अब सोने (Gold) की कीमत पूरे देश में होगी समान! वन नेशन, वन रेट नीति लागू करने को तैयार है उद्योग जगत
One Nation One Rate policy: वन नेशन वन रेट नीति के तहत राष्ट्रीय स्तर का बुलियन एक्सचेंज सोने की कीमत तय करेगा और देशभर के ज्वैलर्स को उसी कीमत पर सोना बेचना होगा जो एक्सचेंज तय करेगा।
Jul 16, 2024, 00:00 IST
देश के अलग-अलग शहरों में सोने और चांदी की कीमत भी अलग-अलग होती है। हर राज्य के अलग-अलग टैक्स के अलावा सोने और चांदी के रेट में कई चीजें भी जोड़ी जाती हैं। इस वजह से हर राज्य में सोने की कीमतें भी अलग-अलग होती हैं। अब देश में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। जेम एंड ज्वैलरी काउंसिल वन नेशन, वन रेट पॉलिसी को लागू करने के लिए तैयार है। READ ALSO:-UP : देश का पहला हाइड्रोजन से चलने वाला क्रूज, उत्तर प्रदेश में यहां से चलाया जाएगा...प्रदूषण को होगा बाय-बाय
इसके बाद आप देश में जहां भी सोना खरीदेंगे, आपको एक ही रेट मिलेगा। ऐसा होने पर आम जनता को अपने शहर में ही एक ही कीमत पर सोना मिलेगा। दरअसल, काफी समय से पूरे देश में वन नेशन वन रेट को अपनाने की कवायद चल रही थी। अब देशभर के ज्वैलर्स इस पॉलिसी को लागू करने के लिए राजी हो गए हैं। उम्मीद है कि अगले महीने यानी सितंबर में ही इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी।
क्या है वन नेशन वन रेट पॉलिसी
'वन नेशन वन रेट पॉलिसी' भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित एक योजना है। सरकार का उद्देश्य पूरे देश में सोने की एक ही कीमत रखना है। इस योजना को लागू करने के लिए सरकार राष्ट्रीय स्तर पर बुलियन एक्सचेंज बनाएगी। नेशनल बुलियन एक्सचेंज पूरे देश में सोने की कीमत तय करेगा। इसे आप आसान शब्दों में इस तरह समझ सकते हैं। शेयर बाजार की तरह किसी कंपनी के शेयरों की कीमत पूरे देश में एक जैसी होती है और ये कीमतें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होती हैं। फिलहाल सोने-चांदी की खरीद-फरोख्त MCX पर होती है। लेकिन अब बुलियन मार्केट के लिए भी एक्सचेंज बनाया जाएगा। इस एक्सचेंज को बनाने की मांग काफी समय से हो रही थी।
'वन नेशन वन रेट पॉलिसी' भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित एक योजना है। सरकार का उद्देश्य पूरे देश में सोने की एक ही कीमत रखना है। इस योजना को लागू करने के लिए सरकार राष्ट्रीय स्तर पर बुलियन एक्सचेंज बनाएगी। नेशनल बुलियन एक्सचेंज पूरे देश में सोने की कीमत तय करेगा। इसे आप आसान शब्दों में इस तरह समझ सकते हैं। शेयर बाजार की तरह किसी कंपनी के शेयरों की कीमत पूरे देश में एक जैसी होती है और ये कीमतें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होती हैं। फिलहाल सोने-चांदी की खरीद-फरोख्त MCX पर होती है। लेकिन अब बुलियन मार्केट के लिए भी एक्सचेंज बनाया जाएगा। इस एक्सचेंज को बनाने की मांग काफी समय से हो रही थी।
ऐसे मिलेगा इसका लाभ
