मेरठ: हाल ही में स्वास्थ्य सेवा के लिए पुरस्कार प्राप्त फिजियोथेरेपिस्ट डॉ अमित चिकारा का अचानक हुआ निधन 

मेरठ के फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर अमित चिकारा की आज सुबह अचानक मौत होने से स्वास्थ्य विभाग में शोक व्याप्त है। बताया गया कि वह रात को सही-सलामत सोए थे लेकिन सुबह उठ नहीं पाए और सोते ही रह गए। शहर के वरिष्ठ चिकित्सक उनके आवार पर पहुंचे। 
 
मेरठ के गंगानगर में रहने वाले सिटी फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर अमित चिकारा की शनिवार सुबह अचानक मौत हो गई। डॉक्टर अमित चिकारा को अक्टूबर माह में ही ग्लोबल हेल्थ केयर एक्सीलेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था। पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने उन्हें फिजियोथेरेपिस्ट के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए यह सम्मान दिया। डॉक्टर अमित चिकारा इंडियन एसोसिएशन फिजियोथेरेपिस्ट के अध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे।Read Also:-मेरठ : राज्य रानी एक्सप्रेस कल से तय समय पर लखनऊ के लिए रवाना होगी, रेल मंत्री ने राज्य रानी एक्सप्रेस को चलाने के निर्देश किये जारी

 

गंगानगर डिवाइडर रोड स्थित क्लिनिक चलाने वाले सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर अमित चिकारा का शुक्रवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।  सुबह पत्नी जब उनको जगाने पहुंची तो मामले का पता चला।

 

शहर के जाने-माने फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर अमित चिकारा पत्नी रेणु चिकारा के साथ गंगानगर डिवाइडर रोड स्थित आरपीजी हाइट में बच्चों के साथ रहते थे। वह दीप रेस्टोरेंट के बगल में डिवाइडर रोड पर क्लीनिक चलाते थे। उनकी पत्नी रेणु चिकारा एक स्कूल टीचर हैं।

 

परिजनों के अनुसार शनिवार सुबह करीब छह बजे जब पत्नी कमरे में उसे जगाने पहुंची तो वह नहीं उठे। जिसके बाद पास के दिव्य ज्योति अस्पताल से डॉक्टरों को बुलाया गया। जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहे हैं।

 

परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार अमित छिकारा को करीब चार साल पहले दिल का दौरा पड़ा था। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ थे और क्लीनिक चला रहा है। उनके निधन की खबर पर शहर के वरिष्ठ चिकित्सक परिचित परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे। 

 

डॉक्टर अमित चिकारा, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 
सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर अमित चिकारा की गिनती शहर के नामी डॉक्टरों में होती थी। 2020 में दिल्ली में हुए एक इवेंट में उन्हें 'चॉइस अवॉर्ड ऑफ एशिया 2020' से नवाजा गया। इसके अलावा उन्हें कई अवॉर्ड भी मिल चुके हैं। उन्होंने कोरोना के साथ-साथ जरूरतमंदों को भोजन और दवाइयां देने का काम भी किया।

 

स्वास्थ्य विभाग को बड़ा नुकसान
आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर जेवी चिकारा ने बताया कि उनका ब्लड प्रेशर काफी हाई रहता था। दोपहर 2 बजे सूरजकुंड श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया।