अब आप सैटेलाइट से पृथ्वी पर खींची गई अपने घर की तस्वीरों देख सकेंगे, जानिए ये कैसे हुआ संभव?

Pixxel ने पृथ्वी की तस्वीरें खींचने के लिए दो विविध (Satellites) शकुंतला और आनंद लॉन्च किए हैं। इस साल तक पिक्सल का 6 सैटेलाइट लांच करने की योजना है। साथ ही अगले वर्ष 18 और सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना है। पिक्सल स्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक अवैस अहमद ने कहा कि इस सॉफ्टवेयर की मदद से हाइपरस्पेक्ट्रल तस्वीरें खींची जा सकेंगी।
 
विज्ञान और तकनीक की मदद से भारत एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहा है और तरक्की कर रहा है। हाल ही में बेंगलुरु स्थित स्पेस स्टार्टअप पिक्सल ने एक नया इनोवेशन किया है, जिसकी वजह से अब आप अपने घर की सैटेलाइट तस्वीर देख सकेंगे। पिक्सल की योजना एक ऐसा ऑनलाइन सॉफ्टवेयर लाने की है, जिसके जरिए आप घर बैठे आराम से सैटेलाइट द्वारा ली गई पृथ्वी की तस्वीरें देख सकेंगे।READ ALSO:-'अगर धरती पर ऐसा होता है तो हम सब खत्म हो जाएंगे', ISRO चीफ ने किस खतरे पर दी चेतावनी?

 

इस सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी देते हुए पिक्सल स्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक अवैस अहमद ने बताया कि अर्थ मॉनिटरिंग स्टूडियो बेहद कम कीमत पर आम आदमी को अंतरिक्ष आधारित डेटा उपलब्ध कराने में मदद करेगा।

 


सैटेलाइट लेगा पृथ्वी की तस्वीर
पिक्सल का यह स्टूडियो ऑरोरा इस साल के अंत तक शुरू हो सकता है, जो सैटेलाइट की मदद से ली गई पृथ्वी की हाइपरस्पेक्ट्रल तस्वीरें और डेटा सभी को उपलब्ध कराएगा। अवैस अहमद ने बताया, यह सॉफ्टवेयर गूगल इस्तेमाल करने जितना ही आसान होगा। अहमद ने कहा, मान लीजिए, मुझे अगले एक-दो हफ्ते में चिकमंगलूर की तस्वीर चाहिए। यह काम हमारे सैटेलाइट्स को दिया जाएगा और जब आप इसके लिए पैसे देंगे, तो वे आपको यह तस्वीर देंगे।

 

कितने सैटेलाइट्स लॉन्च किए जाएंगे
पिक्सल ने धरती की तस्वीरें लेने के लिए दो सैटेलाइट्स शकुंतला और आनंद लॉन्च किए हैं। पिक्सल की योजना इस साल तक 6 सैटेलाइट्स लॉन्च करने की है। साथ ही पिक्सल की योजना अगले साल 18 और सैटेलाइट्स लॉन्च करने की है। अधिकारी अवैस अहमद ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर की मदद से हाइपरस्पेक्ट्रल तस्वीरें ली जा सकेंगी। यानी अगर तस्वीर सामान्य कैमरे से ली जाए, तो उसमें सिर्फ इतना दिखेगा कि धरती पर कोई पत्ता है, जबकि हाइपरस्पेक्ट्रल तस्वीर होने पर वह इतनी साफ होती है कि यह भी देखा जा सकता है कि पत्ते पर कोई कीट है या नहीं।