Gyanvapi : मंदिर प्रशासन ने जारी किया व्यास तहखाने में पूजा-आरती का टाइम टेबल, जानिए कब होगी पूजा?
ज्ञानवापी : काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने व्यास जी तहखाने में पूजा-आरती को लेकर शेड्यूल जारी कर दिया है
Feb 1, 2024, 18:41 IST
कल यानी बुधवार 31 जनवरी को वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद स्थित व्यास जी के तहखाने में पूजा करने का आदेश जारी किया। कोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन आधी रात को ज्ञानवापी परिसर पहुंचा, जहां साफ-सफाई और शुद्धिकरण के बाद पूजा शुरू की। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने व्यास जी तहखाने में पूजा-आरती को लेकर समय सारिणी जारी कर दी है।READ ALSO:-मुस्लिम पक्ष को झटका, पूजा की अनुमति को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, दिया हाईकोर्ट जाने का सुझाव
व्यास तहखाने में प्रतिदिन 5 आरती होंगी।
समय सारणी के अनुसार व्यास तहखाने में प्रतिदिन पांच आरतियां की जाएंगी, जिसकी शुरुआत सुबह 3.30 बजे मंगला आरती से होगी। इसके बाद दोपहर 12 बजे भोग आरती होगी। शाम 4 बजे दोपहर की आरती, शाम 7 बजे संध्या आरती और रात 10 बजे शयन आरती होगी।
समय सारणी के अनुसार व्यास तहखाने में प्रतिदिन पांच आरतियां की जाएंगी, जिसकी शुरुआत सुबह 3.30 बजे मंगला आरती से होगी। इसके बाद दोपहर 12 बजे भोग आरती होगी। शाम 4 बजे दोपहर की आरती, शाम 7 बजे संध्या आरती और रात 10 बजे शयन आरती होगी।
- मंगला आरती- सुबह 3:30 बजे
- भोग आरती- दोपहर 12 बजे
- अपराह्न- 4 बजे
- शाम- 7 बजे
- सोने का समय- रात 10:30 बजे
31 साल बाद ज्ञानवापी में हुआ मंत्र जाप
आपको बता दें कि बुधवार को वाराणसी जिला जज की अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद के व्यास जी तहखाने में पूजा को लेकर बड़ा ऐलान किया था। जज ने 31 साल से बंद व्यास तहखाने में पूजा की इजाजत दे दी है। कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद वाराणसी कमिश्नर, डीएम और पुलिस कमिश्नर आधी रात को ज्ञानवापी मस्जिद गए। इसके बाद डीएम की मौजूदगी में बेसमेंट का दरवाजा खोला गया, फिर साफ-सफाई और शुद्धिकरण किया गया। इसके बाद आचार्य गणेश्वर द्रविड़ ने कलश स्थापना की और मंत्रोच्चार के साथ गौरी-गणेश की आरती की।
आपको बता दें कि बुधवार को वाराणसी जिला जज की अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद के व्यास जी तहखाने में पूजा को लेकर बड़ा ऐलान किया था। जज ने 31 साल से बंद व्यास तहखाने में पूजा की इजाजत दे दी है। कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद वाराणसी कमिश्नर, डीएम और पुलिस कमिश्नर आधी रात को ज्ञानवापी मस्जिद गए। इसके बाद डीएम की मौजूदगी में बेसमेंट का दरवाजा खोला गया, फिर साफ-सफाई और शुद्धिकरण किया गया। इसके बाद आचार्य गणेश्वर द्रविड़ ने कलश स्थापना की और मंत्रोच्चार के साथ गौरी-गणेश की आरती की।