UP: कांग्रेस को एक और झटका, अब प्रदेश उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा; बोले- लल्लू मेरी बातों को नजरअंदाज करते थे

कुछ माह पहले ही यूपी के बड़े ब्राह्मण नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद और पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ललितेशपति त्रिपाठी नें भी पार्टी का साथ छोड़ दिया था।

 
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) को लेकर जहां खुद प्रियंका गांधी UP कांग्रेस की कमान अपने हाथ में लेकर पार्टी को मजबूत करने का प्रयास कर रहीं हैं वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश कांग्रेस में जारी अन्तर्कलह के कारण एक के बाद एक बड़े नेता पार्टी से इस्तीफा देकर लगातार झटके दे रहे हैं।

 

कुछ माह पहले ही यूपी के बड़े ब्राह्मण नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद और पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ललितेशपति त्रिपाठी नें भी पार्टी का साथ छोड़ दिया था। अब कांग्रेस के मौजूदा प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक गयादीन अनुरागी ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने प्रियंका गांधी के लखनऊ दौरे के दौरान अपना इस्तीफा दिया। उधर चर्चा है कि पश्चिमी यूपी के कद्दावर नेता इमरान मसूद भी जल्फ़ कांग्रेस छोड़ सकते हैं। Read Also :सुप्रीम कोर्ट ने किसानों को लगाई लताड़, कहा- आपने पूरे शहर का गला घोंट दिया है, यह सब बंद होना चाहिए

 

UP कांग्रेस के शीर्ष पदाधिकारियों से आहत

प्रदेश उपाध्यक्ष गयादीन अनुरागी हमीरपुर जिले की राठ विधानसभा से विधायक रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा। इसमें उन्होंने लिखा कि  'मैं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उच्च पदाधिकारियों की कार्यशैली एवं निष्क्रियता को देखते हुए अपने आप को पार्टी में काम करने में असहज महसूस कर रहा हूं, इसलियए मैं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी से अपने समस्त पदों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे रहा हूं।'

 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से नहीं बैठ रहा था तालमेल

गयादीन अनुरागी ने एक न्यूज चैनल को बताया कि, ‘मेरा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से तालमेल नहीं बैठ रहा था, मैं जो बात प्रदेश अध्यक्ष जी से करता था, वो उसे नजरअंदाज कर रहे थे। मेरी कोई बात नहीं सुनी जा रही थी। आदमी का सब कुछ चला जाय, मान-सम्मान नहीं जाना चाहिए। जिस घर में अपना मान नहीं, उस घर में जाना न चाहिए।"
गयादीन ने कहा, "मैंने प्रियंका गांधी जी से बात करने के लिए उनके पीए राजकुमार से कई बार समय मांगा, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं की। हर चीज की कोई सीमा होती है। इसलिए हम बैठक में नहीं जा रहे थे। तो वो हमारी लीडर है, तो उन्हे पता होना चाहिए कि हम क्यों नाराज हैं? लेकिन लीडर ही ये नहीं समझ पा रहा कि उनके कार्यकर्ता और पदाधिकारी क्यों नाराज हैं? इन्हीं सबके बाद मैंने इस्तीफा दे दिया है।’