Viral Fever in Meerut: मेरठ में डेंगू के 11 नए मरीज, लापरवाही पड़ेगी भारी, शहर से गांव 698 लोग मिले बुखार से ग्रसित

Meerut स्वास्थ्य विभाग अब तक 1 लाख 33 हजार 419 घरों तक पहुंच चुका है। अभियान के दौरान दो दिन में ही 698 लोग बुखार (Viral Fever ) से पीड़ित मिले हैं। 308 मरीज सर्दी-जुकाम से ग्रस्ति थे।

 

कोरोना की तीसरी लहर (Covid 3rd Wave) की आशंकाओं के बीच मौसमी बुखार के साथ डेंगू ने मेरठ (dengue in meerut) में भी पैर पसार लिए है। मेरठ में अब तक डेंगू से पीड़ित 44 मरीज मिल चुके हैं, इनमें से 11 मरीज को बुधवार को डेंगू की पुष्टि हुई। हालांकि राहत की बात यह है कि इन 44 में से 21 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, अभी  23 मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें से अधिकतर मरीज बुखार के रोगियों की घर-घर तलाश अभियान के दौरान मिले हैं ये  मलियाना, जानी, माछरा, मवाना, रोहटा, साबुन गोदाम, नंगला बट्टू, पल्हेड़ा और साबुन गोदाम आदि के रहने वाले हैं।

 

स्वास्थ्य विभाग अब तक 1 लाख 33 हजार 419 घरों तक पहुंच चुका है। अभियान के दौरान दो दिन में ही 698 लोग बुखार (Viral Fever ) से पीड़ित मिले हैं। 308 मरीज सर्दी-जुकाम से ग्रस्ति थे। 11 मरीजों को बुखार के साथ ठंड लगने की भी शिकायत मिली, इनकी मलेरिया की जांच कराई जाएगी। 43 मरीजों में दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी की समस्या है, जिनकी टीबी जांच होगी। Read Also : Meerut: प्रेम प्रसंग से नाराज भाई ने की बड़ी बहन की हत्या, कहता था - ये बादनामी का दाग इसे मारकर ही मिटाउंगा

 

स्वास्थ्य विभाग घर-घर तलाश रहा है मरीज

दरअसल मेरठ समेत पूरे उत्तरप्रदेश में संक्रामक रोग पैर पसारने लगे हैं। डेंगू और बुखार का भी तेजी से प्रकोप बढ़ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही प्राइवेट क्लिनिक और नर्सिंग होम में बुखार के मरीज रोजाना बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं। बुखार के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मरठ स्वास्थय विभाग द्वारा बुखार के रोगियों का सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। मेरठ में स्वास्थ्य विभाग की 1297 टीमों काे बुखार के रोगियों की तलाश में लगाया गया है। यह टीमें घर घर जाकर बुखार के रोगियों की तलाश कर रही है। मेरठ में यह अभियान 7 सितंबर से 16 सितंबर तक व्यापक रूप में चलेगा। सर्वे में मिल रहे रोगियों की डेंगू, कोरोना व अन्य जांच कराई जाएंगी। Read Also : Assembly Election: BJP में बड़ा फेरबदल, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत इन नेताओं को यूपी की जिम्मेदारी

 

दूसरे दिन 70454 घरों का सर्वे

बुधवार को सर्वे के दूसरे दिन स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 70454 घरों का सर्वे किया। इस दौरान 392 लोग बुखार से ग्रसित मिले। इनमें 150 लोग सर्दी-जुकाम से पीड़ित थे, जबकि इनमें से 6 मरीज ऐसे थे जो बुखार के साथ सर्दी से भी ग्रसित थे। इनकी मलेरिया की जांच कराई जाएगी। 8 मरीजों में बुखार के साथ उल्टी की समस्या थी। वहीं 18 लोगों में अस्थमा से जुड़ी परेशानी थी जबकि 30 लोगों को दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी की समस्या है। अब इन मरीजों की टीबी की भी जांच कराई जाएगी।  Read Also : Sex करते वक्त पार्टनर से बिना पूछे Condom उतारा तो हो सकती है जेल, जानें किस देश में बना यह कानून

 

पहले दिन 62965 घर पहुंची टीमें

वहीं सर्वे के पहले दिन मंगलवार को 1242 टीमों ने 62965 घरों में सर्वे किया था। सर्वे के दौरान कुल 306 लोगों में बुखार मिला। 158 मरीज सर्दी-जुकाम से ग्रस्त थे, 5 को बुखार के साथ सर्दी लग रही थी। 13 मरीज ऐसे मिले, जिन्हें दो सप्ताह से ज्यादा समय से खांसी आ रही है। जिनकी टीबी जांच होगी। 9 में खांसी के साथ ब्लड भी आ रहा है। आठ मरीजों का वजन तेजी से गिरता मिला। ।

