भारत की पहली पॉड टैक्सी: इस शहर में चलेगी भारत की पहली पॉड टैक्सी (Pod Taxi), आखिरकार सरकार ने किया ऐलान

उत्तराखंड मेट्रो कॉरपोरेशन ने इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर ली है। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। हरिद्वार के इस मार्ग के प्रमुख स्टेशनों में रेलवे स्टेशन, हरकी पैड़ी, खड़खड़ी, मोतीचूर, शांतिकुंज, भारत माता मंदिर, गणेशपुरा मंदिर, जगजीतपुर, सीतापुर, ज्वालापुर, आर्य नगर, रामनगर और लक्सर शामिल हैं।
 
उत्तराखंड में चलेगी भारत की पॉड टैक्सी: उत्तराखंड सरकार की पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट बैठक में सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए हरिद्वार जिले को एक नई सौगात दी है। धामी कैबिनेट ने हरिद्वार में 20.74 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के तहत पॉड टैक्सी चलाने की मंजूरी दे दी है। पीपीपी मोड पर हरिद्वार पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा।Read Also:-अब अनचाही कॉल्स और एसएमएस से मिलेगी निजात, रोजाना 5 फर्जी कॉल्स से 45% लोग परेशान, टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने किए दिशा निर्देश जारी

 

कैबिनेट के फैसले का कारण 
दरअसल हरिद्वार को कुंभ नगरी भी कहा जाता है। इसलिए यहां परिवहन के आधुनिक साधन विकसित करने के लिए उत्तराखंड मेट्रो कॉरपोरेशन ने यहां पॉड टैक्सी चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है। हरिद्वार में ज्वालापुर के अंत से भारत माता मंदिर और दक्ष प्रजापति मंदिर से लेकर लक्सर रोड तक कुल 4 कॉरिडोर बनाए जाएंगे। इन कॉरिडोर में 20.4 किलोमीटर लंबा ट्रैक होगा और यहां पॉड टैक्सी चलाई जाएंगी।

 

डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार 
उत्तराखंड मेट्रो कॉरपोरेशन ने इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर ली है। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। इस मार्ग के प्रमुख स्टेशनों में सीतापुर, ज्वालापुर, आर्य नगर, रामनगर, रेलवे स्टेशन, हरकी पैड़ी, खड़खड़ी, मोतीचूर, शांतिकुंज, भारत माता मंदिर, गणेशपुरा मंदिर, जगजीतपुर और लक्सर शामिल हैं। बताया जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट डेढ़ साल के अंदर पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट में जमीन अधिग्रहण की ज्यादा जरूरत नहीं होगी।

 

अन्य शहर सफलता से सीखेंगे
आपको बता दें कि भारत में पॉड टैक्सी का यह पहला इस्तेमाल होगा। उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट की सफलता पर बहुत कुछ निर्भर करता है। वहीं, इसकी सफलता देश के बाकी शहरों के लिए एक बड़ी मिसाल का काम करेगी।