफिया विभाग का कर्मचारी मंदिर पहुंचा था
बताया जा रहा है कि गांव के एक युवक को पुजारी पर शक था। इस पर वह गुल्लू खान के पास गया। उससे बातें करने लगा। उनसे पूजा विधि की जानकारी ली। लेकिन वह सही जवाब नहीं दे सका। जिसके बाद उन्होंने हिंदू संगठनों को जानकारी दी। हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने खुफिया विभाग को सूचना दी।

 

इसके बाद खुफिया विभाग का एक कर्मचारी सादी वर्दी में मंदिर पहुंचा। मंदिर में पुजारी के रूप में रहने वाले गुल्लू खान से पूजा और आरती करने को कहा। लेकिन वह पूजा नहीं करा सका। इसके बाद खुफिया विभाग के कर्मचारी ने दौराला थाना पुलिस को मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मंदिर पहुंची और गुल्लू खान को गिरफ्तार कर लिया। 

 

गोहत्या और चोरी की घटना में शामिल होने का आरोप
हिंदू संगठनों के लोगों ने गुल्लू खान पर हरियाणा में गोहत्या और चोरी की घटनाओं में शामिल होने का आरोप लगाया है। दौराला पुलिस ने गुल्लू खान के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इंस्पेक्टर संजय शर्मा ने बताया कि गुल्लू खान को हिरासत में ले लिया गया है। उससे पूछताछ चल रही है।