 

बुखार, खांसी, जुकाम आदि के मरीजों की तलाश की जा रही है

मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान के मुताबिक विभाग द्वारा रोजाना घरों में पहुंचकर बुखार, खांसी, जुकाम आदि के मरीजों की तलाश की जा रही है। मरीजों की सूची बनाई जा रही है और सभी की जांच कराकर दवा का वितरण भी सुनिश्चित कराया जा रहा है। इसके अलावा वह लोग भी तलाशे जा रहे हैं जो 45 साल से अधिक उम्र के हैं और उन्होंने अभी तक कोविड-19 की वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लगवाई है। इसके साथ ही गर्भवती महिलाएं और दो साल से नीचे उम्र के बच्चों की भी तलाश की जा रही है जिनको रूटीन वैक्सीन नहीं लगी है।

 

गर्भवती महिलाएं और कोविड वैक्सीन ना लगवाने वाले लोग भी मिले

सर्वे अभियान के पहले दिन मंगलवार को 753 गर्भवती महिलाएं मिलीं। दो वर्ष से कम उम्र के 2092 बच्चे मिले, जिनका टीकाकरण किया जाना है। वहीं, 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के ऐसे 9905 लोग मिले, जिन्होंने अब तक कोरोना का टीका नहीं लगवाया है। अभियान के दूसरे दिन बुधवार को 931 गर्भवती महिलाएं और दो साल तक के 2624 बच्चे मिले, जिन्हें रूटीन टीका लगाया जाना है। 45 से अधिक आयु के 12250 लोग ऐसे मिले, जिन्होंने कोविड वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है।

 

डेंगू कैसे होता है

डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण के कारण होता है और एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है। मानसून का मौसम एक ऐसा समय होता है जब लोगों को गर्मी से राहत मिलती है। लेकिन, यह वह समय भी है जब लोगों को डेंगू का खतरा अधिक होता है। इसलिए, बरसात के महीनों में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। डेंगू एक वायरल बीमारी है जो दुनिया के लाखों लोगों को प्रभावित करती है। बीमारी का जल्द पता लगने से डेंगू के उपचार में समय पर देखभाल करने में मदद मिलेगी। इसलिए, जब डेंगू के खिलाफ सुरक्षा की बात आती है, तो लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

 

डेंगू के लक्षण

  • तेज़ बुखार
  • ठंड लगना
  • जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
  • आँखों के पीछे दर्द
  • थकान
  • ऐंठन
  • त्वचा के लाल चकत्ते
  • मतली और उल्टी
  • नाक से खून आना
  • मसूड़ों से खून आना
एक संक्रमित व्यक्ति में लक्षण 2 से 7 दिनों तक रह सकते हैं। कभी-कभी, किसी व्यक्ति में फ्लू जैसे हल्के लक्षण हो सकते हैं। गंभीर मामलों में, इसका परिणाम डेंगू रक्तस्रावी बुखार हो सकता है। इससे डेंगू शॉक सिंड्रोम हो सकता है जिसमें बड़े पैमाने पर रक्तस्राव, झटका और मृत्यु हो सकती है।

 

डेंगू से बचाव के तरीके

बरसात के महीनों में उचित सुरक्षा उपायों के महत्व को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है उन्हें अधिक जोखिम का सामना करना पड़ता है। अभी, डेंगू की रोकथाम के लिए कोई विशिष्ट टीका नहीं है। अपने आप को मच्छरों से बचाना आवश्यक है और यह इस बीमारी को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है।
  • मच्छरों को दूर रखने के लिए मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट, क्रीम, कॉइल और स्प्रे का इस्तेमाल करें
  • बाहर जाते समय, लंबी बाजू की शर्ट और लंबी पैंट पहनें
  • खिड़की और दरवाजों को सुरक्षित करें या यदि आवश्यक हो तो मच्छरदानी का उपयोग करें
  • यदि संभव हो तो एयर कंडीशनिंग घर के अंदर इस्तेमाल करें
  • पानी को अपने घर के पास इकट्ठा न होने दें
  • कूलर, प्लांटर्स, स्टोरेज और पालतू जानवरों के कटोरे में बार-बार पानी बदलते रहें
  • बारिश के पानी में न खेलेंकिचन में खाद्य पदार्थों को ढंक कर रखें
  • बाहर का खाना न खाएं
  • अपने हाथों को 20 सेकंड के लिए नियमित रूप से धोएं, विशेष रूप से भोजन से पहले
  • छींकने या खांसने के दौरान अपना मुंह और नाक ढक लें
  • हर कुछ घंटों में गर्म पानी पिएं

 

डेंगू का इलाज

यदि आपको डेंगू के कोई भी लक्षण हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। आराम करें क्योंकि यह जल्दी ठीक होने के लिए महत्वपूर्ण है। आपको पानी या इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।