भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से निष्काषित किये गए 6 विधायकों को दिया विधानसभा का टिकट, मचा घमासान

 हिमाचल प्रदेश उपचुनाव 2024: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में BJP उम्मीदवार का समर्थन करने वाले 6 पूर्व कांग्रेस विधायक BJP का हिस्सा बन गए हैं। अब ये सभी 1 जून को होने वाले विधानसभा उपचुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।  इस फैसले पर सियासी महाभारत शुरू हो गया है। 
 
हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर बीजेपी का एक चौंकाने वाला फैसला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल, जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हाल ही में अयोग्य ठहराए गए छह पूर्व कांग्रेस विधायकों को हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया तो शिमला से लेकर दिल्ली तक सियासी घमासान मच गया। बागियों के टिकट की घोषणा होते ही इन सीटों पर उम्मीदवार उतारने की उम्मीद कर रहे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बगावत के संकेत दे दिए हैं। BJP की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद पार्टी नेता रामलाल मारकंडा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा, 'मैं यह उपचुनाव जरूर लड़ूंगा।'READ ALSO:-UP : सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल की घिनौनी हरकत, मोबाइल पर गंदी फिल्में दिखाकर छात्राओं से करता था छेड़छाड़, पुलिस ने किया गिरफ्तार

 

क्या फैसला उल्टा पड़ेगा?
BJP नेता रणजीत सिंह ने भी कहा कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने अपनी पार्टी BJP के चौंकाने वाले फैसले पर असंतोष जताया है। कंवर पिछली बार इन्हीं पूर्व कांग्रेस विधायकों में से एक से हार गए थे। BJP ने इन छह पूर्व विधायकों को उन्हीं सीटों से अपना उम्मीदवार बनाया है, जहां से विधानसभा से अयोग्य ठहराए जाने से पहले वे कांग्रेस के विधायक थे। हिमाचल प्रदेश में BJP ने सुधीर शर्मा (धर्मशाला), रवि ठाकुर (लाहौल और स्पीति), राजिंदर राणा (सुजानपुर), इंद्रदत्त लखनपाल (बड़सर), चेतन्य शर्मा (गगरेट) और दविंदर कुमार भुट्टो (कुटलेहर) को अपना उम्मीदवार बनाया है।

 

कांग्रेस ने इन्हे हटाया और बीजेपी ने इन्हे अपनाया.
ये सभी 23 मार्च को कांग्रेस से BJP में शामिल हो गए थे। करीब एक महीने पहले कांग्रेस व्हिप का उल्लंघन करने पर उन्हें विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। मारकंडा ने कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को मैदान में उतारने के विरोध में मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

 

पिछले विधानसभा चुनाव में ठाकुर ने लाहौल स्पीति सीट से मारकंडा को हराया था। पार्टी की ब्लॉक इकाई ने पार्टी के फैसले के खिलाफ इस्तीफा दे दिया और मारकंडा का समर्थन करने का संकल्प व्यक्त किया। मारकंडा ने कहा, 'मैं विधानसभा उपचुनाव जरूर लड़ूंगा। मेरी कांग्रेस से चुनाव लड़ने की संभावना है। 

 

कंवर ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के लोग इस बात से नाराज हैं कि BJP ने उनकी जगह कांग्रेस के बागी देवेन्द्र कुमार भुट्टा को कुटलैहड़ से उम्मीदवार बनाया है। 

 

असमंजस में विधायक!
रणजीत सिंह ने कहा, 'लोकसभा चुनाव में मैं पार्टी प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का समर्थन करूंगा, जबकि उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ूंगा।' पिछले विधानसभा चुनाव में रणजीत सिंह राजेंद्र राणा से हार गए थे।

 

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने साधा निशाना 
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यहां पत्रकारों से कहा कि मारकंडा और गगरेट के राकेश कालिया समेत कुछ भाजपा नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, 'हिमाचल के लोग उज्ज्वल हैं और वे लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। वे देवभूमि हिमाचल में आया राम, गया राम की संस्कृति को मानने वालों, खासकर खुद को बेचने वालों को करारा जवाब देंगे।