UP Assembly election : मेरठ में पहले दिन खरीदे गए 47 नामांकन पत्र, जमा एक भी नहीं हुआ, क्या होता है नामांकन पत्र, इसे भरने की प्रक्रिया जानें

UP Assembly election :  भाजपा विधायक दिनेश खटीक, शाहिद मंजूर सहित सरधना सीट के लिए कई लोगों ने नामांकन पत्र खरीदा है।
 
UP Assembly election : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पश्चिमी यूपी में पहले चरण में मतदान होना है। जिसके लिए शुक्रवार से नामांकन पत्र (nomination letter) मिलना शुरू हो गया। पहले दिन 34 उम्मीदवारों ने कुल 47 नामांकन पत्र खरीदे हैं। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जिनका टिकट पक्का नहीं हैं परंतु वह खुद से तय मानकर चल रहे हैं।

 

जानकारी के अनुसार कई निर्दलिय उम्मीदवारों ने शुक्रवार को नामांकन पत्र खरीदा है। बताया जा रहा है कि इनमें सबसे ज्यादा सरधना विधानसभा सीट के लिए कुल 10 नामांकन पत्र खरीदे गए हैं। वहीं, भाजपा के वर्तमान विधायक का टिकट हस्तिनापुर से लगभग तय है। जिसके चलते उन्होंने नामांकन पत्र खरीद लिया है। वहीं, सपा नेता शाहिद मंजूर ने भी नामांकन पत्र लिया है। also read : UP Assembly Election : BSP नेता थाने में फूट-फूटकर राेया, बोला- 50 लाख में टिकट तय था, 4.5 लाख रुपये एडवांस भी दे चुका, फिर भी नहीं दिया टिकट, पढ़ें पूरा मामला

इन सात विधानसभा में गए 47 नामांकन पत्र

  • सरधना विधानसभा में 5 लोगों  द्वारा 10 नामांकन पत्र खरीदे गए।
  • मेरठ शहर विधानसभा से 4 लोगों ने चार नामांकन पत्र लिए।
  • किठौर विधानसभा में 5 लोगों ने 9 नामांकन पत्र लिए हैं। 
  • मेरठ कैंट विधानसभा में 5 लोगों द्वारा 9 नामांकन पत्र खरीदे गए।
  • हस्तिनापुर में 5 लोगों द्वारा 5 नामांकन पत्र लिए गए।
  • दक्षिण विधानसभा में 7 व्यक्तियों द्वारा 07 नामांकन पत्र लिए गए।
  • सिवालखास विधानसभा में 3 व्यक्तियों द्वारा तीन नामांकन पत्र खरीदे गए।

 

संभावितों ने भी खरीदे पर्चे

जानकारी के अनुसार अभी पार्टियों की मेरठ की सातों विधानसभा सीटों पर लिस्ट आनी बाकी है। परंतु कई संभावित उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें लग रहा है कि उनका टिकट पक्का हो सकता है उन्होंने पहले दिन ही नामांकन पत्र खरीद लिए हैं। जिसमें सरधना, हस्तिनापुर, मेरठ शहर, मेरठ कैंट आदि सीट हैं।

नहीं हुआ कोई भी नामांकन

आज पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन शुरू हुआ है। परंतु आज किसी भी पार्टी के उम्मीदवार सहित निर्दलिय नेता ने नामांकन पत्र नहीं भरा है। केवल आज 47 नामांकन पत्र खरीदे ही गए हैं। अब देखना है कि अगले दो दिनों में क्या स्थिति होने वाली है।

 

कई पार्टियां भाजपा की लिस्ट का कर रहीं इंतजार

जानकारी के अनुसार सपा गठबंधन हो या फिर कांग्रेस और बसपा। ये सभी पार्टियां अभी भाजपा की पहली सूची का इंतजार कर रहीं हैं। जिसके बाद यह भी टिकट फाइनल कर सकती हैं। हालांकि काफी हद तक नेताओं को पता चल चुका है कि किस-किस का टिकट होना तय हो गया है। परंतु अभी कुछ सीटों पर स्पष्ट ऐलान करना बाकी रह गया है। 

क्या होता है नामांकन पत्र

निर्वाचन प्रक्रिया के तीन भागों में सबसे पहले नामांकन आता है। जब कोई व्यक्ति नियमों के तहत विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता है तो वह नामांकन पत्र भरता है। विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए फार्म-2C भरा जाता है। फार्म भरने के लिए 7 दिनों का समय रहता है। नामांकन पत्र भरने के बाद भी अगर किसी व्यक्ति को लगता है कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहता है तो वह अपना नामांकन पत्र वापस भी ले सकता है। 

आवश्यक दस्तावेज 

यदि उम्मीदवार  एक विशेष राजनीतिक पार्टी द्वारा रखा जाता है, तो उसे दो अतिरिक्त फॉर्म भरने होते है जो पार्टी से उसकी सिफारिश की पुष्टि करने का काम करता है। फॉर्म पर पार्टी के अध्यक्ष या सचिव के हस्ताक्षर होने आवश्यक है और इसके साथ ही पार्टी की मुहर भी लगानी आवश्यक है।

 

फॉर्म भरने की प्रक्रिया               

चुनाव का नामंकन पत्र भरने के लिए सबसे पहले फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी की जाती है | फॉर्म भरने के लिए उस पार्टी के अधिकृत व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षरित  किया जाता है , जो किसी राजनीतिक पार्टी द्वारा चुने गए उम्मीदवार के नाम को दर्शाने का काम करता है।  फॉर्म भरने और नामांकन  की प्रक्रिया संपन्न हो जाने के बाद उम्मीदवार का नाम भी घोषित कर दिया जाता है ।

 

नामांकन पत्रों को दाखिल करने के लिए सात दिनों का समय दिया जाता है। उसके बाद एक दिन  उन पत्रों की अच्छे से जांच की जाती है। जांच होने के दौरान यदि कोई समस्या उत्पन्न होती है तो  नामांकन पत्र रद्द भी  किये जा सकते हैं। इसके बाद  नाम वापसी के लिए दो दिन का समय दिया जाता है ।