मेरठ : कांवड़ चोरी हो गई तो कांवड़िये ने की खुदकुशी, पुलिस के सामने गंगनहर में कूदा भोले बाबा का भक्त, PAC का जवान भी बचाने को कूदा पर बचा न सका
मेरठ में कांवड़ यात्रा के दौरान एक शिव भक्त कांवड़िया ने गंगनहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। शिव भक्त कांवड़िया ने भोलेबाबा का नाम लेते हुए कहा कि भोलेनाथ मुझे माफ कर देना, वचन नहीं निभा पाया
Updated: Jul 22, 2022, 16:55 IST
मेरठ में कांवड़ यात्रा के दौरान एक शिव भक्त कांवड़िया ने गंगनहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। कांवड़िया ने भोलेबाबा का नाम लेते हुए कहा कि भोलेनाथ मुझे माफ कर दो। कांवड़ पूरा नहीं कर सका। इतना कह कर कांवड़िये ने नहर में गहरे पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली। कांवड़िया को बचाने के लिए पुलिस, गोताखोर भी नहर में उतरे, लेकिन शिव भक्त का कहीं पता नहीं चल सका।Read Also:-उत्तर प्रदेश : नाबालिग किशोरों को दी जा रही थी राइफल चलाने की ट्रेनिंग, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने किया दो लोगों को गिरफ्तार
मेरठ में शुक्रवार की सुबह भोलाझाल स्थित एक कांवड़िये ने गंगनहर में छलांग लगा दी। बताया जा रहा है कि कांवड़िया पानी लेकर हरिद्वार से पैदल आ रहा था। रास्ते में शिव भक्त एनएच-58 के पास विश्राम करने के लिए रुके थे। जब कांवरिया फिर यात्रा करने के लिए उठा तो उसकी कांवड़ कहीं नहीं मिली। काफी देर तक भोले नाथ का भक्त कांवड़ की तलाश करता रहा लेकिन कांवड़ कही नहीं मिला। कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में कांवड़िए का कांवड़ चोरी हो गया। कांवड़ की चोरी से दुखी कांवड़िया वहीं बैठ कर रोने लगा।
कांवड़िये की चीख-पुकार सुनकर पुलिस कांवड़िये के पास पहुंच गई। तब तक अन्य कांवड़ियों की भीड़ वहां जमा हो चुकी थी। इस पर कांवड़िये ने रोते हुए बताया कि उसकी कांवड़ चोरी हो गई है। पुलिस ने कांवड़ की तलाश करने की बजाय कांवड़िया को जीप में बिठाकर गंगनहर ले आई।
गंगनहर पर पुलिस ने कांवड़िया को समझाया कि कांवड़िया यहां के गंगनहर से जल ले जाये। इस पर कांवड़िए ने मना कर दिया। शिव भक्त ने कहा कि उसने मन्नत मांगी थी और हरिद्वार से भोलेबाबा को जल लाकर जलाभिषेक करूँगा। दो साल से कोरोना के कारण कांवड़ को नहीं ला सका, पहले से ही पूरा नहीं हो रहा था इस बार लाया गया तो कांवड़ चोरी हो गया। कांवड़िये ने नहर से पानी लेने से साफ इनकार कर दिया और रोने लगा।
गंगनहर से पानी लेने से मना करने पर पुलिस कांवड़िये को जानी नहर पुल के पास छोड़ गई। जिसके बाद कावड़िया पूठ खास नहर पहुंचा। जहां उसने नहर में कूदने की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बचा लिया और उसे भोलाजल भेज दिया। उदास कांवड़ियां जैसे ही भोला झाल पहुंचा, भोलेनाथ को याद कर माफी मांगी और नहर में कूद गया।
पीएसी के जवान भी नहीं बचा पाया
कांवड़िये को बचाने के लिए उनके साथ पीएसी (PAC) का जवान अमित भी बचने को नहर में कूद पड़ा। कांवड़ियों का हाथ भी PAC के जवान अमित ने पकड़ लिया था लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण हाथ छूट गया। उसके बाद अमित भी डूबने लगा। अमित को डूबता देख अन्य गोताखोर नहर में कूद पड़े। उसके बाद दूसरे गोताखोर के द्वारा भी कांवड़िया की तलाश की जा रही है। लेकिन, अभी कोई सुराग नहीं लगा है।
कांवड़िये को बचाने के लिए उनके साथ पीएसी (PAC) का जवान अमित भी बचने को नहर में कूद पड़ा। कांवड़ियों का हाथ भी PAC के जवान अमित ने पकड़ लिया था लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण हाथ छूट गया। उसके बाद अमित भी डूबने लगा। अमित को डूबता देख अन्य गोताखोर नहर में कूद पड़े। उसके बाद दूसरे गोताखोर के द्वारा भी कांवड़िया की तलाश की जा रही है। लेकिन, अभी कोई सुराग नहीं लगा है।