दिल्ली अग्निकांड: दिल्ली के अलीपुर में मौत का तांडव, पेंट फैक्ट्री में आग से 11 जिंदा जले; आग से धधकती रही फैक्ट्री, चीखते रहे लोग 

दिल्ली के अलीपुर इलाके में गुरुवार शाम एक पेंट फैक्ट्री में आग लग गई। इस आग ने पेंट फैक्ट्री के साथ-साथ 8 दुकानों और 22 कारों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग का मंजर इतना भयानक था कि इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 4 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। 
 
दिल्ली के अलीपुर में गुरुवार शाम पेंट और केमिकल के गोदाम में लगी भीषण आग में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में 4 लोग घायल भी हो गए।  फैक्ट्री से उठता धुएं का गुबार कई किलोमीटर तक देखा गया। घटना का मंजर इतना भयावह था कि देखने वालों की रूह कांप उठी। मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने दयालपुर बाजार स्थित फैक्ट्री परिसर से लोगों के जले हुए शव बरामद करते हुए कहा था कि हादसा बेहद भयावह था। मृतकों को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया है। चार घायलों का इलाज राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में चल रहा है। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। READ ALSO:-नहीं रहीं सीरियल 'उड़ान' की मशहूर एक्ट्रेस कविता चौधरी, NSD में थीं सतीश कौशिक और अनुपम खेर की बैच मेट

 

सर्च ऑपरेशन जारी 
दिल्ली के अलीपुर में कल एक पेंट फैक्ट्री में आग लगने से 11 लोगों की मौत के बाद तलाशी अभियान जारी है। दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग के मुताबिक, दो और लोगों के फंसे होने की आशंका है। 


सालों साल एक ही सवाल - फैक्ट्री में हादसा किस वजह से हुआ?
  • लापरवाही का जिम्मेदार कौन?
  • क्या फैक्ट्री में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे?
  • आखिरी फायर मॉक ड्रिल कब हुई थी?
  • फैक्ट्री का आखिरी फायर ऑडिट कब हुआ था?
  • फैक्ट्री मालिक और फैक्ट्री प्रबंधन कहां है?
  • रेस्क्यू ऑपरेशन में इतना समय क्यों?
  • आपातकाल के लिए तैयार नहीं था प्रशासन?
  • पिछली दुर्घटनाओं से सबक क्यों नहीं लेते?
  • पुलिस प्रशासन आगे क्या कर रहा है?
  • पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ क्या कार्रवाई की?

 

 

जनहानि के साथ ही गोदाम में रखा सामान भी नष्ट हो गया।
दिल्ली फायर सर्विसेज (DFS) के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि फैक्ट्री में आग लगने की जानकारी गुरुवार शाम 5.30 बजे मिली। आग काफी फैल चुकी थी।  फैक्ट्री के साथ-साथ आसपास खड़ी कई दुकानें और कारें भी आग की चपेट में आ गईं। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 22 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। फैक्ट्री के गोदाम में रखे सामान के साथ जानमाल का भी नुकसान हुआ।

 

दिल्ली में लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं.
नए साल में राजधानी में आग लगने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। या ये कहें कि दिल्ली में ऐसे मामले बिलकुल भी रुक नहीं रहे हैं तो गलत नहीं होगा। 20 जनवरी को पीतमपुरा में भी आग लगने से 6 लोगों की मौत हो गई थी। 27 जनवरी को शाहदरा में आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई। 29 जनवरी की रात वजीराबाद स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में आग लग गई, जिसमें करीब 200 चार पहिया और 250 दोपहिया वाहन जलकर कबाड़ में तब्दील हो गए। इसी महीने की बात करें तो 10 फरवरी को दिल्ली के गांधी नगर स्थित फर्नीचर मार्केट में आग लग गई थी। 11 फरवरी को अलीपुर की एक जूता फैक्ट्री में आग लग गई।