मेरठ कैंट सीट पर विपिन चौधरी होंगे प्रसपा के प्रत्याशी, सपा से विलय की खबरों के बीच शिवपाल यादव का एलान

 अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यदि दोनों पार्टियों का विलय होता है तो क्या अखिलेश यादव विपिन चौधरी को ही मेरठ कैंट क्षेत्र से प्रत्याशी बनाने पर सहमति देंगे या फिर पार्टी यहां प्रत्याशी बदलेगी।

 
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी में विलय की चर्चा के बीच प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मेरठ कैंट सीट (Meerut Cant) पर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। पार्टी ने मेरठ कैंट सीट से प्रसपा के मेरठ जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया है। विपिन चौधरी ग्राम रजपुरा के प्रधान रह चुके हैं। 

 

विपिन चौधरी के प्रत्याशी चुने जाने की जानकारी प्रसपा से मेरठ जिला मीडिया प्रभारी जीशान अहमद ने दी। उन्होंने बताया कि लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव ने विपिन चौधरी को 2022 के चुनाव में मेरठ कैंट सीट प्रत्याशी बनाने का एलान किया है। Read Also : सपा और प्रसपा में हो सकता है विलय, मुलायम सिंह के जन्मदिन पर होगी घोषणा!

 

हालांकि विपिन चौधरी के नाम का ऐलान ऐसे समय में किया गया है जब प्रसपा के सपा में विलय होने की चर्चा जोरो पर है। बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर दोनों पार्टी इसकी घोषणा कर सकती हैं, लेकिन उससे पहले ही मेरठ कैंट सीट से प्रत्याशी घोषित किया जाना इस बात की ओर इशारा करता है कि चाचा-भतीजे के बीच की खटास अभी भी कम नहीं हुई है। हालांकि शिवपाल यादव कई मौकों पर यह संकेत दे चुके हैं कि वे भाजपा को हराने के लिए सपा में विलय को तैयार हैं, लेकिन इसके लिए अखिलेश को आगे आना होगा। वहीं अखिलेश भी कई मौकों पर बोल चुके हैं कि चाचा का स्वागत है और उनका पूरा सम्मान किया जाएगा,  उनके लिए सीट छोड़ी जाएगी, उनके कार्यकर्ताओं का पार्टी में पूरा सम्मान होगा। Read Also : मेरठ: युवा शक्ति समागम में BJP ने दिखाई ताकत, मोहित बेनिवाल बोले- युवाओं के सहयोग से प्रदेश में फिर भाजपा की सरकार बनेगी

 

विलय हुआ तो क्या बदलेगा प्रत्याशी

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यदि दोनों पार्टियों का विलय होता है तो क्या अखिलेश यादव विपिन चौधरी को ही कैंट क्षेत्र से प्रत्याशी बनाने पर सहमति देंगे या फिर पार्टी यहां प्रत्याशी बदलेगी। हालांकि इसके लिए 22 नवंबर तक का इंतजार करना होगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन 22 नवंबर को होता है और इसी दिन दोनों पार्टियां विलय का ऐलान कर सकती हैं। इस बारे में मीडिया प्रभारी जीशान अहमद का कहना है कि राष्ट्रीय नेतृत्व का जो फैसला होगा वो सभी को स्वीकार होगा।

 

मेरठ में चुनावी मोड में आई समाजवादी पार्टी
बता दें, उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं। मेरठ में समाजवादी पार्टी करीब 3 हजार बूथ कमेटियों का गठन कर पार्टी का विस्तार कर रही है। पार्टी आलाकमान को भी रिपोर्ट भेजकर संगठन की गतिविधियों को बताया गया है। जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह के मुताबिक, सातों विधानसभा को 30 सेक्टर में बांटकर सेक्टर प्रभारी नियुक्त किए जा चुके हैं। प्रत्येक सेक्टर के बूथ प्रभारी सहित बूथ कमेटी बना दी गई है। राजपाल सिंह ने बताया कि पूरे जनपद में ब्लॉक स्तर पर संगठन मजबूती से चुनाव कार्य में जुट गया है। सभी प्रकोष्ठ, जिला व महानगर कार्यकारिणी, नगर पालिका व नगर पंचायत की कार्यकारिणी और बूथ समितियों के 25 हजार पदाधिकारी चुनाव में जुट गए हैं।