बिजनौर : शिक्षिका ने छात्रों के माथे से पोंछवाया तिलक, छात्रों ने बोले तिलक लगाने पर मैडम मारती हैं, की चोटी काटने की बात, BSA ने किया सस्पेंड
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में महिला टीचर ने बच्चों को स्कूल में तिलक लगाकर आने मना कर दिया। छात्रों ने घर जाकर बताया कि हम तिलक लगाकर जाते हैं तो मैडम हमें मारती हैं। तिलक हटाने के लिए कहती हैं। परिजनों ने इसकी शिकायत BSA से की। BSA ने मुस्लिम टीचर को निलंबित कर दिया है।
Updated: Aug 26, 2024, 14:27 IST
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उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में ऐसा मामला सामने आया है जहां एक मुस्लिम शिक्षक ने हिंदू बच्चों को तिलक लगाने से मना किया है। इतना ही नहीं शिक्षक ने छात्रों को चोटी न रखने और बढ़ी हुई चोटी कटवाने की चेतावनी भी दी है। साथ ही हिंदू शिक्षक ने मुस्लिम बच्चों को निर्धारित ड्रेस में स्कूल आने और टोपी न लगाने की सलाह दी है।READ ALSO:-बिजनौर : घर के अंदर से आ रही थीं लोगों की आवाजें, पुलिस ने घर पर छापा मारा तो गांव में मच गई अफरा-तफरी
क्या है पूरा मामला?
उच्च प्राथमिक विद्यालय भंडेडा में कक्षा छह, सात व आठ में करीब 335 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनमें से करीब आधे विद्यार्थी दोनों समुदायों के हैं। गांव भंडेडा स्थित विद्यालय में प्रधानाध्यापक राजेंद्र सिंह, अध्यापक मुख्तार, अध्यापिका ऊषा व तनवीर आयशा कार्यरत हैं।
उच्च प्राथमिक विद्यालय भंडेडा में कक्षा छह, सात व आठ में करीब 335 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनमें से करीब आधे विद्यार्थी दोनों समुदायों के हैं। गांव भंडेडा स्थित विद्यालय में प्रधानाध्यापक राजेंद्र सिंह, अध्यापक मुख्तार, अध्यापिका ऊषा व तनवीर आयशा कार्यरत हैं।
आरोप है कि शिक्षिका तनवीर आयशा ने हिंदू समुदाय के बच्चों के माथे पर तिलक लगाकर स्कूल आने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कुछ बच्चों से तिलक उतरवाए और उन्हें चोटी न रखने और बढ़ी हुई चोटी कटवाने की चेतावनी भी दी। वंश, यश, प्रिंस, कृष्णा आदि कई छात्रों ने जब इसकी शिकायत अपने अभिभावकों से की तो वे भड़क गए।
दूसरे समुदाय के बच्चों को टोपी पहनने से मना किया
दूसरी ओर, शिक्षिका उषा पर भी आरोप है कि वह दूसरे समुदाय के बच्चों को टोपी न पहनने के लिए कह रही हैं। वह बच्चों को निर्धारित स्कूल यूनिफॉर्म में आने के लिए कह रही हैं।
दूसरी ओर, शिक्षिका उषा पर भी आरोप है कि वह दूसरे समुदाय के बच्चों को टोपी न पहनने के लिए कह रही हैं। वह बच्चों को निर्धारित स्कूल यूनिफॉर्म में आने के लिए कह रही हैं।