राष्ट्रीय स्तर पर बनने वाला बुलियन एक्सचेंज सोने की कीमत तय करेगा और देशभर के ज्वैलर्स को एक ही कीमत पर सोना बेचना होगा। जो कीमत एक्सचेंज तय करेगा। ऐसा करने से इस इंडस्ट्री में पारदर्शिता जरूर बढ़ेगी। साथ ही आम जनता को भी पूरे देश में एक ही कीमत पर सोना मिलेगा। मान लीजिए आप लखनऊ में रहते हैं और वहां सोना महंगा है। ऐसे में अगर आपके घर में शादी है तो आप सोना खरीदने के लिए उस शहर में जाते हैं जहां लखनऊ से सस्ता सोना मिलता है। इस योजना के लागू होने के बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी।
राष्ट्रीय स्तर पर बनने वाला बुलियन एक्सचेंज सोने की कीमत तय करेगा और देशभर के ज्वैलर्स को एक ही कीमत पर सोना बेचना होगा। जो कीमत एक्सचेंज तय करेगा। ऐसा करने से इस इंडस्ट्री में पारदर्शिता जरूर बढ़ेगी। साथ ही आम जनता को भी पूरे देश में एक ही कीमत पर सोना मिलेगा। मान लीजिए आप लखनऊ में रहते हैं और वहां सोना महंगा है। ऐसे में अगर आपके घर में शादी है तो आप सोना खरीदने के लिए उस शहर में जाते हैं जहां लखनऊ से सस्ता सोना मिलता है। इस योजना के लागू होने के बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी।
कीमत किस तरह तय होती है
फिलहाल सोने की कीमत सर्राफा बाजार एसोसिएशन तय करती है। इसलिए यह हर शहर के लिए अलग-अलग होती है। आमतौर पर हर सर्राफा बाजार शाम को अपने शहर की कीमत जारी करता है। पेट्रोल और डीजल की तरह सोने और चांदी की कीमत भी हर दिन तय होती है। सोने और चांदी की कीमत में वैश्विक भावनाओं की भी अहम भूमिका होती है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कीमतों का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ता है।
फिलहाल सोने की कीमत सर्राफा बाजार एसोसिएशन तय करती है। इसलिए यह हर शहर के लिए अलग-अलग होती है। आमतौर पर हर सर्राफा बाजार शाम को अपने शहर की कीमत जारी करता है। पेट्रोल और डीजल की तरह सोने और चांदी की कीमत भी हर दिन तय होती है। सोने और चांदी की कीमत में वैश्विक भावनाओं की भी अहम भूमिका होती है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कीमतों का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ता है।
क्या कीमतें कम होंगी?
इस नीति के आने से उद्योग में पारदर्शिता बढ़ेगी, जिसका फायदा आम आदमी को भी होगा। कीमतों में अंतर खत्म होने से सोने की कीमत में भी कमी आ सकती है। साथ ही ज्वैलर्स की मनमानी पर भी लगाम लग सकती है। इस योजना के आने से कारोबारियों में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी, इसलिए यह योजना कारोबार के लिहाज से भी मील का पत्थर साबित हो सकती है। इस नीति को लागू करने के लिए ज्वैलर्स के संगठन जीजेसी (GJC) ने देशभर के ज्वैलर्स से राय ली है। जिसमें ज्वैलर्स ने इसे लागू करने पर सहमति जताई है।
इस नीति के आने से उद्योग में पारदर्शिता बढ़ेगी, जिसका फायदा आम आदमी को भी होगा। कीमतों में अंतर खत्म होने से सोने की कीमत में भी कमी आ सकती है। साथ ही ज्वैलर्स की मनमानी पर भी लगाम लग सकती है। इस योजना के आने से कारोबारियों में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी, इसलिए यह योजना कारोबार के लिहाज से भी मील का पत्थर साबित हो सकती है। इस नीति को लागू करने के लिए ज्वैलर्स के संगठन जीजेसी (GJC) ने देशभर के ज्वैलर्स से राय ली है। जिसमें ज्वैलर्स ने इसे लागू करने पर सहमति जताई है।