UP : नोएडा मेट्रो स्टेशन से घर पहुंचने के लिए नहीं करनी होगी मशक्कत, 31 रूटों पर चलेंगी 500 सिटी बसें, यात्रियों को होगा फायदा....

नोएडा मेट्रो और बस सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए NMRC ने 31 नए रूट तय किए हैं जो मेट्रो स्टेशनों के पास से गुजरेंगे। इससे यात्रियों को लास्ट-माइल तक कनेक्टिविटी मिलेगी और साथ ही NMRC का राजस्व भी बढ़ेगा।
 
ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जल्द ही करीब 500 सिटी बसों का संचालन किया जाएगा। इन बसों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी के तहत चलाया जाएगा, जिससे यात्रियों को मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने में सुविधा होगी। एनएमआरसी (NMRC) के कार्यकारी निदेशक महेंद्र प्रसाद ने बताया कि इन बसों के रूट इस तरह से बनाए गए हैं कि ये सभी मेट्रो स्टेशनों से होकर गुजरेंगी।READ ALSO:-बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में डॉक्टर की फीस अब 3.5 लाख से 4.25 लाख तक, MBA और MCA की फीस में भी बढ़ोतरी

 

पहले चरण में 31 रूट फाइनल
पहले चरण में 31 रूट फाइनल किए गए हैं। अभी नोएडा मेट्रो में रोजाना करीब 54,276 यात्री सफर कर रहे हैं। नए बस रूट शुरू होने से यह संख्या और बढ़ सकती है। इससे यात्रियों को बेहतर सार्वजनिक परिवहन सुविधा मिलेगी और मेट्रो स्टेशन तक पहुंचना आसान हो जाएगा।

 

प्रस्तावित रूट पर योजना जारी
अधिकारियों के मुताबिक, तीन प्रमुख मेट्रो रूट बॉटनिकल गार्डन से सेक्टर-142, ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी, सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क पर काम शुरू करने की योजना है। इनमें से दो रूट को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है, जबकि नॉलेज पार्क रूट पर अभी विचार चल रहा है। इन मेट्रो रूटों की लोकेशन को ध्यान में रखते हुए बस रूट भी तय किए जा रहे हैं।

 

मुख्य सिटी बस रूट
बॉटनिकल गार्डन से दादरी (Via Surajpur), शारदा यूनिवर्सिटी से जीबीयू (Via Kasna), नोएडा सेक्टर-2 से ग्रेटर नोएडा सेक्टर-2 (Via Morna), नोएडा सिटी सेंटर से गोवर्धनपुर शाहपुर, बॉटनिकल गार्डन से डिपो मेट्रो स्टेशन (Via Greater Noida Authority), परी चौक से जेवर (Via Rabupura), 7. बॉटनिकल गार्डन से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, परी चौक से आनंद विहार रेलवे स्टेशन, दादरी से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन

 

यात्रियों को होगा फायदा
इन नई बस सेवाओं से न सिर्फ यात्रियों को मेट्रो तक पहुंचने में सुविधा होगी, बल्कि समय और पैसे दोनों की बचत होगी। इसके अलावा एनएमआरसी (NMRC) को रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है। बस और मेट्रो के इस संयोजन से नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन में और सुधार होगा।