गोल्ड लोन लेने वाले हो जाएं सतर्क, भारतीय रिजर्व बैंक ने किया ये बड़ा ऐलान, आप पर ऐसे पड़ रहा है असर

देशभर में गोल्ड लोन में बढ़ती धोखाधड़ी को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है। साथ ही RBI खुद भी इस पूरी व्यवस्था पर पैनी नजर रखे हुए हैं। जाने आखिर ये सिस्टम आप पर कैसे असर कर रहा है...
 
सोने के बदले लोन... भारत में आम आदमी इस विकल्प को तब अपनाता है जब वह सचमुच किसी समस्या से जूझ रहा होता है। लेकिन यदि इसमें भी उसके साथ धोखा होता है तो यह उसके साथ अन्याय है। कई फिनटेक कंपनियों के बाजार में आने के बाद लोगों के लिए गोल्ड लोन लेना आसान हो गया है, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी इसे लेकर कुछ चिंताएं जताई हैं और अब उसने इसे लेकर एक बड़ी घोषणा की है।READ ALSO:-लोकसभा चुनाव के बीच भारतीय निर्वाचन आयोग का बड़ा फैसला! सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बदला गया EVM-VVPAT से जुड़ा प्रोटोकॉल, दिए गए ये निर्देश

 

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फिनटेक या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए बांटे जा रहे गोल्ड लोन को लेकर चेतावनी दी है और सतर्क रहने को कहा है। आख़िर मौजूदा व्यवस्था से आप पर क्या फर्क पड़ रहा है?

 

गोल्ड लोन को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की चिंता
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कहना है कि जिस तरह से फिनटेक स्टार्टअप या ऑनलाइन कंपनियां गोल्ड लोन बांट रही हैं। सोने का मूल्यांकन ठीक से नहीं हो रहा है. इसमें भी फील्ड एजेंटों द्वारा घर-घर जाकर जो सोना इकट्ठा किया जाता है, उसमें ग्राहक के सोने का मूल्यांकन ठीक से नहीं किया जाता है।

 

इस तरह से आम आदमी पर पड़ रहा फर्क 
सोने के गलत मूल्यांकन के कारण आपको अपने सोने के बदले कम राशि का लोन मिलता है। ऐसे में यह लोन आपके लिए अन्य लोन की तुलना में महंगा पड़ता है, क्योंकि असल में आपको कीमत के बराबर पैसा नहीं मिलता है, जिससे किसी न किसी तरह से आपकी पूंजी का नुकसान होता है। जबकि आपको ब्याज देना होगा।  आरबीआई की गाइडलाइंस के मुताबिक, ग्राहकों को उनके सोने की कुल कीमत का 75 फीसदी तक लोन मिलता है।

 

RBI की चेतावनी का होगा असर!
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों से फिनटेक और स्टार्टअप्स को इस तरह लोन बांटने में सावधानी बरतने को कहा है। ये स्टार्टअप कंपनियां बैंकों के साथ मिलकर ही काम करती हैं। गोल्ड लोन क्षेत्र में काम करने वाली प्रमुख स्टार्टअप कंपनियां RuPay, IndiaGold और Auro Money हैं।

 

अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की इन गाइडलाइंस के बाद बैंक स्टार्टअप्स और फिनटेक कंपनियों के गोल्ड लोन कारोबार पर कड़ी नजर रख रहे हैं। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भी इस पूरे सेगमेंट पर नजर रखे हुए है। इतना ही नहीं ET की खबर के मुताबिक, कुछ बैंकों ने कुछ समय के लिए गोल्ड लोन बांटने पर रोक लगाने की भी संभावना जताई है। हालांकि, इस संबंध में RuPay के सह-संस्थापक सुमित मनियार का कहना है कि उन्हें अभी तक अपने सहयोगी बैंकों से इस संबंध में कोई नया संदेश नहीं मिला है।

 

आईआईएफएल (IIFL) पर प्रतिबंध लगा दिया गया 
बताया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आईआईएफएल (IIFL) फाइनेंस घटना के बाद गोल्ड लोन कारोबार की समीक्षा की। इस घटना के बाद उन्होंने बैंकों को इस संबंध में सतर्क रहने के दिशानिर्देश दिए हैं। मार्च महीने में RBI ने IIFL फाइनेंस की वित्तीय स्थिति का जायजा लिया था। फिर, 31 मार्च, 2023 तक कंपनी की वित्तीय स्थिति के अनुसार, इसके गोल्ड लोन पोर्टफोलियो की निगरानी के स्तर पर कुछ चिंताएँ देखी गईं।

 

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फाइनेंस कंपनी के गोल्ड लोन कारोबार में लोन की मंजूरी, लगने वाले समय और डिफॉल्ट की स्थिति में सोने की नीलामी के समय सोने की शुद्धता और वजन की जांच और उसके सत्यापन आदि से संबंधित अनियमितताएं पाई थीं। इसके बाद सेंट्रल बैंक ने कंपनी की इस प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। 

 

 भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि नियामक उल्लंघनों के अलावा, ये गतिविधियां ग्राहकों के हितों को प्रभावित करती हैं। इसीलिए IIFL फाइनेंस पर यह प्रतिबंध लगाया गया है।