सहारनपुर: कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का होली खेलना उलेमा को नागवार, बताया शरीयत के खिलाफ
सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने शुक्रवार को अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जमकर होली खेली, जिस पर देवबंदी उलेमाओं ने कड़ी आपत्ति जताई है। उलेमाओं ने इमरान मसूद के इस कदम को शरीयत के खिलाफ बताते हुए इसे बड़ा गुनाह करार दिया है, जिसके लिए उन्हें माफी नहीं मिल सकती।
Mar 16, 2025, 00:05 IST
सहारनपुर में शुक्रवार को कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ होली का उत्सव मनाया। उन्होंने गुलाल लगाया और अबीर उड़ाया, साथ ही सभी से गले मिलकर होली की शुभकामनाएं दीं। इस कदम को लेकर देवबंदी उलेमाओं ने तीव्र आपत्ति जताई और इसे शरीयत के खिलाफ करार दिया।READ ALSO:-बिजनौर: शेरकोट में भाजपा मंडल अध्यक्ष ने थाने में दरोगा को जड़ा थप्पड़, पुलिस ने दो को हिरासत में लिया, कार्यकर्ताओं ने घेरा थाना
विवाद और उलेमाओं का विरोध
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने होली के अवसर पर अपने समर्थकों के साथ गुलाल और अबीर उड़ाकर शुभकामनाएं दी थीं। उनके इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए उलेमा कारी इसाक गोरा और मुफ्ती अरशद फारूकी ने कहा कि मुसलमान को शरीयत के अनुसार चलना चाहिए और इमरान मसूद ने शरीयत के खिलाफ काम किया है। उलेमाओं ने कहा कि भाईचारा बनाने के और भी कई तरीके हैं, लेकिन इस्लाम इस तरह के कार्यों की बिल्कुल इजाजत नहीं देता। उन्होंने इसे बहुत बड़ा गुनाह बताते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें माफ नहीं किया जा सकता।
इमरान मसूद का बयान
वहीं, होली खेलने के बाद इमरान मसूद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहली बार रंगों में नफरत ढूंढी जा रही है और उन्होंने प्यार का संदेश देने के लिए होली मनाई है। उन्होंने कहा कि यह देश की संस्कृति है कि होली, ईद, दिवाली हमेशा साथ मनाते आए हैं और यह देश मोहब्बत से चलेगा, नफरत से नहीं। उन्होंने उन लोगों से नफरत न फैलाने की अपील की जो देश में नफरत बांट रहे हैं।
पश्चिम उत्तर प्रदेश में सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति
इमरान मसूद का यह कदम कुछ लोगों द्वारा सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले भी इमरान मसूद भगवान श्रीराम का गुणगान कर चुके हैं और मां शाकुंभरी देवी मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी। उनके बदले हुए रुख को अब पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक नई राजनीति के रूप में देखा जा रहा है।
इमरान मसूद का यह कदम कुछ लोगों द्वारा सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले भी इमरान मसूद भगवान श्रीराम का गुणगान कर चुके हैं और मां शाकुंभरी देवी मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी। उनके बदले हुए रुख को अब पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक नई राजनीति के रूप में देखा जा रहा है।
कांग्रेस को सहारनपुर में दिलाई ऐतिहासिक जीत
सहारनपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 40 साल बाद जीत दिलाने का श्रेय इमरान मसूद को जाता है। इससे पहले 1984 में चौधरी यशपाल सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से जीत हासिल की थी। इमरान मसूद की जीत के बाद 23 साल बाद काजी परिवार ने संसद की चौखट तक पहुंचने का मील का पत्थर हासिल किया।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- हिंदू संगठनों ने इमरान मसूद के होली खेलने के इस कदम का स्वागत किया, जबकि देवबंदी उलेमाओं और सपा-बसपा के मुस्लिम नेताओं ने इसे इस्लामी मान्यताओं के खिलाफ बताया है।
- यह विवाद एक बार फिर से राजनीतिक और धार्मिक बहस का विषय बन गया है, जिससे इमरान मसूद के राजनीतिक रुख और विचारों को लेकर नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।