Lok Sabha Elections : सीट बंटवारे पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीट शेयरिंग पर बन गई बात, अखिलेश यादव बोले-अंत भला तो सब भला

 उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ India गठबंधन के तहत कांग्रेस 17 से 19 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जल्द ही सीटों का ऐलान भी हो सकता है। जानिए कांग्रेस के उन चेहरे के बारे में जो लड़ सकते हैं चुनाव। 
 
लंबे समय से चल रहे संशय के बीच उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर बात बन गई है। इसकी घोषणा खुद समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव ने की। अखिलेश यादव ने कहा कि अब कांग्रेस के साथ गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है। अखिलेश ने कहा कि इस बार भारतीय जनता पार्टी का सफाया हो जाएगा। किसान दिल्ली में धरने पर बैठे हैं। परीक्षा का पेपर लीक हो गया है और सरकार पर बड़े पैमाने पर आरोप लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी एक पार्टी नहीं बल्कि एक गिरोह है। समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा कि जब कोई अधिकारी सीसीटीवी लगे होटल में बैठकर खुलेआम घूम सकता है तो फिर क्या रह गया है। बीजेपी का चेहरा सामने आ गया। अंत भला तो सब भला। गठबंधन होगा। सीट बंटवारे पर कोई विवाद नहीं है। सब कुछ आपके सामने प्रकट हो जाएगा। READ ALSO:-मेरठ: किसानों ने कलक्ट्रेट में किया हंगामा, राकेश टिकैत ट्रैक्टर चलाकर पहुंचे कलक्ट्रेट, धरने पर बैठे BKU प्रवक्ता टिकैत

 

लोकसभा चुनाव-2024 के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन लगभग तय हो गया है। दोनों पार्टियां उत्तर प्रदेश में एक साथ लड़ने को तैयार हैं। इसकी औपचारिक घोषणा होना अभी बाकी है। सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में प्रियंका गांधी ने अहम भूमिका निभाई है। प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव से फोन पर बात की, जिसके बाद ही गठबंधन को अंतिम रूप दिया जा सका। 

 


कांग्रेस ने आख़िरकार अखिलेश यादव के द्वारा दी गई सीटों पर दो बदलाव करने को कहा था। पहला-हाथरस एसपी को वापस दे कर और सीतापुर दिया जाए। सपा ने कांग्रेस की यह मांग मान ली। वहीं, समाजवादी पार्टी को बुलंदशहर या मथुरा में से एक सीट लेकर श्रावस्ती कांग्रेस को देनी चाहिए। अखिलेश ने श्रावस्ती पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर शाम तक जवाब देने को कहा है। इसके बाद ही दोनों नेता (Akhilesh and Priyanka) सहमत हुए और गठबंधन पर मुहर लगी। प्रियंका गांधी चाहती थीं कि मुरादाबाद में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से पहले गठबंधन पर बातचीत फाइनल हो जाए। यह यात्रा 24 फरवरी को दोबारा मुरादाबाद से शुरू हो रही है। इस यात्रा में प्रियंका भी हिस्सा लेने वाली हैं। 

 

आज यानी बुधवार शाम 5 बजे कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस हो सकती है। इसमें कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष अविनाश पांडे और समाजवादी पार्टी से राजेंद्र चौधरी होंगे। इस बीच, अखिलेश यादव ने कहा है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा। गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है। अखिलेश यादव ने ये बयान मुरादाबाद में दिया। 

 

कांग्रेस को 17 सीटें मिलीं
समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को 17 सीटें दी हैं।  इनमें रायबरेली, अमेठी, कानपुर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया शामिल हैं। कांग्रेस बुलंदशहर या मथुरा में से एक सीट वापस करेगी और बदले में श्रावस्ती लेगी।  इस पर अखिलेश यादव लगभग सहमत हो गये हैं। 

 

दरअसल, समाजवादी पार्टी गठबंधन के लिए शर्तें रख रही थी, लेकिन कांग्रेस की पूरी कोशिश थी कि दोनों पार्टियां उत्तर प्रदेश में एक साथ चुनाव लड़ें। कांग्रेस का मानना है कि आगे बड़ी लड़ाई है, इसलिए समर्थन जरूरी है। कांग्रेस ज्यादा सीटें नहीं चाहती थी। वह जीतने लायक सीटें चाहती थीं। 

 

कांग्रेस ने कहा कि 2019 में बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद मंडल की 6 में से 3 सीटों का समझौता किया था, हम सिर्फ दो की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि समाजवादी पार्टी का मीडिया के जरिए दबाव बनाना ठीक नहीं है। कांग्रेस का मानना था कि अगर सहमति नहीं बनी तो दोनों पार्टियों को नुकसान होगा। राष्ट्रीय चुनाव के चलते मुस्लिम मतदाता भी इस बार समाजवादी पार्टी के बजाय कांग्रेस पार्टी का समर्थन करेंगे। साथ मिलकर लड़ने से मोदी विरोधी और अल्पसंख्यक मतदाता एकजुट होकर गठबंधन का समर्थन करेंगे।