जुड़ने से पहले ही टूट जाएगा सपा-रालोद का गठबंधन! सीटों के बंटवारे को लेकर जयंत-अखिलेश में ठनी

SP RLD Alliance: कई सीटें ऐसी हैं जिन पर रालोद दावा ठोक रही है, लेकिन समाजवादी पार्टी उन्हें वह सीटें देने को तैयार नहीं है। ऐसे में यह गठबंधन कमजोर पड़ता नजर आ रहा है।

 
UP Assembly Election: उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल (UP Me Chunav Kab Honge) शुरू हो गई हैं। चुनाव जीतने और प्रदेश की सत्ता हासिल करने के लिए राजनीतिक पार्टियां हर तरकीब लगा रही हैं। सियासी दल गठबंधन को भी मजबूत करने में जुट गए हैं। इसी कड़ी में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) की राष्ट्रीय लोकदल (RLD) में भी गठबंधन को लेकर बड़ी खबर आ रही है।

 

कई सीटों पर एक मत नहीं अखिलेश और जयंत

खबर है कि प्रदेश की कई सीटों को लेकर दोनों पार्टियों के गठबंधन (SP RLD Alliance) का पेंच फंस गया है। सूत्रों के मुताबिक कई सीटें ऐसी हैं जिन पर रालोद दावा ठोक रही है, लेकिन समाजवादी पार्टी उन्हें वह सीटें देने को तैयार नहीं है। वहीं जिनती सीटें जयंत चौधरी मांग रहे हैं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव उसकी आधी सीटें ही रालोद को देना चाहते हैं। ऐसे में गठबंधन का गणित उलझ गया है। Read Also : PM मोदी को सीधी चेतावनी : CAA, NRC और NPR वापस नहीं हुए तो बनेगा एक और शाहीन बाग

 

रालोद मांग रही 50 सीटें अखिलेश दे रहे आधी (SP RLD Alliance)

सूत्रों के मुताबिक जयंत चौधरी रालोद के लिए उत्तर प्रदेश की 50  सीटें मांग रहे हैं, लेकिन अखिलेश यादव उन्हें 25 से 30 सीटें ही देने पर सहमति जता रहे हैं। वहीं वेस्ट यूपी की करीब 8 सीटों पर दोनों ही दल दावा ठोक रहे हैं। इनमें मेरठ की सिवालखास और हस्तिनापुर बिजनौर की चांदपुर, सहारनपुर की गंगोह, बागपत की बड़ौत, मथुरा की मांट व छाता, शामली की थानाभवन, बुलंदशहर की शिकारपुर के अलावा मुजफ्फरनगर की चरथावल सीट पर पेंच फंसा है। 

 

कांग्रेस और बसपा भी रालोद से गठबंधन को तैयार

खबर है कि अखिलेश यादव पूर्वांचल की कुछ सीटें भी रालोद को देना चाहते हैं, लेकिन जयंत चौधरी का फोकस वेस्ट यूपी की सीटों पर है। खबर है कि सपा ने मुजफ्फरनगर की खतौली और मेरठ की मेरठ कैंट सीट रालोद को ऑफर की थी, लेकिन रालोद खतौली के बजाए चरथावल और मेरठ कैंट के बदले सिवालखास सीट पर दावा कर रही है, लेकिन समाजवादी पार्टी ये सीटें रालोद को देनी नहीं चाह रही है। Read Also: Airtel के ग्राहकों को झटका, 500 रुपये तक महंगे हुए Prepaid Recharge, 84 दिन वाले रिचार्ज में भी भारी बढ़ोतरी

 

ऐसे में इन सीटें पर दोनों पार्टियों में ठनी हुई है। उधर कांग्रेस और बसपा भी रालोद से गठबंधन का प्रयास कर रहे हैं, हालांकि जयंत चौधरी और अखिलेश यादव दोनों ही कई बार यह घोषणा कर चुके हैं कि सपा और रालोद मिलकर चुनाव लड़ेंगी, लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही तकरार को देखते हुए इस गठबंधन के टूटने के आसार भी नजर आ रहे हैं। 

 

कुछ भाजपाई भी जयंत को साथ लेकर चलने के पक्ष में

वहीं चर्चा यह भी है कि बीजेपी का एक धड़ा भी रालोद को साथ लेकर चुनाव लड़ना चाहता है। तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद बीजेपी की कोशिश अब जयंत को साथ लाने की है। गृह मंत्री अमित शाह को पश्चिमी यूपी का प्रभारी बनाए जाने के बाद भी इस चर्चा को और बल मिला है।