Video: नोएडा के पीजी होम के ग्राउंड फ्लोर पर लगी भीषण आग, बच्चों ने चौथी मंजिल पर भागकर बचाई जान, मची चीख पुकार....
उत्तर प्रदेश के नोएडा में सेक्टर-62 रसूलपुर नवादा गांव में स्थित दो पीजी में आग लग गई। आग ग्राउंड फ्लोर पर लगे इलेक्ट्रिक पैनल में लगी थी। जब आग फैली तो विज्ञापन बोर्ड भी इसकी चपेट में आ गया।
Aug 26, 2024, 14:47 IST
नोएडा के सेक्टर-62 में आज भीषण आग लग गई। एक पेइंग गेस्ट होम में अचानक आग लग गई, जिसने कुछ ही देर में पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। आग बुझने से पहले ही आग की लपटें बगल के मकान तक पहुंच गईं। दोनों मकानों में पेइंग गेस्ट रहते हैं, लेकिन आग देखकर वे चीखने-चिल्लाने लगे। READ ALSO:-बिजनौर : शिक्षिका ने छात्रों के माथे से पोंछवाया तिलक, छात्रों ने बोले तिलक लगाने पर मैडम मारती हैं, की चोटी काटने की बात, BSA ने किया सस्पेंड
बताया जा रहा है कि भीषण लपटें देखकर आसपास रहने वाले लोगों में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलते ही करीब 5 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और 30 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया, जिसे देखकर एक बार के लिए आपकी सांसे थम सी जाएंगी।
आग लगते ही बच्चे चौथी मंजिल पर चढ़ गए और जान बचाने के लिए चीखने लगे। हंगामा होता देख लोगों ने उन्हें बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन आग की ऊंची लपटें देख वे बेबस हो गए। उन्होंने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। घटना सुबह करीब 8 बजे की है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति और लोगों को नियंत्रित किया।
बच्चों को उपचार के लिए भेजा गया
फायर ब्रिगेड के सीएफओ प्रदीप चौबे ने बताया कि बी-10 सेक्टर-62 रसूलपुर नवादा में 2 पेइंग गेस्ट हाउस हैं। एक रेनबो रेजीडेंसी गर्ल्स पीजी और दूसरा सोनू पीजी है। पीजी के बाहर लगे होर्डिंग के इलेक्ट्रिक पैनल से आग लगी थी।
फायर ब्रिगेड के सीएफओ प्रदीप चौबे ने बताया कि बी-10 सेक्टर-62 रसूलपुर नवादा में 2 पेइंग गेस्ट हाउस हैं। एक रेनबो रेजीडेंसी गर्ल्स पीजी और दूसरा सोनू पीजी है। पीजी के बाहर लगे होर्डिंग के इलेक्ट्रिक पैनल से आग लगी थी।
यहां गली काफी संकरी थी, इसलिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को अंदर जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। जब गाड़ियां अंदर नहीं जा सकीं तो पाइप लाकर आग बुझाई गई। इसके बाद दोनों इमारतों को खाली करा लिया गया। बच्चों को सीढ़ियों से नीचे उतारा गया और इलाज के लिए भेजा गया। सौभाग्य से, आग चौथी मंजिल तक पहुंचने से पहले ही बुझ गई।