LPG: प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PMUY) से LPG कनेक्शन में तेज वृद्धि, कनेक्शन के लिए इंतज़ार करने का समय भी घटा 

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, एलपीजी कनेक्शनों में तेज वृद्धि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के कारण हुई है। 2016 में इसका कवरेज केवल 62 फीसदी था, जो 2022 में बढ़कर 104.1 फीसदी हो गया है।
 
पिछले 9 साल में देश में रिकॉर्ड 17 करोड़ एलपीजी (LPG) कनेक्शन जारी किए गए हैं। इसके साथ मार्च, 2023 तक कुल कनेक्शनों की संख्या 31.26 करोड़ को पार कर गई है। इस दौरान यह दोगुनी हो गई है। अप्रैल, 2014 में सक्रिय गैस कनेक्शनों की संख्या 14.52 करोड़ थी।Read Also:-कोरोना अपडेट: भारत में कोरोना के नए मामलों में आई गिरावट; पिछले 24 घंटे में 11692 केस आए, 28 संक्रमितों की मौत हुई....

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, एलपीजी (LPG) कनेक्शनों में तेज वृद्धि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के कारण हुई है। 2016 में इसका कवरेज सिर्फ 62 फीसदी था, जो 2022 में बढ़कर 104.1 फीसदी हो गया है। पहले एलपीजी (LPG) सिलेंडर के लिए 7-24 दिन का इंतजार करना पड़ता था। यह अब मांग पर उपलब्ध है और 24 घंटे में रिफिल होता है।

 

पहले 14.2 किलो का ही सिलेंडर होता था। लेकिन अब ऑयल मार्केटिंग कंपनियां 5 किलो का सिलिंडर भी दे रही हैं क्योंकि कुछ ग्राहक कम इस्तेमाल के चलते छोटे सिलिंडर पसंद करते हैं। पीएमयूवाई की शुरुआत 1 मई 2016 को हुई थी। इसके तहत गरीबों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए जाते हैं। एजेंसी

 

हाल ही में 200 रुपये की सब्सिडी मिली है
30 जनवरी, 2023 तक पीएमयूवाई (PMUY) के तहत कुल 9.58 करोड़ गैस कनेक्शन दिए गए। 24 मार्च, 2023 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएमयूवाई (PMUY) ग्राहकों को 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी देने को मंजूरी दी। यह सब्सिडी एक साल में 12 सिलेंडर पर मिलती है। इस योजना में कोई जमा राशि की आवश्यकता नहीं है। पहले एलपीजी रिफिल के साथ गैस चूल्हा भी मुफ्त दिया जाता है। नौ साल में रसोई गैस सिलेंडर की कीमत करीब ढाई गुना बढ़कर 1,100 रुपये के स्तर पर पहुंच गई है.

 

अधिक आवेदन मिलने से लक्ष्य बढ़ा
  •  शुरुआत में गरीबी रेखा से नीचे की 5 करोड़ महिलाओं को यह कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 8 करोड़ महिलाओं का लक्ष्य कर दिया गया। हालांकि, उज्ज्वला-2.0 को 10 अगस्त, 2021 को लॉन्च किया गया था और फिर एक करोड़ और गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया था। यह लक्ष्य 31 जनवरी, 2022 को पूरा किया गया।
  • अधिक आवेदन मिलने पर सरकार ने एक बार फिर इस योजना को बढ़ाकर 60 लाख और कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है।
  • पीएमयूवाई (PMUY) के तहत प्रति व्यक्ति गैस की खपत जो 2019-20 में 3.01 रिफिल थी, 2021-22 में बढ़कर 3.66 रिफिल हो गई है।
  • पीएमयूवाई (PMUY) के लागू होने से एलपीजी (LPG) वितरण प्रणाली में करीब एक लाख लोगों को रोजगार भी मिला है।

 

कोरोना काल में 14 करोड़ तक मुफ्त एलपीजी (LPG) रिफिल
कोरोना की शुरुआत में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत पीएमयूवाई (PMUY) के तहत 14 करोड़ से ज्यादा मुफ्त एलपीजी (LPG) रिफिल दिए जा चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा फायदा उत्तर प्रदेश में बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश की  महिलाओं को हुआ है।