NIA की कार्रवाई : मेरठ से दो गिरफ्तार, शूटर गैंग के साथ खालिस्तानी आतंकवादियों को कर रहे थे हथियार सप्लाई

NIA ने रविवार को मेरठ के किठौर थाना क्षेत्र के गांव कायस्थ बड्ढा और हस्तिनापुर क्षेत्र के दूधली में गांव से इन दोनों हथियार सप्लायरों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान आसिफ और परमजीत सिंह उर्फ मंगल के रुप में हुई है।

 
उत्तरप्रदेश के मेरठ जिले से खालिस्तानी आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने वाले दो लोगों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले ही NIA ने इनके एक साथी को गिरफ्तार किया था, जिसकी निशानदेही पर अब यह कार्रवाई हुई।

 

जानकारी के मुताबिक NIA ने रविवार को मेरठ के किठौर थाना क्षेत्र के गांव कायस्थ बड्ढा और हस्तिनापुर क्षेत्र के दूधली में गांव से इन दोनों हथियार सप्लायरों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान आसिफ और परमजीत सिंह उर्फ मंगल के रुप में हुई है। आसिफ किठाैर का रहने वाला है जबकि परमजीत हस्तिनापुर का निवासी है। बताया जा रहा है कि जब NIA परमजीत को पकड़ने पहुंची तो उसने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया था। इसके साथ ही उसने अपना मोबाइल भी भूसे के ढेर में छिपा दिया था, लेकिन बाद में NIA टीम ने सख्ती से उसे गिरफ्तार कर मोबाइल बरामद कर लिया।

 

 

खबरों के मुताबिक 6 जुलाई को NIA ने मेरठ में बहसूमा क्षेत्र के कस्बा रामराज निवासी गगनदीप सिंह को गिरफ्तार किया था। गगनदीप पंजाब के गैंगस्टर्स को हथियार सप्लाई करता था, ये गैंगस्टर खालिस्तानी आतंकवादियों तक इन हथियारों को पहुंचाते थे। गगनदीप की निशानदेही पर एनआईए ने अब आसिफ और परमजीत को गिरफ्तार किया है।

 

वेस्ट यूपी के हथियारों का पंजाब में रहा है कनेक्शन
बताया जा रहा है कि पंजाब में कुछ गैंगस्टर्स लगातार प्रदेश के रईसों से रंगदारी मांग रहे थे। इस मामले की जांच हुई और पुलिस ने कुछ लोगों को पकड़ा तो पता चला कि विदेश में छिपे तीन खालिस्तानी आतंकियों के इशारे पर यह काम हो रहा था। इसके बाद जब जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इन गैंगस्टर्स को मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली और हापुड़ से हथियार सप्लाई हो रहे थे। जिसके बाद से NIA ने मेरठ समेत आसपास के जिलों में डेरा डाल रख है। इससे पहले भी वेस्ट यूपी का खालिस्तान कनेक्शन सामने आ चुका है। खालिस्तान टाइगर फोर्स वेस्ट यूपी में अपना नेटवर्क बढ़ा रहा है। इसी नेटवर्क की जड़ें NIA खंगालने में जुटी है। वेस्ट यूपी के हथियार सप्लायर NIA के रडार पर हैं।