यूपी की 45 सीट छोड़ेगी सपा! जा सकती है रालोद के हिस्से में; मेरठ की सिवालखास पर भी RLD की दावेदारी, 1 पर कशमकश

रालोद (RLD)उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी  (SP) के साथ गठबंधन कर 2022 विधानसभा चुनाव (UP Assembly election 2022 ) लड़ने की तैयारी कर रही है। इससे पहले दोनों पार्टियों ने पंचायत चुनाव भी मिलकर लड़ा था।
 

 
किसान आंदोलन (Farmer Protest) से उत्तर प्रदेश में फिर से संजीवनी पाने वाली RLD अब किसान आंदोलन के साथ-साथ जातिगत समीकरण में जाट व मुस्लिम वोटर को साधने का प्रयास उत्तर प्रदेश में कर रही है। इसके लिए रालोद उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर 2022 विधानसभा चुनाव (UP Assembly election 2022 ) लड़ने की तैयारी कर रही है। इससे पहले दोनों पार्टियों ने पंचायत चुनाव भी मिलकर लड़ा था।

 

सूत्रों के मुताबिक सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी के बीच विधानसभा सभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई है। इस चर्चा में प्रदेश की 45 विधानसभा सीटों को रालोद के लिए रिजर्व कर दिया गया है। 

 

इन जिलों की सीटें रालोद के हिस्से में

 यूपी की जो 45 सीट रालोद के खाते में जाती बताई जा रहीं हैं, उनमें बागपत, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बिजनौर, मथुरा, हाथरस, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, गाजियाबाद, नोएडा और आगरा जिलों की सीटें हैं। बागपत, शामली और मुजफ्फरनगर में सपा रालोद के सामने बैकफुट पर है ऐसे में वहां रालोद बेहतर स्थिति में है। माना जा रहा है कि इन जिलों में ज्यादातर सीटों पर रालोद का प्रत्याशी ही उतारा जाएगा। वहीं बिजनौर में 2 से 3 सीटों पर रालोद दावेदारी कर रही है। दरअसल ये सभी जाट बहुत सीटें हैं, ऐसे में यहां रालोद अपना प्रत्याशी उतारना चाहती है।  मेरठ : कांग्रेस को बड़ा झटका, रमेश ढींंगरा ने पार्टी छोड़ी; कहा- जो दिश हित में नहीं सोचता वो गद्दार है

मेरठ में 2 सीटों पर दावा

सूत्रों ने बताया कि मेरठ में रालोद ने 7 में से 2 सीटों पर दावा किया है, जिनमें से सिवालखास सीट पर रालोद का प्रत्याशी उतरना पक्का है, जबकि सरधना और हस्तिनापुर विधानसभा सीट को लेकर अभी संशय की स्थिति बनी हुई है। हालांकि तमाम सियासी समीकरण मेरठ में सिर्फ सिवालखास सीट की ही दावेदारी रालोद के पक्ष कर रहे हैं, लेकिन पार्टी अध्यक्ष किसान आंदोलन के चलते मेरठ की सरधना या हस्तिनापुर सीट से भी अपना प्रत्याशी उतारना चाहते हैं, जिसको लेकर अखिलेश यादव से चर्चा की जा रही है।  read more ;यूपी के सियासी मैदान में जोरशोर से उतरेगी रालोद, गांधी जयंती से शुरू करेगी जन आशीर्वाद यात्रा।

 

जयंत के नेतृत्व में पहला चुनाव
 

इस बार चुनाव में जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) के पिता अजीत सिंह उनके उनके साथ नहीं होंगे। कोरोना के चलते बीते मई माह में उनका देहांत हो गया था। ऐसे में राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी का यह पहला ऐसा चुनाव होगा जो उनके नेतृत्व में यूपी में रालोद लड़ेगा। ऐसे में पार्टी को मजबूती देने में जयंत कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहते।  Read more : सपा और प्रसपा में हो सकता है विलय, मुलायम सिंह के जन्मदिन पर होगी घोषणा!   

 

लगातार किसान महापंचायत में किसानों के साथ खड़े होकर वह अपने दादा चौधरी चरण सिंह और पिता चौधरी अजीत सिंह की तरह ही किसानों का हितैषी होने का प्रमाण दे रहे हैं। यही नहीं जयंत चौधरी समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लगातार जाट और मुसलमानों के बीच पड़ी खाई की भरपाई करने की भी कोशिश भी कर रहे हैं।