इद्दत बीच में छोड़ 4 बच्चों संग सड़क पर धरने पर बैठी मरहूम पार्षद जुबैर अंसारी की पत्नी, हत्या की CBI जांच की मांग

पार्षद जुबैर अंसारी की बेवा फातिमा का कहना है कि जब तक उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात नहीं कराई जाएगी वे धरने से नहीं उठेंगी।

 
Meerut Crime News: 28 अगस्त को अपने घर के बाहर टहल रहे AIMIM पार्षद जुबैर अंसारी की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस के हाथ खाली है। हत्या को एक महीने से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी तो दूर उन तक पहुंच भी नहीं पाई है। इससे गुस्साई पार्षद की पत्नी फातिमा इद्दत को बीच में ही छोड़कर अपने चारों बच्चों के साथ धरने पर बैठ गई है। इससे पहले फातिमा ने हत्यारों का पता बताने वालों को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। उन्होंने उसी वक्त कहा था कि यदि पुलिस ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया तो वे इद्दत को बीच में ही छोड़कर धरने पर बैठ जाएंगी। 

 

जाकिर कॉलोनी के पास धरने पर बैठी पार्षद जुबैर अंसारी की बेवा फातिमा ने कहा कि मेरे पति की हत्या को इतना वक्त बीच चुका है, लेकिन पुलिस अब तक कुछ नहीं कर पाई है। उन्होंने केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। पार्षद की बेवा का कहना है कि जब तक उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात नहीं कराई जाएगी वे धरने से नहीं उठेंगी। फातिमा ने कहा कि इद्दत में घर से बाहर निकलना तो दूर बोलने की भी मनाही है, लेकिन मुझे मजबूरी में इद्दत के बीच में धरने पर बैठना पड़ रहा है क्योंकि मेरे पति को न्याय नहीं मिला है। फातिमा के साथ उनके बच्चों के अलावा परिवार की अन्य महिलाएं भी धरने पर बैठी हैं। 

 

यह था मामला

वार्ड 80 के पार्षद जुबैर अंसारी की  28 अगस्त को शास्त्रीनगर के संतोष हॉस्पिटल के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना को उस वक्त अंजाम दिया गया जब पार्षद अपने घर के बाहर टहल रहे थे। पुलिस के किसी विवादित जमीन की खरीद फरोख्त में जुबैर शामिल था, जिसमें बड़ी रकम जुबैर ने ली थी, लेकिन बैनामा नहीं किया गया था। इसी को लेकर जुबैर का विवाद हुआ था। जिसके बाद शूटर के जरिये जुबैर की हत्या कराई गई थी। पुलिस को घटना स्थल की एक सीसीटीवी फुटेज भी मिल है, जिसमें एक आरोपी बाइक चला रहा था, जबकि दूसरा बाइक चला रहा था। Read Also : बहू ने प्रेमी की मदद से सांप से कटवाकर सास को मार डाला, कोर्ट ने कहा- यह अनोखा और घिनौना अपराध, नहीं मिलेगी जमानत

 

हत्यारोपी के बेटे की आत्महत्या के बाद रुकी जांच

पुलिस ने शक के आधार पर इस ममाले में कई लोगों को उठाया था। जिनमें से एक आरोपी हाजी आताब के बेटे सलीम (24) ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद से मामले की जांच एक कदम भी आगगे नहीं बढ़ी है। पुलिस के मुताबिक जुबेर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे और देहरादून में 1.67 करोड़ की किसी विवादित जमीन को लेकर उनकी हत्या की गई। हालांकि एक माह बाद भी पुलिस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर पाई है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने भी हत्यारों का सुराग देने वाले को 25 हजार का इनाम देने की घोषणा की थी। 

 

क्या हाेती है इद्दत

बिजनौर मुफ्ती कासिम ने बताया कि मुस्लिम समाज में जब किसी महिला के शौहर की मौत हो जाती है तो शरीयत के मुताबिक उसकी बेवा को चार महीने दस दिन इद्दत करनी होती है। अगर इस दौरान वह न तो घर से बाहर निकल सकती है और न ही किसी गैर मर्द के सामने आ सकती है और न ही किसी गैर मर्द से बात कर सकती है। इस दौरान वह रोजे रखती है। इसी अवधि को इद्दत बोलते हैं।