नोएडा : बच्ची से बैड टच के मामले में प्रिंसिपल-टीचर समेत 4 गिरफ्तार,‘ स्कूल का नाम खराब न हो…मामले को दबा दिया’, मुख्य आरोपी अब भी फरार

उत्तर प्रदेश के नोएडा की सेक्टर-24 पुलिस ने एक निजी स्कूल में केजी में पढ़ने वाली छह साल की बच्ची के साथ बैड टच का मामला छिपाने के आरोप में प्रिंसिपल, टीचर, सुपरवाइजर और निर्माण कार्य के ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया। सभी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी।
 
उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 12 स्थित एक निजी स्कूल में मंगलवार को केजी कक्षा की 6 वर्षीय छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया था। अब पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गुरुवार को स्कूल की प्रिंसिपल और एक शिक्षिका समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। चारों पर घटना को दबाने की कोशिश करने का आरोप है। नोएडा पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि यौन उत्पीड़न के 25 वर्षीय आरोपी को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। READ ALSO:-UP : स्कूल में बिरयानी लाने पर छात्र को बंधक बनाकर पीटा, प्रिंसिपल ने नाम काटा; मां से बोला-तुम्हारा बेटा आतंकवादी है

 

पुलिस के मुताबिक घटना में स्कूल प्रबंधन ने आरोपी को भागने का मौका दिया ताकि स्कूल का नाम खराब न हो। नोएडा के एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि बच्ची सेक्टर 12 स्थित किंडरगार्टन स्कूल में केजी कक्षा में पढ़ती है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को जब बच्ची स्कूल आई तो करीब 25 साल के युवक ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। वह स्कूल में चल रहे निर्माण कार्य में मजदूरी कर रहा था। 

 

आरोपी स्कूल से फरार हो गया 
पुलिस ने बताया कि बच्ची ने इस घटना की जानकारी स्कूल की शिक्षिका को दी। इसके बाद शिक्षिका ने इसकी जानकारी स्कूल की प्रिंसिपल और सुपरवाइजर को दी। पुलिस उपायुक्त के अनुसार, स्कूल प्रशासन ने मजदूर को काम पर रखने वाले ठेकेदार को घटना की जानकारी दी। इसके बाद मजदूर मौका पाकर स्कूल से फरार हो गया।

 

स्कूल का नाम खराब न हो, इसलिए पुलिस को सूचना नहीं दी गई
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने नाम खराब न हो, इसलिए घटना को दबाने की कोशिश की। इसके बाद जब बच्ची घर पहुंची तो उसने अपने माता-पिता को घटना की जानकारी दी। बुधवार को बच्ची के माता-पिता सेक्टर 24 थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया। 

 

मामले में नोएडा के डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि पीड़ित बच्ची के माता-पिता की शिकायत के आधार पर स्कूल टीचर, प्रिंसिपल, स्कूल सुपरवाइजर और ठेकेदार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी के अलावा 4 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।