अयोध्या : रामलला के दर्शन के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, भीड़ के कारण शहर में प्रवेश बंद, जानिए पुलिस ने क्या कहा?

अयोध्या राम मंदिर में भारी भीड़ उमड़ रही है। इससे अफरा-तफरी मच गयी। हालात को देखते हुए बाराबंकी पुलिस ने अयोध्या की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने भीड़ का हवाला देते हुए लोगों से थोड़ी देर रुकने और वहां से चले जाने की अपील की है। इस संबंध में पुलिस ने सोशल मीडिया पर अलर्ट जारी किया है। 
 
अयोध्या राम मंदिर में राघव सरकार के दर्शन करने आए भक्तों की कतार टूटने का नाम नहीं ले रही है। स्थिति हाथापाई जैसी हो गयी। ऐसे में बाराबंकी पुलिस ने अयोध्या की ओर जा रहे श्रद्धालुओं से थोड़ी देर रुकने का अनुरोध किया। पुलिस ने मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ का हवाला देते हुए उन्हें कुछ देर इंतजार कर वहां से चले जाने को कहा है। अब अयोध्या पुलिस ने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को जिले की सीमा पर ही रोक दिया है। पुलिस ने साफ कर दिया है कि अब तक जो भी श्रद्धालु अयोध्या आ चुके हैं उन्हें दर्शन कराए जाएंगे। इसके बाद ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा।READ ALSO:-UP Police Recruitment 2024: UP पुलिस में मिलेगी सरकारी नौकरी, कब और कहां होगी पनिएरीक्षा, जानिए किन-किन पदों पर होनी है भर्ती

 

मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और डीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार को अयोध्या जाने को कहा है. इस भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने आरती के दौरान भी रामलला के दर्शन जारी रखने का फैसला किया है। इसके साथ ही मंदिर में भगदड़ से बचने के लिए प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग रास्ते तय किए गए हैं। इस भीड़ को देखते हुए पुलिस ने कई जगहों पर रूट डायवर्जन भी किया है। आपको बता दें कि राम राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को ही हुआ था। इसके बाद मंगलवार सुबह 8 बजे से विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद मंदिर के दरवाजे आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। 

 


अयोध्या राम मंदिर में भीड़ को लेकर बाराबंकी पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

 

अयोध्या में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रामलला के कपाट समय से पहले खोल दिए गए। दर्शन एक घंटे पहले शुरू हो गए क्योंकि लाखों भक्त पहले से ही अयोध्या में मौजूद थे और अपनी आंखों से राम लला की एक झलक पाने के लिए बेताब थे। ऐसे में बैरिकेडिंग खुलते ही श्रद्धालु सबसे पहले भगवान के दर्शन के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। हालाँकि, अब सीमित और नियंत्रित संख्या में ही लोगों को मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।