UP Assembly Election 2022: यूपी में अब प्रियंका गांधी के ही सलाकार और प्रदेश उपाध्यक्ष ने छोड़ी पार्टी

UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को ऐसे समय पर झटका लगा है जब प्रियंका गांधी ने लखीमपुर कांड में पहुंचकर थोड़ी उम्मीद जगाई थी। अब खबर है कि उन्हीं के सलाहाकर ने पार्टी को टाटा कर दिया है।
 
UP Assembly Election 2022 : यूपी में कांग्रेस पार्टी को उभरते समय एक बड़ा झटका लग गया है। जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के सलाहकार  हरेंद्र मलिक और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने इस्तीफा प्रदेश के पदाधिकारियों को सौंप दिया है। खबर ही कि दोनों साइकिल पर सवार होने वाले हैं। आपको बता दें कि हरेंद्र और पंकज मलिक पिता-पुत्र हैं। जानकारी हो कि पश्चिमी यूपी में दोनों नेताओं की पकड़ मानीे जाती है पंकज दो बार कांग्रेस से विधायक और हरेंद्र  सांसद रहे हैं।

 

मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं हरेंद्र, पंकज

जानकारी के अनुसार दोनों नेता मुजफ्फरनगर जिले (Muzaffarnagar District) से ताल्लुक रखते हैं। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी के सलाहकार हरेंद्र मलिक सन् 2005 में नेशनल लोकदल पार्टी हरियाणा (National Lok Dal Party Haryana) से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। वहीं,उनके पुत्र पंकज 2007 में बघरा सीट (Baghra seat) और 2012 में शामली सीट (Shamli seat) से कांग्रेस विधायक (congress MLA) रह चुके हैं। इन दोनों का पार्टी का छोड़ना कांग्रेस के लिए नुकसान माना जा रहा है। यह खबर उस समय आई है जब लखमीपुर कांड के बाद कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव प्रियंका गांधी उभरकर आईं थी। अब बताया जा रहा है मुजफ्फरनगर जिले में 22 अक्टूबर को सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की रैली होने वाली है। उस कार्यक्रम में दोनों सपा ज्वाइन करेंगे।   Read also : मेरठ : जिलाध्यक्ष ने कहा- प्रसपा की सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा का 28 अक्टूबर को मवाना रोड रजपुरा में होगा भव्य स्वागत

 

अभी दूसरे नेता भी छोड़ सकते हैं पार्टी

वहीं, खबर है कि सहारनपुर के कांग्रेस नेता इमरान मसूद भी पार्टी छोड़ सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर पार्टी छोड़ने के बाद हरेंद्र मलिक ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को कुछ लोगों ने हाईजेक किया हुआ है। वहां, किसी की सुनवाई नहीं होती है। इस खबर के बाद स्पष्ट है कि समाजवादी पार्टी ही भाजपा को टक्कर दे सकती है। यह भी पढ़ें - Punjab Election 2022: अपनी पार्टी लॉन्च करने वाले हैं पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह, भाजपा संग सीट अरेंजमेंट के संकेत।

 

तेजी से बढ़ रहा सपा का कुनबा

जानकारी हो कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आने वाले हैं, वैसे ही राजनीतिक पार्टियों में जोड़तोड़ का खेल बढ़ गया है। मंगलवार को ही मेरठ में बसपा से सांसद रहे कारोबारी हाजी साहिद अखलाख ने लखनऊ में सपा जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। जिसके बाद उनका सपा में आने साफ हो गया है। इससे पूर्व भी बसपा के कई नेता समाजवादी में जा चुके है। ऐसे नेताओं की संख्या पूर्वी क्षेत्र से ज्यादा है।  यह भी पढ़ें - Nainital cloud burst : सड़क, रेलवे लाइन बहीं, नैनीताल का दूसरे हिस्सों से संपर्क कटा, सीएम धामी ने किया हवाई सर्वेक्षण।