स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक है पूरक पोषण और योग : संजीव कुमार 

Nutrition month 2021 : पोषण माह में दूसरे सप्ताह की थीम के तहत योग प्रशिक्षण शिविर में छात्राओं को योगाभ्यास कराया गया। इस दौरान छात्राओं को होम्योपैथी दवाओं को वितरण किया गया।
 
राष्ट्रीय आयुष मिशन (National Ayush Mission) के अंतर्गत 1 सितंबर से 30 सितंबर तक पोषण माह (nutrition month 2021) मनाया जा रहा है। दूसरे सप्ताह (8 से 15 सितंबर) के तहत योग के प्रति जागरूकता लाने के लिए शामिल किया गया है। यूपी के मेरठ में जिला होम्योपैथिक विभाग (District Homeopathic Department) द्वारा स्कूलों में छात्राओं में योग के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए शिविर लगाकर उन्हें प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। जिससे अच्छे पोषण के साथ वह योगा कर शरीर को स्वस्थ रख सकें।

 

सोमवार को मेरठ के शास्त्रीनगर स्थित श्री बालेराम बृजभूषण वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर (Shri Baleram Brijbhushan Senior Secondary School Meerut) में योग एंव होम्योपैथिक शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें योग प्रशिक्षक संजीव कुमार (Yoga Instructor Sanjeev Kumar) ने स्वास्थ्य जीवन के लिए योग के महत्व के बारे में छात्राओं को बताया। उन्होंने बताया की दिनचर्या एवं आहार-विहार सुधार कर स्वस्थ जीवन बिताया जा सकता है।

 

इस दौरान उन्होंने छात्राओं केई योगाभ्यास कराए। उन्होंने कहा अगर आपका शरीर स्वस्थ है तो आप खुश रहते हैं। एक अच्छे जीवन के लिए स्वस्थ शरीर का होना बेहद आवश्यक है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि हर रोज खुद के लिए समय निकालें और योग व व्यायाम करें। पढ़ें - मेरठ : दिनचर्या एवं आहार-विहार सुधार कर बना सकते हैं स्वस्थ जीवन।
छात्राओं को योग के प्रति जागरूक करते योग प्रशिक्षक संजीव कुमार
इस दौरान शिविर में होम्योपैथिक दवाइयों का भी वितरण किया गया। जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनीता शर्मा(Homeopathic Medical Officer Dr. Anita Sharma), डॉ. पंकज त्यागी, विद्यालय के प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार शर्मा(Principal Krishna Kumar Sharma) आदि मौजूद रहे। 

 

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा चलाया जाता है अभियान

 

पोषण माह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development) द्वारा चलाया जाता है। अभियान का मकसत बच्चों व गर्भवती महिलाओं में पोषण पदार्थों की वृद्धि करना है, साथ ही स्वास्थ्य एवं आरोग्य के लिए आहार-विहार रहन-सहन स्वच्छता दिनचर्या आदि को व्यवस्थित करना आदि भी शामिल है । जिसके तहत जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर विशेष रूप से महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूकत किया जाता है।  Read also : विज्ञान मंथन परीक्षा में पास छात्रों को DRDO, ISRO में मिलेगा प्रशिक्षण, 2 हजार रुपये प्रतिमाह स्कॉलरशिप, डिटेल देखें।
पोषण माह के तहत लगे योग शिविर में उपस्थित छात्राएं।

 

8 मार्च 2018 को पीएम नरेंद्र मोदी ने की शुरूआत

 

8 मार्च 2018 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने समग्र पोषण या पोषण अभियान के लिए प्रधानमंत्री की व्यापक योजना की शुरुआत की। जिसे राष्ट्रीय पोषण मिशन के रूप में भी जाना जाता है। यह बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है।

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यह है मुख्य उद्देश्य

 
  •  0-6 वर्ष के बच्चों में ठिगनेपन से बचाव एवं इसमें कुल 6 प्रतिशत,प्रति वर्ष 2%की दर से कमी लाना।
  • 0 से 6 वर्ष के बच्चों का अल्प पोषण से बचाव एवं इसमें कुल 6 प्रतिशत,प्रति वर्ष2%की दर से कमी लाना ।
  • 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया के प्रसार मेंकुल 9 प्रतिशत,प्रति वर्ष 3%की दर से कमी लाना ।
  • 15 से 49 वर्ष की किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री माताओं में एनीमिया के प्रसार में कुल 9 प्रतिशत,प्रति वर्ष 3%की दर से कमी लाना ।
  • कम वजन के साथ जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में कुल 6 प्रतिशत,प्रति वर्ष 2%की दर से कमी लाना ।

 

पोषण माह 2021: थीम और गतिविधियां

 

पोषण माह (nutrition month 2021) के तहत सितंबर के चार सप्ताह की थीम अलग-अलग रखी गई है
  1. पहला सप्ताह (1-7 सितंबर) वृक्षारोपण गतिविधि “पोषण वाटिका” के रूप में है।
  2. दूसरा सप्ताह (8 से 15 सितंबर) योग और आयुष है।
  3. तीसरे सप्ताह (16-23 सितंबर) में ज्यादा बोझ वाले जिलों के आंगनवाड़ी लाभार्थियों को ‘क्षेत्रीय पोषण किट’ के वितरण के रूप में तय किया गया है।
  4. चौथा सप्ताह (24-30 सितंबर) ‘एसएएम (गंभीर रूप से तीव्र कुपोषित) बच्चों की पहचान और पौष्टिक भोजन का वितरण’ है।