मेरठ : चुनाव जीतने के बाद कहां रहेंगे अरुण गोविल? साफ कर दी अपनी प्राथमिकता

मेरठ से भारतीय जनता पार्टी के नए सांसद अरुण गोविल ने कहा कि मेरी जीत का श्रेय हर उस कार्यकर्ता को जाता है, जिसने मेरी जीत के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने कहा कि अब वह मेरठ में ही रहेंगे।
 
रामानंद सागर के रामायण टीवी सीरियल में 'राम' की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को 4 जून से नई पहचान मिली। और अब वह मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी सुनीता वर्मा को 10 हजार 585 वोटों से हराकर जीत हासिल की।READ ALSO:-‘किस बड़े नेता ने धोखा दिया…’,हम क्यों हारे, इस की जांच होनी चाहिए, खुद बीजेपी सांसद ने UP नतीजों पर उठाए सवाल

 

मेरठ क्षेत्र को उनसे उम्मीद है कि वह मेरठ में रहकर सौहार्द बनाए रखते हुए मेरठ की समस्याओं का समाधान करेंगे। ट्रिपल इंजन की सरकार होगी, तो वह लोगों की समस्याओं का समाधान भी कर पाएंगे। इन सभी उम्मीदों को लेकर अरुण गोविल से बात की गई। उनका कहना है कि जल्द ही वह अपना स्थायी पता सार्वजनिक करेंगे। एयरपोर्ट और ट्रैफिक जाम का समाधान उनके मुख्य मुद्दे होंगे।

 

भारतीय जनता पार्टी के मेरठ से नए सांसद अरुण गोविल ने कहा कि मेरी जीत का श्रेय हर उस कार्यकर्ता को जाता है, जिसने मेरी जीत के लिए मेहनत की। अब मैं मेरठ में ही रहूंगा। आप सभी के साथ रहूंगा। मैंने शपथ ली है कि लोकसभा क्षेत्र के विकास में बेहतर योगदान दूंगा। बुधवार को कैंट स्थित उनके आवास पर अभिनंदन समारोह में कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मनाया और शुभकामनाएं दीं। लड्डू और मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया गया। जय श्री राम के नारे गूंजे। गोविल ने कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। विपक्ष ने मिलकर भी भाजपा से कम सीटें जीती हैं। मोदी के नेतृत्व में देश का और अधिक विकास होगा। वे ऐसे जश्न मना रहे हैं जैसे उन्हें बहुमत मिल गया हो।

 

यह मेरा सौभाग्य है कि मैं अपनी जन्मभूमि से सांसद बना। जीत इसलिए जरूरी है क्योंकि इस सीट ने भी मोदी सरकार बनाने में योगदान दिया है। चुनाव के समय दावे किए जाते हैं ताकि उसी हिसाब से मेहनत की जाए। जीत का अंतर, पिछली बार क्या स्थिति थी और इस बार क्या स्थिति रही। कहां कम वोट मिले या कहां कम वोट मिले, इसकी समीक्षा संगठन करेगा। संगठन ने ही मुझे चुनाव लड़वाया। किसी भी स्तर पर जो भी कमियां रही होंगी, उन्हें दूर करने का प्रयास किया जाएगा। सबके साथ सामंजस्य बनाकर काम किया जाएगा। सबके अनुभवों का लाभ लेकर मेरठ-हापुड़ का विकास करना है।