Hepatitis B and C : खतरे में हैं 3.5 करोड़ भारतीय! WHO की चौंकाने वाली रिपोर्ट, आप ऐसे पहचानें लक्षण!
लिवर से जुड़ी यह बीमारी भारत में तेजी से फैल रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में इसके 3.5 करोड़ मरीज हैं। ये बीमारियाँ हैं हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी की हैं। मरीजों की संख्या के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है। जानिए, क्या हैं इस बीमारी के लक्षण और कैसे इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है।
Apr 13, 2024, 17:27 IST
अगर आपके जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द रहता है और बार-बार बुखार आता है तो आप को सावधान हो जाना चाहिए। आपको हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी हो सकता है। भारत में हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। WHO की रिपोर्ट बताती है कि साल 2022 में भारत में हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के मरीजों की संख्या 3.5 करोड़ थी। इसमें हेपेटाइटिस बी के 2.98 करोड़ और हेपेटाइटिस सी के 55 लाख मामले सामने आए हैं। संभव है कि इस समय इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या और भी अधिक हो सकती है। भारत में इस बीमारी के मरीजों की संख्या चीन के बाद दूसरे नंबर पर है।READ ALSO:-बोर्नविटा (Bournvita) को लेकर सरकार की चेतावनी, हेल्थ ड्रिंक कैटेगरी से हटाया जाएगा!
हर वर्ष करीब 13 लाख मौतें
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, हेपेटाइटिस बी और सी के कारण दुनिया भर में हर साल लगभग 13 लाख लोगों की मौत हो जाती है। यह बीमारी टीबी के बाद वैश्विक स्तर पर मौत का दूसरा प्रमुख संक्रामक कारण है। अगर रोजाना होने वाली मौतों की बात करें तो दुनिया भर में हर दिन लगभग 3500 लोग हेपेटाइटिस बी और सी के कारण मर रहे हैं।
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, हेपेटाइटिस बी और सी के कारण दुनिया भर में हर साल लगभग 13 लाख लोगों की मौत हो जाती है। यह बीमारी टीबी के बाद वैश्विक स्तर पर मौत का दूसरा प्रमुख संक्रामक कारण है। अगर रोजाना होने वाली मौतों की बात करें तो दुनिया भर में हर दिन लगभग 3500 लोग हेपेटाइटिस बी और सी के कारण मर रहे हैं।
ऐसे पहचान सकते हैं इस बीमारी के लक्षण
- जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द।
- पीलिया या पीली आंखें।
- पेशाब का रंग गहरा पीला होना।
- लगातार बुखार रहना और शरीर का वजन कम होना।
- दिन भर थकान महसूस होना।
- भूख न लगना और पेट में दर्द होना।
- उल्टी होना या उल्टी जैसा महसूस होना।
ये हैं प्रमुख कारण
- वायरल इन्फेक्शन होना।
- ख़राब रक्त का चढ़ाना।
- किसी अन्य व्यक्ति पर प्रयुक्त सिरिंज का उपयोग करना।
- संक्रमित भोजन या पानी का सेवन करना।
- किसी की नकली खाद्य सामग्री का उपयोग करना।
- असुरक्षित यौन संबंध बनाना।
- अत्यधिक मात्रा में शराब पीना आदि।
ऐसे करें अपनी सुरक्षा
- जब भी आप इंजेक्शन लगवाएं तो हमेशा नई सिरिंज का इस्तेमाल करें।
- ऐसे ब्लेड या रेजर का उपयोग न करें जिसका उपयोग किसी और ने किया हो।
- किसी बीमार व्यक्ति के साथ खाना न खाएं। उसका जूठा खाना भी मत खाइये।
Disclaimer: यहां बताए गए लक्षण किसी अन्य बीमारी के भी हो सकते हैं। सटीक कारण जानने के लिए कृपया डॉक्टर से परामर्श लें। खबरीलाल.कॉम की ओर से किसी भी जानकारी को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।