सहारनपुर : मोदी की बोटी-बोटी काट देंगे वाले बयान पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के खिलाफ आरोप तय, जानिए कब और क्या कहा 

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से मौजूदा कांग्रेस सांसद इमरान मसूद लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण मुश्किलों में हैं। इमरान मसूद ने एक जनसभा में कहा था कि अगर नरेंद्र मोदी सहारनपुर आएंगे तो उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएंगे। इस मामले में ग्रामीणों के बयान के बाद सहारनपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने इमरान मसूद के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं।
 
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से मौजूदा कांग्रेस सांसद इमरान मसूद लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण मुश्किलों में हैं। इमरान मसूद ने एक जनसभा में कहा था कि अगर नरेंद्र मोदी सहारनपुर आएंगे तो उनकी बोटी-बोटी कर दी जाएगी। इस मामले में ग्रामीणों के बयान के बाद सहारनपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने इमरान मसूद के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। READ ALSO:-'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने वाले फैजल उर्फ ​​फैजान की सजा शुरू, 21 बार बोला 'भारत माता की जय', देखें Video

 

आरोप तय होने के बाद सांसद इमरान मसूद और उनके समर्थकों में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि इमरान मसूद अपने बयान को लेकर कई बार माफी भी मांग चुके हैं। इसके बावजूद 10 साल बाद कोर्ट में आरोप तय हो गए हैं। इसके बाद उनकी सांसदी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। 

 

इमरान मसूद ने कब और क्या कहा था 
लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के टिकट पर सहारनपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीते इमरान मसूद ने 10 साल पहले यानी 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान थाना देवबंद क्षेत्र के लबकरी गांव में विवादित बयान दिया था। इमरान मसूद ने कहा था कि गुजरात में 4% और सहारनपुर में 42% मुसलमान हैं। अगर नरेंद्र मोदी यहां आएंगे तो उनकी बोटी-बोटी कर दी जाएगी। 2014 में नरेंद्र मोदी न सिर्फ गुजरात के मुख्यमंत्री थे बल्कि भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव में पीएम उम्मीदवार भी बनाया था। 

 

सरकारी अधिवक्ता ने बताया कि विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए मोहित शर्मा की अदालत में 19 ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए। इसके बाद अदालत ने आरोप तय किए। नरेंद्र मोदी के साथ ही इमरान मसूद ने बसपा के दो विधायकों को लेकर भी अभद्र टिप्पणी की थी। इस मामले में 27 मार्च 2014 को तत्कालीन कोतवाली देवबंद प्रभारी कुसुम वीर सिंह ने सांसद के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन, माहौल खराब करने की कोशिश और अनुसूचित जाति के विधायकों के बारे में जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

 

इमरान मसूद भी गए थे जेल 
एफआईआर के बाद इमरान मसूद को जेल भी जाना पड़ा था। यह घटना उन दिनों सुर्खियों में रही थी। इसे लेकर देश की सियासत गरमा गई थी। पूरे भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। विशेष न्यायाधीश एमपीएमएलए मोहित शर्मा की अदालत में सरकार की ओर से विशेष लोक अभियोजक गुलाब सिंह मामले की पैरवी कर रहे हैं। अब मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश एमपीएमएलए की अदालत में होगी।

 

कौन हैं इमरान मसूद 
उत्तर प्रदेश के बड़े मुस्लिम नेताओं में शुमार इमरान मसूद का जन्म अप्रैल 1970 में सहारनपुर जिले के गंगोह क्षेत्र में हुआ था। उनका परिवार प्रभावशाली राजनीतिक परिवारों में गिना जाता है। वर्ष 2006 में इमरान मसूद ने सहारनपुर नगर पालिका के चेयरमैन का चुनाव जीता था। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी से टिकट मांगा था, लेकिन नहीं मिलने पर उन्होंने मुजफ्फराबाद विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। ​​

 

इसके बाद वर्ष 2012 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें नकुड़ विधानसभा सीट से टिकट दिया, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। फिर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया। यहां भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद वर्ष 2022 में वह सपा में शामिल हो गए। 

 

उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव से ठीक पहले वह बहुजन समाज पार्टी में चले गए। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तारीफ करने पर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद वह फिर कांग्रेस में शामिल हो गए और सहारनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद चुने गए।