उत्तर प्रदेश के पांच शहर बनेंगे ग्लोबल आईटी हब, अमेरिका और जापान से करेंगे मुकाबला
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए राज्य के पांच शहरों में नए आईटी हब बनाने का फैसला किया है।
Aug 26, 2024, 10:58 IST
हर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को ब्रांड के तौर पर पेश कर रही योगी सरकार अब राज्य को वैश्विक आईटी हब का ब्रांड बनाने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के पांच जिलों को आईटी और आईटीईएस क्षेत्र से जुड़े उद्योग के लिए उपयुक्त बनाने का संकल्प लिया है। इसके लिए राज्य के पांच शहरों गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और प्रयागराज को आईटी सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा।Read also:-अब क्या निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी नई पेंशन योजना यूपीएस (UPS) का मिलेगा लाभ?
ये पांचों हब एक-दूसरे से अलग होंगे
इसमें भी गौतमबुद्ध नगर को आईटी और आईटीईएस के हब के तौर पर, लखनऊ को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के हब के तौर पर, कानपुर को ड्रोन और रोबोटिक्स के हब के तौर पर और वाराणसी और प्रयागराज को इंजीनियरिंग रिसर्च एंड डेवलपमेंट (ER&D) सेंटर के हब के तौर पर विकसित किया जाएगा।
इसमें भी गौतमबुद्ध नगर को आईटी और आईटीईएस के हब के तौर पर, लखनऊ को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के हब के तौर पर, कानपुर को ड्रोन और रोबोटिक्स के हब के तौर पर और वाराणसी और प्रयागराज को इंजीनियरिंग रिसर्च एंड डेवलपमेंट (ER&D) सेंटर के हब के तौर पर विकसित किया जाएगा।
एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अगले तीन साल में राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में सरकार का जोर आईटी और आईटीईएस क्षेत्र में राज्य को ऊंचाइयों पर ले जाने पर भी है। इसमें राज्य में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने और उच्च वेतन वाली नौकरियों का सृजन करने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल विकास शामिल है। इसके साथ ही आईटी और आईटीईएस सेक्टर के लिए लैंड बैंक बनाना और आईटी सिटी (IT City) और आईटी पार्क (IT Park) के विकास के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना भी सरकार के अहम उद्देश्यों में से एक है।
बनेगी सलाहकार समिति
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जल्द ही प्रदेश को आईटी हब के ब्रांड के तौर पर विकसित करने के लिए राज्य स्तरीय आईटी और आईटीईएस (ITES) सलाहकार समिति का गठन कर सकती है। इससे इस सेक्टर के उद्योग और अकादमिक हितधारकों से जुड़कर प्रदेश में इस सेक्टर को बढ़ावा देने के उपाय और रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी। साथ ही सरकार आईटी सेक्टर को उद्योग का दर्जा देने पर भी विचार कर रही है। ताकि आईटी इकाइयों को औद्योगिक टैरिफ पर बिजली उपलब्ध कराई जा सके।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जल्द ही प्रदेश को आईटी हब के ब्रांड के तौर पर विकसित करने के लिए राज्य स्तरीय आईटी और आईटीईएस (ITES) सलाहकार समिति का गठन कर सकती है। इससे इस सेक्टर के उद्योग और अकादमिक हितधारकों से जुड़कर प्रदेश में इस सेक्टर को बढ़ावा देने के उपाय और रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी। साथ ही सरकार आईटी सेक्टर को उद्योग का दर्जा देने पर भी विचार कर रही है। ताकि आईटी इकाइयों को औद्योगिक टैरिफ पर बिजली उपलब्ध कराई जा सके।
इसके अलावा एआई, ड्रोन इंडस्ट्री से जुड़े निवेशकों और गल्फ कॉरपोरेशन काउंसिल के निवेशकों को प्रदेश के आईटी सेक्टर में निवेश के लिए आकर्षित करने की रणनीति बनाई जा रही है। साथ ही प्रदेश में तकनीक से जुड़े सम्मेलनों के जरिए आईटी हब के तौर पर विकसित किए जाने वाले उत्तर प्रदेश के शहरों की ब्रांडिंग करने पर भी विचार किया जा रहा है।