देश में पहली बार बायलॉजीकल क्लाक पर एकेडमिक सेशन, भारतीय डॉक्टर्स और रिसर्चर्स को पढ़ाने पहुंचे दुनियाभर के वैज्ञानिक

 भारतीय डॉक्टर और वैज्ञानिक पढ़ रहे है  जैविक घडी के अनुसार  चिकित्सा की नई विधाएँ।
 
लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के फिजियोलॉजी विभाग में इंडियन स्कूल ऑफ क्रोनोबायोलॉजी एंड क्रोनोमेडिसन एकेडमिक सत्र का आयोजन किया जा रहा है। इंडियन सोसाइटी ऑफ क्रोनो मेडिसन और इंडियन सोसाइटी ऑफ क्रोनो बायलोजी द्वारा आयोजित इस एकेडमिक सत्र की थीम टाइम, मेडिसन और ह्यूमन हेल्थ है। इसमें देश विदेश से प्रसिद्ध वैज्ञानिक और डॉक्टर्स हिस्सा लेंगे और बायोलॉजिकल क्लॉक यानी जैविक घड़ी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी भारतीय डॉक्टर्स को देंगे। देश में पहली बार कोई ऐसा कार्यक्रम हो रहा है, जिसमें दुनियाभर के डॉक्टर्स जैविक घड़ी पर चर्चा करने के लिए जुटे हैं।Read Also:-Weather News : बढ़ेगा ठंड और शीतलहर का प्रकोप, करें बचाव की तैयारी, उत्तर भारत में पारा माइनस 4 डिग्री तक गिर सकता है......

 

दरअसल जीवधारियों के शरीर में समय निर्धारण की एक समुन्नत व्यवस्था होती है जिसे हम जैविक घड़ी या कहते हैं। मनुष्य में जैविक घड़ी का मूल स्थान हमारा मस्तिष्क है। हमारे मस्तिष्क में करोड़ो कोशिकाएं होती है जिन्हे हम न्यूरॉन कहते हैं। ये कोशिकाएं पूरे शरीर की गतिविधियों को नियंत्रित एवं निर्धारित करती है। जैविक घड़ी का सीधा जुड़ाव मनुष्य के स्वास्थ्य से होता है और इसके बिगड़ने से मनुष्य का शरीर कई बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। 

 

इंडियन स्कूल ऑफ क्रोनोबायोलॉजी एंड क्रोनो मेडिसन में जुटे वैज्ञानिक और डॉक्टर्स जैविक घडी के अनुरूप इलाज की नई विधि को डॉक्टर्स को अवगत करने और नई रिसर्च को प्रोत्साहित करने के लिए एकत्र हुए हैं। एकेडमिक सत्र की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विनोद कुमार ने की, जबकि संयोजक किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नरसिंह वर्मा रहे। सत्र की कोर्डिनीटर लखनऊ विश्वविद्यालय की आकांक्षा शर्मा और सेशन इंचार्ज किंग जॉर्ज विश्वविद्यालय की डॉ. शिप्रा भारद्वाज रहीं। 
 

 

 

  • Prof Greg Murray, Swineburne university Melbourne USA – mood disorders की जैविक घड़ी के बारे विस्तृत जानकारी दी।
  • Prof Eric heroz- Washington University ST Louis – दिमाग की जैविक घडी और स्वास्थ्य के बारे में बताया।
  • Prof Shantha W rR, Deuty director TURNER INSTITUTE OF brain Clayton Autralia – Sleep wake disorfers And mental health लो लेकर 3 दिन क्लास ली। 
  • prof Sean Drummond - prof Monash University Clayton Australia – Cognitive Behavioral Therapy के नये आयामो के बारे में भारतीय Dictors और Researchers को जानकारी दी।
  • Oxford University – Prof Shridhar Vasudevan ने भारतीय डॉक्टर्स को बताया की किस तरह से हम दवाओं को जैविक घड़ी के अनुरूप देकर कैंसर तक को ज्यादा प्रभावी ढंग से ठीक के सकते हैं। 
  • International scientist Prof till Ronneberg Mynich university, Prof  John hognesh Chicago US, Prof Eluzabeth Klerman harvard university USA ने ऑनलाइन क्लास ली।

 

कार्यक्रम का उद्घाटन किंग जॉर्ज मेडिकल विश्व विद्यालय के वाइस चांसलर लेफ्टिनेंट जनरल विपिन पूरी ने 8 जनवरी को किया था। यह कार्यक्रम 14 जनवरी तक चलेगा, जिसमें रोजाना देश विदेश के साइंटिस्ट और डॉक्टर्स पढ़ाएंगे।